अलवर जिले की रामगढ़ पुलिस ने ऑनलाइन सट्टे के बड़े रैकेट का पर्दाफाश किया है। फर्जी वेबसाइट के जरिए करोड़ों का अवैध कारोबार चलाने वाले चार आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है। पुलिस ने इनके कब्जे से दो कार, नकदी, मोबाइल फोन, स्कैनर, पैन कार्ड, एटीएम कार्ड और बैंक पासबुक बरामद की है। पुलिस अधीक्षक संजीव नैन ने बताया कि गुप्त सूचना के आधार पर मंगलवार को रामगढ़ के पिपरौली गांव में छापेमारी की गई। वसीम, साकिर, खालिद और राजेश नाम के चार लोगों को पकड़ा गया। ये लोग फर्जी वेबसाइट बनाकर ऑनलाइन सट्टा और लूडो गेम खेलते थे। लोगों को आसान कमाई का लालच देकर उनसे पैसे जमा करवा लिए जाते थे।
ऐसे फंसाते थे लोगों को
आरोपियों ने बड़ी चालाकी से वेबसाइट बना रखी थी, जहां आधार कार्ड और मोबाइल नंबर से ओटीपी के जरिए वेरिफिकेशन होता था। लोग रेफरल लिंक भेजकर दूसरों को जोड़ते थे और जीतने पर 2% कमीशन लेते थे। यह एक चेन सिस्टम की तरह काम करता था। ठगी का पैसा यूपीआई के जरिए बैंक खातों में जाता था, फिर उसे जीएसटी रजिस्टर्ड खातों में ट्रांसफर कर वैध कर दिया जाता था।
बड़ी जीत पर नहीं दिए जाते थे पैसे
पुलिस के अनुसार जब कोई बड़ी रकम जीतता था तो उसे पैसे नहीं दिए जाते थे। वेबसाइट के एडमिन के बारे में जानकारी नहीं होने के कारण पीड़ित शिकायत नहीं कर पाते थे। 24 जून की रात 9:18 बजे तक वेबसाइट पर 29.16 लाख रुपए का ट्रांजेक्शन दर्ज था। जब्त कारें भी इसी अवैध कारोबार से खरीदी गई थीं।
पुलिस की सख्त कार्रवाई
पुलिस ने 71,670 रुपए नकद, 5 मोबाइल, 18 एटीएम कार्ड, 2 स्कैनर, 5 पैन कार्ड, 2 पासबुक और 6 चेक बुक बरामद की। यह कार्रवाई रामगढ़ थाना प्रभारी डॉ. विजेंद्र सिंह के नेतृत्व में की गई, जिसमें कांस्टेबल महबूब खान की विशेष भूमिका रही। पुलिस अन्य आरोपियों की तलाश कर रही है और खातों की जांच कर रही है।
आरोपियों की पहचान
गिरफ्तार वसीम (24), साकिर (28), खालिद (25) और राजेश (30) पिपरौली गांव के रहने वाले हैं। यह कार्रवाई ऑनलाइन धोखाधड़ी के खिलाफ एक बड़ी सफलता है।
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