चूरू न्यूज़ डेस्क , नवम्बर माह की शुरुआत से शरद ऋतु में बदल रहे मौसम के साथ ही कार्तिक शुक्ल पक्ष का पहला सप्ताह मौसमी बीमारियों की भेंट चढ़ गया। अधिकतम और न्यूनतम तापमान के बीच बने असंतुलन से लोगों की दिनचर्या में परिवर्तन आने से पहले ही चूरू में सर्दी जुकाम और वायरल से पीड़ित लोगों की संख्या में एक साथ हुई वृद्धि यहां चिंता कारण बन गई हैं। जिले के सबसे बड़े राजकीय भरतिया अस्पताल में पिछले पांच दिनों में रोगियों की संख्या तीन हजार से अधिक तक पहुंच चुकी हैँ। गत दिवस रोगियों की हुई जांच में एक रोगी में डे़गू पॉजिटव पाया गया जबकि अस्पताल में आने वाले 250 से अधिक रोगियों का डेंगू सैम्पल लिया गया है। बुधवार को भरतिया अस्पताल में रोगियों की काफी भीड़ रही तथा दवा काउंटर पर दवा लेनेवालों की लम्बी लाइने लगी हुई नजर आई।
सर्द गर्म की मार
शरद ऋतु शुरू होने के बावजूद इस बार अक्टूबर माह में मौसमीय तापक्रम में उतार चढ़ाव का दौर रहा। दिन में पंखे कूलर और ऐसी चले तो अर्द्धरात्रि बाद मौसम सर्द बना। इसी सर्द गर्म से लोग मौसमी बीमारियों की चपेट में आ रहे हैं। चिकित्सकों के अनुसार मौसम के बदलने पर खान पान सहित सर्द गर्म का ध्यान रखना जरूरी है। इसमे जरा सी लापरवाही होने से सर्दी जुकाम और मौसमी वायरल आने की संभावना रहती है। इसलिए बदल रहे मौसम में आमजन सावधानी बरतना जरूरी है।
मच्छरों का प्रकोप
मौसम में आए बदलाव से मच्छरों का प्रकोप भी बढ़ रहा है। नमी युक्त स्थानों पर मच्छर पनपते हैँ जिनके काटने से व्यक्ति वायरल आदि से पीड़ित हो रहा है। हालांकि चिकित्सा विभाग ने कई स्थानों पर फोगिग करवाई है लेकिन शहर के अनेक वार्डों में बनी गेंदे पानी की नालियों में निरंतर गंदा पानी जमा होने से मच्छर हो जाते हैँ। इसलिए मच्छर जनित बीमारियों की चपेट में लोग आ रहे हैँ।
भरतिया अस्पताल में दिखाने के लिए करना पड़ रहा इंतजार
चूरू के डेडराज राजकीय भरतिया अस्पताल में इन दिनो रोगियों की भीड़ बढ़ रही है। अस्पताल में चिकित्सकों के कक्ष के आगे रोगियों की लाइन लग रही है तो अस्पताल के दवा काउंटरों पर रोगियों की कतारे लगी हुई हैँ। रक्त जांच सहित विभिन्न जांच कक्षों के समक्ष खड़े रोगी अपनी बारी का इंजतार करते नजर आ रहे है। बच्चे, महिलाओं, पुरुषों से लेकर वरिष्ठजन अस्पताल में अपना उपचार कराने के लिए आ रहे हैं।
भर्ती रोगियों की बढ़ी संख्या
अस्पताल सूत्रों के अनुसार एक नवम्बर को चूरू के राजकीय भरतिया अस्पताल की एक नवम्बर को ओपीडी 830 थी, इसी दिन आइपीडी 56 रही, डेंगू के 9 सेम्पल लिए गए। इसके बाद 2 नवम्बर को ओपीडी 1041 पहुंच गई। इस दिन 61 आईपीडी रही और डेंगू की संभावनाओं को देखते हुए 15 रोगियों के नमूने लिए गए। 3 नवम्बर को ग्राफ थोड़ा नीचे आया और ओपीडी तो 820 की रही लेकिन आइपीडी 62 की रही तथा डेंगी के 12 सैम्पल लिए गए।
तीन हजार से अधिक ओपीडी
भरतिया अस्पताल में 4 नवम्बर को तो रोगियों से भर गया। इस दिन 3048 की ओपीडी रही और 106 रोगी भर्ती हुए। इस दिन डेंगू के 149 नमूने लिए गए। 5 नवम्बर को रोगियों की संख्या में थोड़ी कम हुई और इस दिन 2770 की ओपीडी रही तथा 116 रोगी भर्ती हुए। डेंगू के 95 सैम्पल लिए तथा एक रोगी के डेंगू पॉजिटिव आया।
मौसमी बीमारी से पीड़ितों की संख्या ज्यादा
भरतिया अस्पताल के प्रभारी चिकित्सा अधिकारी डॉ.हनुमान जयपाल ने बताया कि मौसम परिवर्तन के कारण मौसमी बीमारियों से पीड़ित रोगियों की संख्या बढ़ी हैँ। डेंगू की संभावना को देखते हुए रोगियों की निरंतर जांच की जा रही है। पिछले दिनों एक रोगी में डेंगू पॉजिटिव पाया गया। अस्पताल में आनेवाले हर रोगी बल्ड सहित सभी आवश्यक जांच की जा रही है। अस्पताल के चिकित्सक और नर्सेज स्टॉफ रोगियों की सेवा के तत्पर है।उन्होंने आमजन से मौसम के बदलाव को देखते हुए सावधानी बरतने को कहा है। उन्होंने कहा कि इस मौसम ठण्डे खाने से बचना चाहिए। ठण्डा पानी बिल्कुल नहीं पीना चाहिए, उबला हुआ पानी और उबली हुई सब्जियों का उपयोग करना चाहिए। सर्दी-जुकाम आदि पर भी लापरवाही नहीं बरतनी चाहिए और चिकित्सक को अवश्य दिखाकर दवा आदि लेनी चाहिए।
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