देशभर में चर्चित कन्हैयालाल हत्याकांड पर आधारित फिल्म 'उदयपुर फाइल्स' रिलीज होने वाली है। फिल्म 11 जुलाई को रिलीज होगी। ट्रेलर रिलीज होने के बाद कुछ लोगों ने अंदर ही अंदर विरोध शुरू कर दिया है। सूरजपोल थाना पुलिस ने फिल्म के बहिष्कार का मैसेज वायरल करने पर मामला दर्ज किया है। आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है।सूरजपोल थानाधिकारी रतन सिंह चौहान ने वायरल मैसेज के आधार पर स्वप्रेरणा से प्रसंज्ञान लेते हुए गौसिया कॉलोनी किशनपोल निवासी सैयद हाफिज उर्फ बबलू व शराफत खान उर्फ बबलू के खिलाफ मामला दर्ज किया है। रिपोर्ट में बताया कि इंस्टाग्राम आईडी से फिल्म के बहिष्कार को लेकर स्टोरी शेयर की गई। इसमें लोगों से फिल्म को सिनेमाघरों में रिलीज होने से रोकने के लिए एकजुट होने का आह्वान करते हुए संदेश मिला।
आरोपी से पूछताछ
आरोपी सैयद हाफिज से पूछताछ की गई तो उसने बताया कि फिल्म धर्म के खिलाफ है। उसने बताया कि पड़ोसी शराफत खान ने बहिष्कार करने को कहा था। आरोपी शराफत ने भी संदेश भेजने की बात स्वीकार की और कहा कि फिल्म से धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंची है, इसलिए समुदाय को एकजुट करने का विचार था।बता दें कि 'उदयपुर फाइल्स' एक सच्ची घटना पर आधारित सस्पेंस-थ्रिलर ड्रामा है। फिल्म बताती है कि कैसे एक साधारण दर्जी कन्हैयालाल सोशल मीडिया पर एक पोस्ट के कारण जानलेवा साजिश का शिकार हो गया। फिल्म में घटना से पहले और बाद की परिस्थितियों के साथ-साथ जांच एजेंसियों की कार्रवाई और लोगों की प्रतिक्रियाओं को भी दिखाया गया है।
कन्हैयालाल मामले में क्या हुआ था?
28 जून 2022 को उदयपुर शहर के धानमंडी इलाके में दो कट्टरपंथी युवकों ने कन्हैयालाल नामक दर्जी की उसकी दुकान में दिनदहाड़े गला रेतकर बेरहमी से हत्या कर दी थी। हमलावरों ने पूरी घटना का वीडियो भी बनाया और बाद में उसे सोशल मीडिया पर शेयर कर हत्या की खुलेआम जिम्मेदारी ली थी।
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