मुंबई, 10 मई . शिवसेना नेता सदा सरवणकर ने शनिवार को समाचार एजेंसी से खास बातचीत की. उन्होंने भारत की सैन्य कार्रवाई का नाम ‘ऑपरेशन सिंदूर’ रखने की तारीफ की.
शिवसेना नेता सरवणकर ने कहा, “हम लोग भावनात्मक काम करने वाले और देव धर्म मानने वाले लोग हैं. आतंकवादियों ने जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में 22 अप्रैल को जिस ढंग से 26 निर्दोष पर्यटकों की हत्या की, हमारी माताओं-बहनों का सिंदूर मिटाया गया, चुन-चुनकर धर्म के आधार पर गोली मारी गई. उसके खिलाफ भारत ने अपनी सैन्य कार्रवाई का नाम ‘ऑपरेशन सिंदूर’ रखा. जिनकी सिंदूर उजाड़ी गई थी, उनका ख्याल रखते हुए ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के तहत आतंकवादी ठिकानों को निशाना बनाया गया. पूरे देश में इस नाम की चर्चा है.”
उन्होंने कहा, “हमारे जवानों के साथ भारत की हर महिला खड़ी है. वो भी कह रही हैं कि बंदूक हमें दे दो, हम भी बॉर्डर पर जाने के लिए तैयार हैं. यह दिखाता है कि जो नाम दिया गया है, वो बहुत ही भावनात्मक और दिल को लगने वाला है. पीएम मोदी ने बहुत अच्छा काम किया है, हम सभी उनके साथ हैं.”
सरवणकर ने कहा, “इसमें राजनीति नहीं करनी चाहिए. पूरा देश जाति, धर्म और पंथ सब भूलकर सरकार और सेना के साथ है. कुछ लोगों को हर जगह पर राजनीति करने की आदत है, उन पर बात नहीं करनी चाहिए. इससे पहले कांग्रेस की सरकार सत्ता में थी, उस समय 26/11 आतंकी हमले हुए, उस समय हमने कुछ नहीं किया. अगर हम लोग उस समय ही जवाब दिए होते तो आज हमारे आम नागरिकों को नहीं मारा जाता. लेकिन आज पुरानी बातों को निकालने से कोई फायदा नहीं है. आज की तारीख में दुश्मनों को जवाब देना जरूरी है और मोदी सरकार वो दे रही है.”
‘ऑपरेशन सिंदूर’ के नाम पर सवाल उठाने पर शिवसेना नेता ने कहा, “कुछ लोगों को वोट बैंक को ध्यान में रखकर बात करने की आदत है. मेरे हिसाब से पहले देश और उसके बाद कुछ आना चाहिए.”
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एससीएच/एबीएम
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