नई दिल्ली। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कल बजट 2025 का अनावरण किया। इस बजट में केंद्र सरकार ने पड़ोसी देशों की सहायता के लिए विशेष राशि निर्धारित की है। नेपाल, भूटान, बांग्लादेश और अफगानिस्तान जैसे देशों के लिए वित्तीय आवंटन किया गया है।
भारत-बांग्लादेश संबंध
इस बजट में भारत ने बांग्लादेश के लिए सहायता राशि में कोई वृद्धि नहीं की है। पिछले वर्ष की तरह, इस बार भी बांग्लादेश को 120 करोड़ रुपये आवंटित किए गए हैं। यह संकेत करता है कि भारत ने बांग्लादेश को अपनी सीमाओं में रहने की सलाह दी है।
भूटान को मिली सबसे बड़ी सहायता
बजट 2025-26 में भूटान को सबसे अधिक सहायता दी जा रही है। भारत ने भूटान के लिए 2,150 करोड़ रुपये का आवंटन किया है, जो पिछले वर्ष के 2,068 करोड़ रुपये से अधिक है। इसके अलावा, मालदीव के लिए भी सहायता राशि को 400 करोड़ रुपये से बढ़ाकर 600 करोड़ रुपये कर दिया गया है।
अफगानिस्तान को मिली कमी
अफगानिस्तान के लिए भारत ने पिछले वर्ष 200 करोड़ रुपये की सहायता दी थी, लेकिन इस बार इसे घटाकर 100 करोड़ रुपये कर दिया गया है। वहीं, म्यांमार के लिए सहायता राशि में वृद्धि की गई है, जो पिछले वर्ष 250 करोड़ रुपये थी, अब 350 करोड़ रुपये हो गई है। नेपाल के लिए सहायता राशि 700 करोड़ रुपये पर स्थिर है, जबकि श्रीलंका के लिए इसे 245 करोड़ रुपये से बढ़ाकर 300 करोड़ रुपये कर दिया गया है।
संबंधों की दिशा
You may also like
चंद्रिका टंडन ने जीता 2025 का ग्रैमी पुरस्कार, जानें उनके सफर के बारे में
नाबालिग के अपहरण और दुष्कर्म के मामले में 20 साल की सजा
प्रयागराज महाकुंभ: भगदड़ के पीछे साजिश का आरोप
ये सब्जी कैंसर, बवासीर के मस्से और पथरी गला देती है। देती है सफेद बालो से निजात
शरीर के इस खास हिस्से पर तिल का निशान होना क्या संकेत देता है? हजारों में एक व्यक्ति के प्राइवेट पार्ट पर मौजूद यह तिल कैसे बदल सकता है उनका जीवन