Lucknow, 9 सितंबर . एकीकृत शिकायत निवारण प्रणाली (आईजीआरएस) की अगस्त माह की रिपोर्ट में यूपी के देवीपाटन मंडल ने जन शिकायतों के निस्तारण में बाजी मारी है और प्रदेश में पहला स्थान प्राप्त किया है. इसी तरह प्रदेशभर में मीरजापुर मंडल ने दूसरा और अलीगढ़ मंडल ने तीसरा स्थान प्राप्त किया है.
देवीपाटन मंडलायुक्त शशि भूषण लाल सुशील ने बताया कि Chief Minister योगी आदित्यनाथ की मंशा के अनुरूप जन शिकायतों का प्राथमिकता के आधार पर निस्तारण किया जा रहा है. इसके लिए देवीपाटन मंडल के जिलों क्रमश: श्रावस्ती, बहराइच, गोंडा और बलरामपुर में जन शिकायतों के पारदर्शी और त्वरित समाधान के लिए कई बिंदुओं पर लगातार काम किया जा रहा है. उन्होंने बताया कि जिलों में जनशिकायतों की निस्तारण की रिपोर्ट की लगातार मॉनिटरिंग की जाती है.
मंडलायुक्त ने बताया कि वह खुद मंडल के सभी जिलों के जन शिकायतों के निस्तारण के पहलुओं की मॉनिटरिंग करते हैं. इसके साथ ही रेंडम पांच शिकायतकर्ता से मंडलायुक्त कार्यालय से फीडबैक लिया जाता है ताकि यह पता चल सके कि पीड़ित की शिकायत पर वास्तविकता में एक्शन लिया गया है या फिर रिपोर्ट ही लगायी गयी है. इसके साथ ही हर माह जन शिकायतों के मामलों की विभागीय आख्या की जांच की जाती है. यही वजह है कि देवीपाटन मंडल ने जन शिकायतों के निस्तारण में प्रदेश भर में पहला स्थान प्राप्त किया है.
मंडलायुक्त ने बताया कि अगस्त माह की आईजीआरएस रिपोर्ट में देवीपाटन मंडल को पूर्णांक 120 में से 105 अंक प्राप्त हुए हैं और सफलता दर 87.50 प्रतिशत है. सरकार द्वारा लांच आईजीआरएस (एकीकृत शिकायत निवारण प्रणाली) पोर्टल नागरिकों की शिकायतों के समाधान के लिए एक महत्वपूर्ण प्लेटफॉर्म है. Chief Minister योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर कई सुधारों के बाद यह अत्यधिक प्रभावी साबित हुआ है.
आईजीआरएस की अगस्त की रिपोर्ट के अनुसार मिर्जापुर मंडल ने जन शिकायतों के निस्तारण में प्रदेशभर में दूसरा प्राप्त किया है. मिर्जापुर मंडलायुक्त ने बताया कि अगस्त माह की आईजीआरएस रिपोर्ट में मीरजापुर मंडल को पूर्णांक 120 में से 96 अंक प्राप्त हुए हैं और सफलता दर 80 प्रतिशत है. इसी तरह अलीगढ़ मंडल ने जन शिकायतों के निस्तारण में पूरे प्रदेश में तीसरा स्थान प्राप्त किया है.
अलीगढ़ मंडलायुक्त संगीता सिंह ने बताया कि अगस्त माह की आईजीआरएस रिपोर्ट में अलीगढ़ मंडल को पूर्णांक 120 में से 93 अंक प्राप्त हुए हैं और सफलता दर 77.50 प्रतिशत है. इसके साथ ही टॉप फाइव मंडल में बस्ती मंडल ने चौथा और प्रयागराज मंडल ने पांचवां स्थान प्राप्त किया है. इन मंडलों ने शिकायतों के निस्तारण में समय की बचत और पीड़ितों से फीडबैक लेकर सुधार की प्रक्रिया को तेज किया है. इससे यह सुनिश्चित हुआ कि कोई भी शिकायत अनसुलझी न रहे और समाधान की प्रक्रिया पूरी तरह से पारदर्शी और समयबद्ध हो. साथ ही अधिकारियों के फील्ड विज़िट्स ने इस प्रक्रिया को और भी प्रभावी बना दिया है.
–
विकेटी/एएस
You may also like
प्रोफ़ेसर बृज नारायण: पाकिस्तान बनाने के कट्टर समर्थक, जिनकी भीड़ ने लाहौर में हत्या कर दी थी
भारत बनाम पाकिस्तान : हाई-वोल्टेज मैच को लेकर उत्साह में फैंस, टीम इंडिया से जीत की उम्मीदें
बेटे को फायदा पहुंचाने के आरोपों पर गडकरी का तीखा जवाब: 'मेरा दिमाग 200 करोड़ का है!'
UAE vs OMN Match Prediction, Asia Cup 2025: यूएई बनाम ओमान! यहां देखें संभावित XI, पिच रिपोर्ट और लाइव स्ट्रीमिंग से जुड़ी सभी जानकारी
नेपाल में हिंसा के लिए जिम्मेदार लोगों को पीएम सुशीला कार्की ने दी कड़ी चेतावनी