भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच चल रही पाँच मैचों की टी20आई श्रृंखला के दूसरे मुकाबले में ऑस्ट्रेलियाई टीम ने भारत को चार विकेटों से मात दी और श्रृंखला में 1-0 की बढ़त अर्जित करने में सफल रही। ऑस्ट्रेलियाई कप्तान मिचेल मार्श ने टॉस जीतकर गेंदबाज़ी का फैसला किया और सभी गेंदबाज़ों ने सटीक लाइन और लेंथ पर गेंदबाज़ी करते हुए भारतीय बल्लेबाज़ों को जल्दी चलता किया और भारत मात्र 125 रनों पर सिमट गई।
एक तरफ ऑस्ट्रेलिया के स्टार बने जोश हेजलवुड ने चार ओवरों में केवल 13 रन खर्च करते हुए 3 बहुमूल्य विकेट अपने नाम किए, तो वहीं भारतीय टीम को एक सम्मानजनक स्कोर तक पहुँचाने का ज़िम्मा सलामी बल्लेबाज़ अभिषेक शर्मा ने अपने कंधों पर लिया, जिनका बखूबी साथ तेज़ गेंदबाज़ हर्षित राणा ने निभाया और एक अर्धशतकीय साझेदारी बनाई।
परन्तु ऑस्ट्रेलिया के सलामी बल्लेबाज़ ट्रैविस हेड और कप्तान मिचेल मार्श की विस्फोटक शुरुआत ने उनकी टीम को लक्ष्य का पीछा करने के लिए एक बेहतरीन नींव प्रदान की, जिसके कारण ऑस्ट्रेलिया ने मुकाबले में 4 विकेट से जीत हासिल की। भारतीय गेंदबाज़ों की बात की जाए तो फिरकी गेंदबाज़ वरुण चक्रवर्ती, कुलदीप यादव और तेज़ गेंदबाज़ जसप्रीत बुमराह ने सर्वाधिक दो-दो विकेट हासिल किए, लेकिन इस स्कोर को बचाने में विफल रहे।
इरफ़ान पठान ने दिया बड़ा बयानपूर्व भारतीय ऑल राउंडर और क्रिकेट एक्सपर्ट इरफ़ान पठान ने अपने यूट्यूब चैनल के हवाले से अभिषेक शर्मा के सन्दर्भ में बयान देते हुए कहा कि अभिषेक ने बेहतरीन बल्लेबाज़ी का प्रदर्शन किया और एक बार को ऐसा प्रतीत हो रहा था कि वे किसी और ही सतह पर बल्लेबाज़ी कर रहे हैं। पावरप्ले का सदुपयोग करते हुए अभिषेक ने बेहतरीन शॉट्स मारे और तेज़ गति से रन बटोरने में सफल रहे।
पठान ने आगे कहा कि, “यदि आप उनकी पारी का ध्यानपूर्वक आंकलन करें तो आपको उनकी इस पारी में दो पहलू नज़र आएंगे। पावरप्ले में विस्फोटक बल्लेबाज़ी करने के उपरांत अभिषेक ने मध्य ओवरों में अपना अंदाज़ बदल दिया और धीमे हो गए, जिसपर पूर्व भारतीय क्रिकेटर का कहना है कि उन्हें अपनी लय को बरक़रार रखते हुए बड़े शॉट्स खेलने चाहिए थे।
अंत में इरफ़ान पठान ने हर्षित राणा की भारतीय बल्लेबाज़ी क्रम को स्थिरता प्रदान करने के लिए प्रशंसा की और उनकी 35 रनों की पारी को अत्यंत महत्वपूर्ण माना। लेकिन उनका मानना है कि अभिषेक शर्मा, जो उनके साथ साझेदारी निभा रहे थे, उन्हें स्थिति का बेहतर आंकलन करना चाहिए था और ज़्यादा गेंदों का सामना करना चाहिए था। हर्षित-अभिषेक की साझेदारी के दौरान युवा सलामी बल्लेबाज़ ने 47 में केवल 14 गेंदों का सामना किया और पठान के अनुसार इन छोटी चीज़ों पर काम करना बहुत आवश्यक है।
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