रांची, 11 नवंबर . झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) के महासचिव सुप्रियो भट्टाचार्य ने सोमवार को भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के शीर्ष नेताओं पर दूसरी पार्टी के नेताओं के निरादर का आरोप लगाया.
झामुमो महासचिव ने कहा, “मौजूदा समय में प्रधानमंत्री और उनके मंत्री जो भी बोल रहे हैं, वह एकदम असंवैधानिक है. मैं ऐसा दावे के साथ कह सकता हूं. पूरी सरकार एकजुट होकर ऐसी भाषा बोल रही है कि देश का संविधान खतरे में पड़ जाए. आज भी अमित शाह जी ने हमारे पूर्व मुख्यमंत्री रहे चंपई सोरेन की जनसभा में कुछ ऐसा कहा जिसे कतई स्वीकार नहीं किया जा सकता है.
“उस मंच पर घाटशिला से भारतीय जनता पार्टी के प्रत्याशी थे और मंच पर चंपई सोरेन जी भी मौजूद थे. इस बीच, अमित शाह जी ने मंच से कहा, ‘ए बाबूलाल सामने आओ, चंपई इधर आओ, सामने आओ!’ चंपई सोरेन जी अपनी जगह से उठ नहीं पाए. यह दृश्य वाकई बहुत शर्मनाक था. मैंने आज तक चंपई बाबू को हमेशा आदर से ही पुकारा है, लेकिन उनके साथ इस तरह का व्यवहार हुआ, जो निंदनीय है.”
उन्होंने आगे कहा, “हमें याद है कि 2019 में जब कोलाम से हम प्रचार करने जा रहे थे, हमें रोका गया था. भाजपा के लोग, जो अपराधी तत्व हैं, उन्हें साथ लेकर घूम रहे थे और सड़कों पर नारे लगा रहे थे. चुनाव आयोग का भी काम अगर सरकार की तरह होने लगे, तो फिर लोकतंत्र की स्थिति क्या होगी?”
सुप्रियो भट्टाचार्या ने आगे प्रधानमंत्री के बयान का जिक्र किया. उन्होंने कहा, “प्रधानमंत्री ने महाराष्ट्र में कहा था कि ‘एक रहेंगे, सेफ रहेंगे’. यह हिंदू, मुस्लिम, सिख, ईसाई, सभी के लिए था? क्या अब तक भारत असुरक्षित था?”
उन्होंने कहा, “केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह जी का झारखंड में आना और तमाम विधानसभा क्षेत्रों में चुनावी सभाएं करना, यह उनका राजनीतिक अधिकार है. हम इस बात को नहीं नकार सकते. वे यहां प्रचार करने आए हैं. लेकिन, जिस तरीके से और जिस उद्देश्य से उन्होंने अपनी सभाएं रखी हैं, वह बहुत विवादास्पद है.”
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एसएचके/एकेजे
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