चित्तौड़गढ़। जिले के निकटवर्ती मध्यप्रदेश के नीमच जिले में जैन संतों पर हुए हमले को लेकर सभी जगह आक्रोश देखने को मिल रहा है। सभी समाज के लोग ऐसा कृत्य करने वाले बदमाशों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग कर रहे हैं। वहीं जानकारी में सामने आया कि जैन संतों पर हमला करने वाले आरोपित चित्तौड़गढ़ जिले के रहने वाले होकर रात को घर जाकर सो गए थे। मंगलवार तड़के करीब पांच बजे मध्यप्रदेश पुलिस ने दबिश देकर आरोपितों को घर से सोते हुए पकड़ अपने साथ ले गई। इधर, पूर्व यूडीएच मंत्री एवं निंबाहेड़ा विधायक श्रीचंद कृपलानी ने मध्यप्रदेश के सीएम से बात कर घटना की निंदा करते हुवे आरोपितों के खिलाफ कड़ी कार्यवाही की मांग की।
जानकारी में सामने आया कि मध्यप्रदेश में नीमच जिले के सिंगोली थाना क्षेत्र में आने वाले कछला गांव में बीती रात जैन संतों पर हमला हुआ था। बदमाशों ने लूट के उद्देश्य से यह हमला किया था। बाद में संतों ने बाइक सवार से मदद मांगी। इसके बाद बदमाश भाग छूटे थे। इस घटना की जानकारी मिलते ही मध्यप्रदेश के पुलिस एवं प्रशासन में हड़कंप मच गया। एमपी की पुलिस अलर्ट हो गई। तत्काल बदमाशों की तलाश शुरू की। मध्य प्रदेश की नीमच पुलिस ने मामले में चित्तौड़गढ़ जिले के कोतवाली थाना क्षेत्र में आने वाले भोईखेड़ा निवासी गणपत पुत्र राजू नायक, गोपाल पुत्र भगवान भोई, कन्हैयालाल पुत्र बंशीलाल भोई, राजू पुत्र भगवान भोई तथा चित्तौड़गढ़ जिले के भदेसर क्षेत्र में आने वाले धनेत टोकरिया निवासी बाबू पुत्र मोहनलाल शर्मा को गिरफ्तार किया। वहीं एक अन्य नाबालिग को भी इस मामले में डिटेन किया है। वहीं सूत्रों की माने तो भोईखेड़ा में रहने वाले आरोपित देर रात को अपने घर पर आकर सो गए थे। वहीं मध्यप्रदेश की नीमच पुलिस इनकी तलाश करते हुए तड़के करीब 5 बजे भोईखेड़ा गांव पहुंची। यहां से आरोपितों को हिरासत में लेकर मध्यप्रदेश के लिए रवाना हो गई। एमपी पुलिस के दबिश देने का ग्रामीणों को भी पता नहीं चल पाया। पुलिस के जाने के बाद परिजनों ने जरूर ग्रामीणों से चर्चा की थी। लेकिन उन्हें भी स्पष्ट नहीं हो पाया कि किस मामले में नीमच की पुलिस इन्हें पकड़ कर ले गई है। इस संबंध में नगर परिषद के वार्ड पार्षद बाल किशन भोई ने बताया कि ग्रामीणों से उन्हें नीमच पुलिस के आने की जानकारी मिली थी। पता नहीं चला था कि किस मामले में इन्हें लेकर गई है
चित्तौड़गढ़ पुलिस को नहीं कोई सूचना
इधर, जानकारी मिली है कि चित्तौड़गढ़ जिले में रहने वाले आरोपितों के नीमच में की गई इस वारदात और गिरफ्तारी के बारे में चित्तौड़गढ़ पुलिस को कोई सूचना नहीं मिली। ऐसे में यह संभावना है कि मध्यप्रदेश की नीमच पुलिस ने इस बारे में अवगत नहीं करवाया। घटना और गिरफ्तारी को लेकर चित्तौड़गढ़ पुलिस अधीक्षक सुधीर जोशी से बात की तो उन्होंने भी इस बारे में कोई भी जानकारी होने से इनकार कर दिया। वहीं चित्तौड़गढ़ कोतवाली थानाधिकारी भवानी सिंह में भी गिरफ्तारी या जानकारी होने पर अनभिज्ञता जताई है।
विधायक कृपलानी ने की घटना की निंदा
इधर, राजस्थान सरकार के पूर्व स्वायत्त शासन मंत्री एवं निंबाहेड़ा विधायक श्रीचंद कृपलानी ने कड़े शब्दों में इस वारदात की निंदा की है। कृपलानी ने बताया कि परम पूज्य संत शैलेश मुनि, परम पूज्य बलभद्र मुनि एवं परम पूज्य मुनिन्द्र मुनि मसा आदि जैन संतो का विहार सिंगोली से होकर ग्राम कछाला में स्थिरता थी। विगत रात जैन संतों के साथ असमाजिक तत्वों द्वारा गंभीर मारपीट की गई। यह घटना प्रशासन और सुरक्षा व्यवस्थाओं को शर्मसार करने वाली है। जैन मुनियों, संतो के साथ घटित हुई घटना की को लेकर मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव से वार्ता कर दोषियों के विरुद्ध कड़ी कार्यवाही का आग्रह किया है। विधायक कृपलानी ने मुख्यमंत्री यादव से वार्ता कर बताया कि जैन साधुओं के साथ घटित यह घटना न केवल जैन समाज की शांति और अहिंसा के सिद्धांतों के खिलाफ है, बल्कि मानवीय मूल्यों का भी अपमान है। विधायक कृपलानी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह से भी जैन संतों की सुरक्षा पर कड़े कानून बनाने ओर उनकी सुरक्षा में पुलिस प्रशासन की व्यवस्था करने का आग्रह किया है। कृपलानी ने अहिंसा को परम धर्म मान कर समस्त मानवता और सभी जीवों के कल्याण के लिए अपना जीवन जीने वाले संतों के शीघ्र स्वास्थ्य लाभ एवं सुख साता की प्रार्थना की।
You may also like
India's Cheapest 6-Airbag CNG Cars in 2025 – Price, Features & Mileage
Yamaha RX 100 Reborn: Iconic Two-Wheeler Set to Make a Modern Comeback in 2025
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह आज राजस्थान दौरे पर
'छावा' OTT पर बनी डिजास्टर! 800 करोड़ी फिल्म को नहीं मिल रहे दर्शक, इब्राहिम की 'नादानियां' से भी कम व्यूज
Best cooler under 5000 : Amazon पर ऑफर 5,000 रुपये से कम में लाएं घर ये सुपर कूलर