अगर आपके अच्छे दिन अचानक से बुरे दिनों में बदल रहे हैं तो अपने घर की चीजों पर जरूर ध्यान दें। अक्सर घर में कुछ ऐसी चीजें होती हैं, जिनके खाली होने पर बुरा असर देने लगती हैं। वास्तु शास्त्र और शास्त्रीय मत के अनुसार, घर में रखी खाली चीजों का दुष्प्रभाव आपकी प्रगति पर पड़ता है। कई बार छोटी से छोटी वस्तु से व्यक्ति का भाग्य रुक जाता है और वह धीरे धीरे कंगाली की ओर ले जाती है। इन चीजों से जीवन में नकारात्मकता आती है और एक के बाद एक नए संकट आने लगते हैं। इसलिए जीवन के विकास और भाग्य वृद्धि के लिए घर में मौजूद इन चीजों को कभी भी खाली नहीं रखना चाहिए।
किचन में रखे कंटेनर :आपके घर की किचन में रखे खाली कंटेनर और जार केवल सामान्य वस्तुएं नहीं हैं, उन्हें ऐसे बर्तनों के रूप में देखा जाता है जो घर के भीतर प्रचुरता और सकारात्मक ऊर्जा की क्षमता रखते हैं। यह स्पष्ट रूप से देखा जा सकता है कि एक खाली कंटेनर या जार ऊर्जा के संदर्भ में खालीपन का प्रतीक हैं।
बटुआ या पर्स :आपका बटुआ या पर्स एक ऐसा सामान माना जाता है जो हमारे वित्तीय संसाधनों को सुचारु बनाए रखता है। जब यह खाली होता है, तो यह वित्तीय प्रचुरता की कमी को दिखाता है। यह संभावित रूप से घर की ऊर्जा में बेचैनी या असंतुलन की भावना पैदा कर सकता है। हालांकि, ऐसा माना जाता है कि बटुआ या पर्स को भरकर रखने से हमें आर्थिक समृद्धि को आकर्षित करने में मदद मिलती है। आपको हमेशा अपने पर्स में कुछ नकदी अवश्य रखनी चाहिए, जिससे धन का आगमन बना रहे।
अन्न का भंडार :वास्तुशास्त्र के अनुसार, घर में कभी भी अन्न के भंडार को खाली नहीं रखना चाहिए। अगर वह खाली हो रहा है तो उससे पहले ही भर दें, ताकि वह आपके विकास में बाधक न बने। भरा हुआ अन्न का भंडार जीवन में सकारात्मक ऊर्जा लाता है और आपकी समृद्धि में इजाफा करता है। साथ ही हर रोज मां अन्नपूर्णा की पूजा करें, मां अन्नपूर्णा धन-धान्य, ऐश्वर्य और सौभाग्य की देवी हैं। इनकी हर रोज पूजा करने से कभी भी घर का भंडार खाली नहीं रहता है।
बाथरूम में खाली बाल्टी :
बाथरूम में खाली बाल्टी को समृद्धि के इस प्रवाह में व्यवधान के रूप में देखा जाता है। बाथरूम पानी के तत्व से जुड़ा होता है, जिसका धन और प्रचुरता से गहरा संबंध होता है। ऐसा माना जाता है कि बाथरूम में खाली बाल्टी रखने से उस स्थान के भीतर जल ऊर्जा के प्राकृतिक प्रवाह में बाधा आती है। बाथरूम में भरी हुई बाल्टी रखकर, वास्तु के समर्थकों का लक्ष्य पानी से जुड़ी ऊर्जा के सामंजस्यपूर्ण प्रवाह को बनाए रखना है।
पूजा घर में जलपात्र को न रखें खाली :ज्यादातर घरों में पूजा स्थल होता है और पूजा से जुड़ी सामग्री जैसे जलपात्र, घंटी आदि चीजें होती हैं। वास्तु शास्त्र के अनुसार, पूजा घर में रखे जलपात्र को कभी भी खाली नहीं रखना चाहिए। पूजा करने से बाद जलपात्र में जल भर दें और उसमें थोड़ा गंगाजल और एक तुलसी पत्ता डाल दें। ये खबर आप हिमाचली खबर में पढ़ रहे हैं। । ऐसी मान्यता है कि भगवान को भी प्यास लगती है। ऐसे जल से भरा हुआ पात्र पूजा घर में होने पर भगवान प्यासे नहीं रहते हें और संतुष्ट रहते हैं। इससे घर में सुख समृद्धि बनी रहती है और सकारात्मक ऊर्जा का संचार रहता है। वहीं खाली जलपात्र घर और जीवन में नकारात्मक प्रभाव डालता है जिससे आर्थिक संकट का भी सामना करना पड़ता है।
नोट : यह तमाम जानकारी जनरुचि को ध्यान में रखकर दी जा रहा है, इस संदर्भ में हम किसी प्रकार का कोई दावा नहीं करते हैं।
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