Next Story
Newszop

राजस्थान में पाक बॉर्डर तक गई थी जासूस ज्योति, देखें प्रतिबंधित इलाकों का बनाया वीडियो

Send Push

भारत में जासूसी के आरोप में गिरफ्तार की गई हरियाणा के हिसार की ट्रैवल यूट्यूबर ज्योति मल्होत्रा के खिलाफ जांच लगातार गहराती जा रही है। ताजा खुलासे के मुताबिक, ज्योति ने राजस्थान के बाड़मेर जिले में पाकिस्तान सीमा से सटे मुनाबाव रेलवे स्टेशन का वीडियो भी बनाया था, जो रणनीतिक रूप से अत्यंत संवेदनशील क्षेत्र माना जाता है। इस खुलासे के बाद सुरक्षा एजेंसियां और अधिक सतर्क हो गई हैं और जांच का दायरा लगातार बढ़ाया जा रहा है।

मुनाबाव स्टेशन का वीडियो जांच के घेरे में

सूत्रों के मुताबिक, ज्योति मल्होत्रा ने अपने यूट्यूब चैनल पर मुनाबाव रेलवे स्टेशन से जुड़ा वीडियो कुछ महीने पहले अपलोड किया था। इस स्टेशन के जरिए भारत-पाकिस्तान के बीच थार एक्सप्रेस चलती रही है और यह इलाका सीमा से बेहद करीब स्थित होने के कारण सुरक्षा दृष्टि से बेहद संवेदनशील है। वीडियो में स्टेशन, आसपास के इलाके और कुछ सैन्य गतिविधियों से जुड़े दृश्य शामिल होने की आशंका है, जिसे लेकर खुफिया एजेंसियों ने गंभीर आपत्ति जताई है।

सुरक्षा एजेंसियों के हाथ लगे नए सुराग

जांच एजेंसियों को ज्योति के डिजिटल डिवाइसेज़ और सोशल मीडिया खातों की गहराई से जांच में कुछ महत्वपूर्ण क्लू मिले हैं। इसमें पाकिस्तान से संपर्क में रहने की संभावना, संदिग्ध बैंक लेन-देन और सीमावर्ती इलाकों की बार-बार यात्राओं की जानकारी शामिल है।

एक वरिष्ठ खुफिया अधिकारी के अनुसार, "अब तक की जांच में सामने आया है कि आरोपी यूट्यूबर ने कई बार सीमावर्ती क्षेत्रों का दौरा किया और उन जगहों पर कैमरे से रिकॉर्डिंग की, जहां सामान्य रूप से आम नागरिकों को शूटिंग की अनुमति नहीं होती।"

वीडियो बनाने की अनुमति पर सवाल

यह मामला सुरक्षा प्रोटोकॉल पर भी सवाल खड़ा करता है। मुनाबाव जैसे संवेदनशील क्षेत्र में किसी आम व्यक्ति को वीडियो शूट करने की अनुमति कैसे मिली, यह भी जांच का विषय बन गया है। रेलवे और स्थानीय प्रशासन से भी इस संबंध में पूछताछ की जा रही है।

परिजनों की सफाई

वहीं, आरोपी ज्योति मल्होत्रा के परिजनों ने आरोपों को सिरे से खारिज करते हुए कहा है कि "ज्योति सिर्फ एक ट्रैवल यूट्यूबर हैं और उन्होंने कभी कोई गलत मंशा से वीडियो नहीं बनाया। उन्हें फंसाया जा रहा है।"

बढ़ सकती है सजा

अगर ज्योति पर लगे जासूसी के आरोप साबित होते हैं, तो उन पर राष्ट्रीय सुरक्षा अधिनियम (NSA) और आधिकारिक गोपनीयता अधिनियम (Official Secrets Act) के तहत मुकदमा दर्ज हो सकता है, जिसकी सजा 10 साल से लेकर आजीवन कारावास तक हो सकती है।

यूट्यूब चैनल पर निगरानी

सुरक्षा एजेंसियां अब ज्योति मल्होत्रा के यूट्यूब चैनल पर अपलोड किए गए सभी वीडियो की गहन जांच कर रही हैं। खासकर उन वीडियो पर नजर है जो सीमावर्ती, सैन्य या रेलवे इंफ्रास्ट्रक्चर से जुड़े हैं।

यह मामला एक बार फिर इस बात को लेकर चिंता पैदा कर रहा है कि सोशल मीडिया और व्लॉगिंग के नाम पर राष्ट्र की सुरक्षा से खिलवाड़ हो रहा है। सुरक्षा एजेंसियां अब ऐसे कंटेंट क्रिएटर्स की गतिविधियों पर सख्त निगरानी करने की दिशा में कदम बढ़ा रही हैं।

Loving Newspoint? Download the app now