प्रयागराज। श्रीगोवर्धनमठ पुरी पीठ के जगद्गुरु शंकराचार्य स्वामी निश्चलानंद सरस्वती ने हाल ही में एक बयान में कहा कि भारत पर अंग्रेजों और मुसलमानों का शासन रहा, लेकिन इस दौरान किसी आतंकवादी को शंकराचार्य नहीं बनाया गया।
स्वामी ने यह भी कहा कि आजकल जगद्गुरुओं और नकली शंकराचार्यों की संख्या बढ़ गई है। उन्होंने उदाहरण देते हुए कहा कि मॉरीशस समेत अन्य देशों में एक आतंकवादी को पुरी का नकली शंकराचार्य बनाकर पेश किया गया।
स्वामी निश्चलानंद सरस्वती ने आरएसएस कार्यालय में ठहरने की बात भी की और कहा कि वे किसी को डराने का इरादा नहीं रखते। उन्होंने यह स्पष्ट किया कि व्यास पीठ के आचार्य को शासन तंत्र का अनुसरण करना चाहिए, अन्यथा वे उन्हें स्वीकार नहीं करेंगे।
उन्होंने कहा कि यदि एक करोड़ आतंकवादी भी उन्हें घेर लें, तो भी वे डरने वाले नहीं हैं। उन्होंने गृहमंत्री अमित शाह के साथ हुई बातचीत का जिक्र करते हुए कहा कि जब उन्होंने इस मुद्दे पर चर्चा की, तो अमित शाह ने कहा कि वे उनके पास ही आते हैं। स्वामी ने कहा कि यह एक प्रकार की कूटनीति है।
You may also like
डोसा खाने पहुंची महिला को चिपके मिले 8 कॉकरोच, मुंह में डालते ही…, ⤙
RR vs GT: गुजरात के खिलाफ 38 गेंदों में 101 रन ठोक वैभव सूर्यवंशी बने 'Player of the Day'
आईपीएल 2025 : वैभव सूर्यवंशी बने टूर्नामेंट के इतिहास में सबसे कम उम्र के शतकवीर
संविधान बचाओ का नाटक करने वालों ने ही संविधान का गला घोंटा : सीपी जोशी
विपक्ष का षड्यंत्र विफल करेंगे भाजपा कार्यकर्ता : धर्मपाल सिंह