एक बार फिर अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की टैरिफ नीति सुर्खियों में आ गई है. इस बार सवाल किया जा रहा है कि क्या ट्रंप टैरिफ की डेडलाइन आगे बढ़ाने वाली है? व्हाइट हाउस ने हाल ही में संकेत दिए हैं कि कई देशों पर लागू होने वाले अतिरिक्त टैरिफ की 9 जुलाई 2025 की समयसीमा को बढ़ाया जा सकता है. हालांकि इसमें अभी भी ट्विस्ट बना हुआ है. व्हाइट हाउस की प्रेस सचिव कैरोलाइन लेविट ने इस बारे में बयान जारी किए.
प्रेसिडेंट ट्रंप टैरिफ डेडलाइन पर लेंगे अंतिम फैसला कैरोलाइन लेविट ने यह संकेत तो दिए हैं कि कई देशों पर 9 जुलाई 2025 से लागू होने वाले टैरिफ की डेडलाइन को आगे बढ़ाया जा सकता है. साथ ही यह भी साफ किया है कि इस मामले पर अंतिम फैसला राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के द्वारा ही लिया जाएगा. इसके अलावा उन्होंने यह भी कहा कि समय सीमा को सख्ती से लागू करना जरूरी नहीं होगा. ट्रम्प टैरिफ का असर भारत सहित कई देशों पर पड़ने वाला है. इसलिए यह खबर ग्लोबल ट्रेड के साथ ही भारत की इकोनामिक के लिए महत्वपूर्ण हो सकती है.
व्हाइट हाउस की प्रेस सचिव ने बताया कि प्रेसिडेंट ट्रंप अपने ट्रेड कंसल्टेंट्स के साथ टैरिफ स्ट्रेटजी को लेकर अंतिम फैसला करने के लिए जुटे हुए हैं. राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने दोबारा सत्ता में आने के बाद कई देशों पर रिसिप्रोकल टैरिफ लगाने का ऐलान किया था. उन्होंने 2 अप्रैल 2025 को लगभग 180 देशों पर रेसिप्रोकल टैरिफ लागू करने की घोषणा की थी, जिसमें भारत पर 26% अतिरिक्त टैरिफ शामिल था.
इसके बाद ट्रंप प्रशासन की तरफ से रिसिप्रोकल टैरिफ को 90 दिनों के लिए स्थगित कर दिया गया था. अब इसकी डेडलाइन 9 जुलाई 2025 को खत्म हो रही है. हालांकि व्हाइट हाउस की तरफ से मिले ताजा संकेत कई देशों के लिए राहत भरे हैं.
भारत पर टैरिफ का असर भारत पर ट्रंप प्रशासन की टैरिफ नीति का बड़ा प्रभाव पड़ सकता है. यदि डेडलाइन और आगे नहीं बढ़ाई गई और 26% का अतिरिक्त टैरिफ लागू होता है तो इससे भारतीय सामानों की कीमत अमेरिकी बाजार में बढ़ सकती है. जिसका असर निर्यात पर देखने को मिल सकता है. भारत के कमर्स मिनिस्ट्री के आंकड़ों के अनुसार भारत अमेरिका को लगभग 73.7 अरब डॉलर का निर्यात करता है. इसके अलावा आयात के आंकड़े 39.1 अरब डॉलर है.
ट्रंप कर चुके हैं कई बार आलोचना अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप कई बार अपने बयानों में भारत को टैरिफ किंग का चुके हैं. हालांकि व्हाइट हाउस की तरफ से जारी ताजा बयानों के अनुसार भारत को कुछ राहत मिल सकती है. बता दें कि ट्रंप की टैरिफ नीति की घोषणा के बाद वैश्विक शेयर बाजारों में अस्थिरता देखी गई थी. अप्रैल 2025 में भारतीय शेयर बाजार में 1400 अंकों की गिरावट दर्ज की गई थी. अब डोनाल्ड ट्रंप के फैसले पर निर्भर करता है कि भारत पर टैरिफ का कब और कितना असर होगा.
प्रेसिडेंट ट्रंप टैरिफ डेडलाइन पर लेंगे अंतिम फैसला कैरोलाइन लेविट ने यह संकेत तो दिए हैं कि कई देशों पर 9 जुलाई 2025 से लागू होने वाले टैरिफ की डेडलाइन को आगे बढ़ाया जा सकता है. साथ ही यह भी साफ किया है कि इस मामले पर अंतिम फैसला राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के द्वारा ही लिया जाएगा. इसके अलावा उन्होंने यह भी कहा कि समय सीमा को सख्ती से लागू करना जरूरी नहीं होगा. ट्रम्प टैरिफ का असर भारत सहित कई देशों पर पड़ने वाला है. इसलिए यह खबर ग्लोबल ट्रेड के साथ ही भारत की इकोनामिक के लिए महत्वपूर्ण हो सकती है.
व्हाइट हाउस की प्रेस सचिव ने बताया कि प्रेसिडेंट ट्रंप अपने ट्रेड कंसल्टेंट्स के साथ टैरिफ स्ट्रेटजी को लेकर अंतिम फैसला करने के लिए जुटे हुए हैं. राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने दोबारा सत्ता में आने के बाद कई देशों पर रिसिप्रोकल टैरिफ लगाने का ऐलान किया था. उन्होंने 2 अप्रैल 2025 को लगभग 180 देशों पर रेसिप्रोकल टैरिफ लागू करने की घोषणा की थी, जिसमें भारत पर 26% अतिरिक्त टैरिफ शामिल था.
इसके बाद ट्रंप प्रशासन की तरफ से रिसिप्रोकल टैरिफ को 90 दिनों के लिए स्थगित कर दिया गया था. अब इसकी डेडलाइन 9 जुलाई 2025 को खत्म हो रही है. हालांकि व्हाइट हाउस की तरफ से मिले ताजा संकेत कई देशों के लिए राहत भरे हैं.
भारत पर टैरिफ का असर भारत पर ट्रंप प्रशासन की टैरिफ नीति का बड़ा प्रभाव पड़ सकता है. यदि डेडलाइन और आगे नहीं बढ़ाई गई और 26% का अतिरिक्त टैरिफ लागू होता है तो इससे भारतीय सामानों की कीमत अमेरिकी बाजार में बढ़ सकती है. जिसका असर निर्यात पर देखने को मिल सकता है. भारत के कमर्स मिनिस्ट्री के आंकड़ों के अनुसार भारत अमेरिका को लगभग 73.7 अरब डॉलर का निर्यात करता है. इसके अलावा आयात के आंकड़े 39.1 अरब डॉलर है.
ट्रंप कर चुके हैं कई बार आलोचना अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप कई बार अपने बयानों में भारत को टैरिफ किंग का चुके हैं. हालांकि व्हाइट हाउस की तरफ से जारी ताजा बयानों के अनुसार भारत को कुछ राहत मिल सकती है. बता दें कि ट्रंप की टैरिफ नीति की घोषणा के बाद वैश्विक शेयर बाजारों में अस्थिरता देखी गई थी. अप्रैल 2025 में भारतीय शेयर बाजार में 1400 अंकों की गिरावट दर्ज की गई थी. अब डोनाल्ड ट्रंप के फैसले पर निर्भर करता है कि भारत पर टैरिफ का कब और कितना असर होगा.
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