Himachali Khabar
हरियाणा के सिरसा में चौधरी देवीलाल विश्वविद्यालय सिरसा के ऑडिटोरियम में डा. भीमराव अंबेडकर स्टूडेंट फ्रंट ऑफ इंडिया के तत्वावधान में महात्मा ज्योतिबा फूले और भारत रत्न डॉक्टर भीम राव अ बेडकर के जन्म दिवस के अवसर पर 15वां वार्षिक पारितोषिक सम्मान समारोह का भव्य आयोजन हुआ, जिसमें विभिन्न श्रेणी में अव्वल रहने वाले 350 विद्यार्थियों, सामाजिक कार्यकर्ताओं, खिलाड़ियों को सम्मानित किया गया।
इस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि सिरसा की पूर्व सांसद सुनीता दुग्गल, सुभाष मेघवाल सदस्य हि. स. सै. क., देव शर्मा चैयरमैन बीज विकास निगम मु य अतिथि के रुप में शामिल हुए। डा. स्वदेश कबीर, डा. असीम मिगलानी, डा. राजेंद्र कड़वासरा व रविन्द्र चौहान संस्थापक ने कार्यक्रम की अध्यक्षता की। पूर्व सांसद सुनीता दुग्गल ने कहा कि भारतीय संविधान के निर्माता व शिल्पकार और देश के दलितों एवं पिछड़े वर्ग के लोगों के मसीहा बाबा साहेब डा. भीमराव अंबेडकर ने अपना पूरा जीवन भारतीय समाज के पिछड़े वर्गों, दलितों और गरीबों के उत्थान के लिए न्योछावर कर दिया। वह एक प्र यात अर्थशास्त्री, कानूनविद और राजनेता थे।
उन्होंने सिर्फ सामाजिक न्याय व सामाजिक असमानता के खिलाफ ही लड़ाई नहीं लड़ी, बल्कि उन्होंने महिला सशक्तिकरण, महिलाओं को बराबरी का अधिकार, जनसं या नियंत्रण, यूनिफॉर्म सिविल कोड, मौलिक दायित्व की भी बात की। हरियाणा कर्मचारी चयन आयोग के मेंबर सुभाष मेघवाल ने कहा कि बाबा साहेब कहा करते थे कि किसी समाज की प्रगति में उस समाज में महिलाओं की प्रगति से आंकता हूं। अपने प्रगतिशील विचारों के चलते वह आज करोड़ों भारतीयों के प्रेरणास्त्रोत हैं। उन्होंने ताउम्र सामाजिक उत्थान के लिए और देश की उन्नति और विकास के लिए हमेशा संघर्ष किया। उन्होंने शीघ्र ही विभिन्न श्रेणी में नियमित भर्ती प्रक्रिया के लिए सीईटी परीक्षा का आयोजन करने के बारे में कहा।
चैयरमेन देव कुमार शर्मा ने कहा कि संविधान निर्माण के लिए उन्होंने कई देशों के संविधान का अध्ययन किया। उन्हें संविधान जनक व संविधान निर्माता कहा जाता है। वह महान अर्थशास्त्री थे। आरबीआई की परिकल्पना उनके विचारों पर ही आधारित थी। हरियाणा जीके के नाम से स्टार प्रदीप और निफा हरियाणा महासचिव दलबीर सिंह ने कार्यक्रम की सराहना की और कहा कि इस तरह के कार्यक्रम पूरे प्रदेश भर में होने चाहिए, ताकि युवाओं को आगे बढ़ने का मौका मिले। समाज के प्रत्येक पहलू पर आज विचार करने की आवश्यकता है। जब तक समाज के अंतिम छोर तक शिक्षा का विकास नहीं होगा, तब तक संपूर्ण राष्ट्र तरक्की नहीं कर सकता। डा. भीमराव अंबेडकर स्टूडेंट फ्रंट ऑफ इंडिया के संस्थापक अध्यक्ष रविंद्र चौहान ने कहा कि अंबेडकर सिर्फ दलित वर्ग के लिए नहीं, बल्कि प्रत्येक वर्ग, महिलाओं व श्रमिकों के अधिकारों के लिए भी लड़े। वह चाहते थे कि महिलाओं को समाज में बराबरी का हक मिले। वे कहते थे कि मैं किसी समाज की प्रगति का आकलन यह देखकर करूंगा कि वहां की महिलाओं की स्थिति कैसी है। उन्होंने बताया कि फ्रंट पिछले 15 सालों से विभिन्न श्रेणी में सफल रहने वाले विद्यार्थी, समाजसेवी कार्यकर्ताओं सहित किसी भी क्षेत्र में बेहतरीन सामाजिक उत्थान का कार्य करने वाले व्यक्ति को हर वर्ष स मानित किया जाता है। इस अवसर पर रवि खनगवाल, विनोद पिलनी, दलवीर सिंह, विनोद नागर, धर्मवीर, रोहित, दर्शन, हार्दिक चौहान, गार्गी, दीपिका चौहान, राजेश स्वामी, समाजसेवी रंजीत टक्कर, प्रमिला स्वामी, कांता, किसान संगठनों के पदाधिकारी, विभिन्न सामाजिक संगठन आदि शामिल हुए।
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