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Jaipur 8 और 12 महीने पहले बनी सड़कें भी टूट गईं, लोग परेशान

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जयपुर न्यूज़ डेस्क, जयपुरबारिश के बाद शहर की सड़कें गाड़ी चलाना तो दूर पैदल चलने लायक भी नहीं हैं। पग-पग पर गड्ढे और उधड़े पैचवर्क बेकार इंजीनियरिंग के साथ घटिया गुणवत्ता का नमूना पेश कर रहे हैं। जलभराव से पुरानी सड़कें तो उखड़ी ही, ऐसी सड़कें भी उधड़ गईं, जाे आठ माह पहले ही बनी हैं। कई सड़कों ने तो गारंटी अवधि (डिफेक्ट लायबिलिटी) का समय भी पूरा नहीं किया है।यूडीएच मंत्री झाबर सिंह खर्रा और डिप्टी सीएम दिया कुमारी अफसरों के साथ हुई अलग-अलग बैठकों में सड़कों पर तत्काल पैचवर्क शुरू करने और गारंटी अवधि वाली सड़कों को ठेकेदारों से ही बनवाने की बात कह चुके हैं। गुरुवार को शहर की गारंटी वाली सड़कों की स्थिति जानने निकला तो चौंकाने वाली स्थिति दिखी।

कलेक्ट्रेट एरिया, चिंकारा कैंटीन, पानीपेच तिराहा, दूध मंडी चाैराहा, सीतावाली फाटक से बैनाड़ राेड, अंबाबाड़ी एक नंबर चाैराहा, झोटवाड़ा एलिवेटेड के नीचे लता सर्किल पर सड़क के नाम पर केवल गड्ढे ही बचे हैं। डिफेक्ट लायबिलिटी में होने के बावजूद इन सड़कों का पैचवर्क नहीं हुआ है। ठेकेदार गड्ढे भरने के लिए मात्र मिट्टी डाल रहे हैं। बता दें कि जेडीए की 175, ग्रेटर और हेरिटेज निगम की करीब 31 सड़कें गारंटी अवधि वाली है।  राेड डिफेक्ट लायबिलिटी में बनने वाली सड़क की गारंटी तीन साल की रहती है। इसके तहत सड़क निर्माण करने वाली फर्म की ही तीन साल तक मेंटेनेंस की जिम्मेदारी रहती है। जेडीए, निगम और पीडब्ल्यूडी गारंटी अवधि तक कुल वर्कआर्डर राशि का 10% सिक्योरिटी के रूप में रखते हैं। फर्म मेंटेनेंस नहीं करती है तो राशि जब्त कर दूसरी फर्म काे मेंटेनेंस का ठेका देते हैं।

लायबिलिटी का बाेर्ड भी कहीं नहीं

डिफेक्ट लायबिलिटी वाली सड़कों पर सूचना बोर्ड लगाने का नियम है। इस पर सड़क बनाने वाली फर्म या ठेकेदार का नाम, सड़क की लंबाई-चाैड़ाई, लागत और गारंटी अवधि का जिक्र होता है। शहर में दाे-चार सड़कों काे छाेड़कर कहीं भी ये बोर्ड नहीं लगे हैं।

गड्ढे अमर हैं; लायबिलिटी में डिफेक्टिव सड़कें बन रहीं, ज्यादातर की थर्ड पार्टी जांच ही नहीं

झोटवाड़ा एलिवेटेड पर सड़क चमचमा रही, नीचे गड्ढे ही गड्ढे
कब बनी: अक्टूबर 2023, गारंटी: 3 साल
झोटवाड़ा एलिवेटेड प्रोजेक्ट के तहत एलिवेटेड के साथ नीचे लता सर्किल से पंचायत समिति तक नई सड़क बनाई गई थी। प्रोजेक्ट के उद्घाटन के बाद पहली बारिश में ही लता सर्किल पर 100 मीटर तक सड़क का नामोनिशान नहीं बचा। पानीपेच की ओर एलिवेटेड खत्म होते ही दाेनाें तरफ सड़क जगह-जगह से टूट चुकी है। डामर की जगह इंटरलॉकिंग टाइल्स लगाई गई हैं। वाहनों का बैलेंस बिगड़ रहा है। वहीं, एलिवेटेड पर सड़क चमचमा रही है।

सीतावाली से बैनाड़ फाटक...दो किमी सड़क उधड़ गई, नहीं हो रहा पैचवर्क

कब बनी : 28 नवंबर 2022, गारंटी अवधि : नवंबर 2025
2 किमी लंबी सड़क दाे साल पहले बनाई गई थी। फाटक के पहले सड़क पूरी तरह उखड़ चुकी है। जगह-जगह गड्ढे हैं, लेकिन सड़क बनाने वाली फर्म ने अब तक मरम्मत शुरू नहीं की है, जबकि 28 नवंबर 2025 तक गारंटी अवधि है।

दूध मंडी...कलेक्ट्रेट से कनेक्टिंग रोड पर पैचवर्क, बाकी सड़क पर गड्ढे

कब बनी : दिसंबर 2022, गारंटी अवधि : दिसंबर 2025
दाे साल पहले दूध मंडी चौराहे से कलेक्ट्रेट सर्किल और कालीदास मार्ग इलाके में निगम ने सड़कें बनवाई थीं। ये तीन साल की डिफेक्ट लायबिलिटी में बनी हैं। वर्तमान हालात यह है कि सड़क जगह-जगह से क्षतिग्रस्त है और बड़े-बड़े गड्ढे हो गए हैं।

200 फीट बायपास...8 माह पहले ही बनी थी कनेक्टिंग रोड, पूरी उखड़ गई

कब बनी : दिसंबर 2023, गारंटी अवधि : दिसंबर 2025
गौतम मार्ग से सिरसी राेड 200 फीट बायपास तक यह सड़क बनाई गई थी। सिर्फ आठ महीने पहले बनी यह सड़क पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गई है। यहां अब सड़क के नाम पर केवल गड्ढे बचे हैं, जिनमें बारिश का पानी भरा है।

पानीपेच से डीआरएम दफ्तर तक...जलभराव से हुए गड्ढे, मिट्टी से भर रहे

कब बनी : 6 अगस्त 2022, गारंटी अवधि : अगस्त 2025
पानीपेच से डीआरएम दफ्तर रेलवे जंक्शन तक दाे लेन डामर की सड़क बनाई गई थी। निर्माण दाे साल पहले हुआ था और एक साल की गारंटी अवधि बची है, लेकिन इस बार मानसून के दाैरान जगह-जगह गड्ढे हो चुके हैंसड़कें बना दी, लेकिन ड्रेनेज की प्लानिंग नहीं की, इसी कारण टूट रहीं
सड़क बनाने की प्लानिंग से पहले ड्रेनेज की प्राॅपर प्लानिंग हाेनी चाहिए, ताकि बारिश का पानी सड़क पर न भरा रहे। इस बार बारिश में सड़क टूटने की मुख्य वजह यह है कि ड्रेनेज लाइनें ही नहीं हैं। लगातार बारिश से जलभराव हुआ सड़क से डामर उखड़ गया। लगातार पानी भरे रहने से डामर और गिट्टी की बीच की मजबूती टूट जाती है।

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