प्रसिद्ध बॉलीवुड अभिनेता जैकी श्रॉफ हाल ही में राजस्थान के शेखावाटी क्षेत्र के पवित्र तीर्थस्थल लोहार्गल धाम पहुँचे। उन्होंने पारंपरिक धोती-कुर्ता पहनकर सूर्यनारायण मंदिर में श्रद्धापूर्वक पूजा-अर्चना की। भीम कुंड का पवित्र जल पीते हुए उन्होंने देसी अंदाज़ में कहा, "मैंने बाहर से स्नान किया और अंदर से भी शुद्ध हो गया।" जैकी ने इस स्थान की आध्यात्मिक शक्ति का अनुभव किया और इसे अत्यंत पवित्र बताया।
झुंझुनू की वीरता को नमन
जैकी श्रॉफ ने शेखावाटी, खासकर झुंझुनू की वीरता और देशभक्ति की प्रशंसा की। उन्होंने कहा, "देश की सेना में सबसे ज़्यादा सैनिक यहीं से जाते हैं और इसी धरती ने सबसे ज़्यादा शहीद भी दिए हैं। यह स्थान बहुत शक्तिशाली है।" नवलगढ़ के शांत और धार्मिक वातावरण ने भी उनका दिल जीत लिया।
युवाओं के लिए जैकी का ख़ास संदेश
अपने अनोखे 'बीडू' अंदाज़ में जैकी ने युवाओं को प्रेरित करते हुए कहा, "माता-पिता से बड़ा कोई नहीं। अपनी माँ के चरण स्पर्श करो, अपनी सीमाओं में रहो। योग करो, प्रेम करो और दुनिया को प्रेम बाँटते हुए आगे बढ़ते रहो।" उनके इस संदेश ने सबके दिलों को छू लिया। आध्यात्म और देशभक्ति का संगम।लोहार्गल धाम की यात्रा के दौरान जैकी श्रॉफ का सरल अंदाज़ और उनकी बातें लोगों को खूब पसंद आईं। उनकी यह यात्रा न सिर्फ़ आध्यात्मिक थी, बल्कि देशभक्ति और मूल्यों का संदेश भी देती थी।
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