जब भी कोई अपराध होता है, पुलिस उस व्यक्ति को गिरफ्तार कर जेल भेज देती है। अपराध की गंभीरता के अनुसार सजा तय की जाती है। लेकिन एक ऐसा देश है, जहां कैदियों को किताबें पढ़ने पर उनकी सजा में कमी मिलती है। आइए जानते हैं इस अनोखे कार्यक्रम के बारे में।
HR Breaking News (नई दिल्ली)। जब कोई व्यक्ति अपराध करता है और उसे पकड़ा जाता है, तो अदालत उसे सजा सुनाती है। इसके बाद आरोपी को निर्धारित समय तक जेल में रहना पड़ता है। क्या आप जानते हैं कि एक देश में किताबें पढ़कर सजा कम की जा सकती है?
यह देश वेस्ट सेंट्रल साउथ अमेरिका में स्थित बोलीविया है, जहां की जेलों में कैदियों को किताबें पढ़ने पर सजा में कमी मिलती है।
इस कार्यक्रम का नाम 'बुक्स बिहाइंड बार्स' रखा गया है। इसका उद्देश्य है कि किताबें पढ़कर सजा कम की जाए और फिर कैदी मुस्कुराते हुए बाहर निकलें।
इस कार्यक्रम का एक और लक्ष्य साक्षरता को बढ़ावा देना है। बोलीविया की जेलों में न तो मौत की सजा है और न ही उम्रकैद।
यहां जो कैदी अधिक किताबें पढ़ते हैं, उन्हें सजा पूरी होने से पहले रिहा कर दिया जाता है। हालांकि, यहां के अधिकांश कैदी पढ़ाई में बहुत सक्षम नहीं होते, इसलिए उनके लिए किताबें पढ़ना थोड़ा चुनौतीपूर्ण हो सकता है.
यह कार्यक्रम ब्राज़ील में चलाए गए एक समान कार्यक्रम से प्रेरित है, और कई कैदी इसका लाभ उठा चुके हैं।
You may also like
आज केरवा से गिद्धों का पहला समूह छोड़ा जाएगा उनके प्राकृतिक रहवास में
Cash Deposit Rules Changed: Know the New RBI Guidelines for Savings and Current Accounts
कैल्शियम का सबसे बड़ा स्त्रोत, नपुंसकता की सबसे अच्छी दवा है. कंप्यूटर की तरह चलने लगेगा दिमागˈ
आईएसएसएफ विश्व कप : सुरुचि इंदर सिंह ने स्वर्ण, मनु भाकर ने रजत पर किया कब्ज़ा, सौरभ चौधरी को कांस्य
Samsung फैंस के लिए बुरी खबर! One UI 7 अपडेट का रोलआउट बग के कारण रुका