जोधपुर न्यूज़ डेस्क, जोधपुर प्रदेशभर से जोधपुर आने वाले युवाओं, सरकारी कर्मचारियों व स्वयंसेवी संस्थाओं को न्यूनतम दर पर आवास की सुविधा देने के लिए बनाई गई यूथ हॉस्टल की नई बिल्डिंग एक साल से बनकर तैयार है, पर ताले में बंद है। 4.50 करोड़ रुपए में बनी इस बिल्डिंग का बिजली लोड बढ़ाने के लिए डिस्कॉम में फाइल लगाई गई, जो एक साल से पेंडिंग है। डिस्कॉम का कहना है कि हॉस्टल की इंटरनल फिटिंग का काम बाकी है। इस वजह से काम नहीं हो रहा। जबकि हॉस्टल प्रशासन डिस्कॉम पर देरी का आरोप लगा है।
हॉस्टल की नई बिल्डिंग में 12 कमरे व एक मीटिंग हॉल का निर्माण करवाया गया है। कमरे व मीटिंग हॉल पूरी तरफ से वातानुकूलित हैं। बिल्डिंग एक साल पहले बनकर तैयार हो गई। राज्य सभा के सांसद आनंद शर्मा ने इसके लिए 4 करोड़ 50 लाख रुपए स्वीकृत किए थे। इसके बाद में सार्वजनिक निर्माण विभाग ने बिल्डिंग को तैयार करके यूथ हॉस्टल को सौंप दिया।
पुरानी बिल्डिंग में तो पहले से ही बिजली का कनेक्शन ले रखा है, लेकिन नई बिल्डिंग में कनेक्शन नहीं होने से यूथ हॉस्टल को शुरू नहीं किया जा सका। तीन चार महीने पहले यूथ हॉस्टल प्रशासन ने डिस्कॉम में भार बढ़ाने के लिए फाइल भर दी। इसके बाद में डिमांड भी जमा करवा दी। नियमों के अनुसार डिमांड जमा करवाने के बाद में डिस्कॉम बिजली भार बढ़ा देना चाहिए था, लेकिन ऐसा नहीं हो सका।