नई दिल्ली: शुक्रवार को टेलीकॉम सेक्टरी की कंपनी Bharti Airtel Ltd के स्टॉक में जबरदस्त तेज़ी देखने को मिली. यह तेज़ी इतनी जबरदस्त थी कि स्टॉक ने अपने 52 वीक हाई लेवल को टच कर लिया,जो कि 2,039 रुपये है. वहीं शुक्रवार को दिन के आख़िर तक यह स्टॉक 0.28 प्रतिशत की तेज़ी के साथ क्लोज़ हुआ. आने वाले समय में अगर यही तेज़ी बरकरार रही, तो स्टॉक और उछाल दिखा सकता है.
पहली बार टच किया 2000 का लेवलभारती एयरटेल ने शुक्रवार को पहली बार 2000 रुपये के लेवल को टच किया है. इसके साथ ही उसने शुक्रवार को अपना नया 52 वीक हाई लेवल भी बनाया है, जो कि 2,039 रुपये है.
क्या कहना है ब्रोकरेज का?ब्रोकरेज फर्म जेफरीज का कहना है कि ये स्टॉक 2,370 रुपये के लेवल को टच कर सकता है. वैश्विक ब्रोकरेज फर्म जेफरीज का मानना है कि भारती एयरटेल चार मुख्य कारणों से एक मजबूत निवेश विकल्प है. सबसे पहले, यह एयरटेल को भारत की बढ़ती उपभोक्ता मांग से लाभ उठाने के एक बेहतरीन तरीके के रूप में देखता है, खासकर सीमित प्रतिस्पर्धा वाले बड़े बाजार में.
दूसरा, कंपनी में मजबूत सालाना राजस्व वृद्धि की अच्छी संभावना है. तीसरा, समय के साथ इसका पूंजीगत खर्च कम हुआ है, जिसका अर्थ है कि इसे पहले की तरह इंफ्रास्ट्रक्चर में भारी निवेश करने की आवश्यकता नहीं है. अंत में, एयरटेल का स्टॉक वर्तमान में अंडरवैल्यूड है, जिससे इसकी कीमत में वृद्धि की काफी गुंजाइश है.
FII भी बढ़ा रहे हैं हिस्सेदारीकंपनी में एफआईआई भी हिस्सेदारी बढ़ा रहे हैं. ट्रेंडलाइन के मुताबिक, एफआईआई ने मार्च 2025 तिमाही में अपनी हिस्सेदारी को 24.27% से बढ़ाकर 25.41% कर दिया है.
(ये एक्सपर्ट/ ब्रोकरेज के निजी सुझाव/ विचार हैं. ये इकोनॉमिक टाइम्स के विचारों को नहीं दर्शाते हैं. किसी भी फंड/ शेयर में निवेश करने से पहले अपने फाइनेंशियल एडवाइजर की राय जरूर लें.)
पहली बार टच किया 2000 का लेवलभारती एयरटेल ने शुक्रवार को पहली बार 2000 रुपये के लेवल को टच किया है. इसके साथ ही उसने शुक्रवार को अपना नया 52 वीक हाई लेवल भी बनाया है, जो कि 2,039 रुपये है.
क्या कहना है ब्रोकरेज का?ब्रोकरेज फर्म जेफरीज का कहना है कि ये स्टॉक 2,370 रुपये के लेवल को टच कर सकता है. वैश्विक ब्रोकरेज फर्म जेफरीज का मानना है कि भारती एयरटेल चार मुख्य कारणों से एक मजबूत निवेश विकल्प है. सबसे पहले, यह एयरटेल को भारत की बढ़ती उपभोक्ता मांग से लाभ उठाने के एक बेहतरीन तरीके के रूप में देखता है, खासकर सीमित प्रतिस्पर्धा वाले बड़े बाजार में.
दूसरा, कंपनी में मजबूत सालाना राजस्व वृद्धि की अच्छी संभावना है. तीसरा, समय के साथ इसका पूंजीगत खर्च कम हुआ है, जिसका अर्थ है कि इसे पहले की तरह इंफ्रास्ट्रक्चर में भारी निवेश करने की आवश्यकता नहीं है. अंत में, एयरटेल का स्टॉक वर्तमान में अंडरवैल्यूड है, जिससे इसकी कीमत में वृद्धि की काफी गुंजाइश है.
FII भी बढ़ा रहे हैं हिस्सेदारीकंपनी में एफआईआई भी हिस्सेदारी बढ़ा रहे हैं. ट्रेंडलाइन के मुताबिक, एफआईआई ने मार्च 2025 तिमाही में अपनी हिस्सेदारी को 24.27% से बढ़ाकर 25.41% कर दिया है.
(ये एक्सपर्ट/ ब्रोकरेज के निजी सुझाव/ विचार हैं. ये इकोनॉमिक टाइम्स के विचारों को नहीं दर्शाते हैं. किसी भी फंड/ शेयर में निवेश करने से पहले अपने फाइनेंशियल एडवाइजर की राय जरूर लें.)
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