अगरतला, 22 अप्रैल . त्रिपुरा के मुख्यमंत्री डॉ. माणिक साहा ने मंगलवार को पश्चिमी त्रिपुरा जिले में छह नवनिर्मित दो मंजिला स्कूल भवनों का उद्घाटन किया. उन्होंने गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान करने और शैक्षिक बुनियादी ढांचे को मजबूत करने की सरकार की प्रतिबद्धता को सर्वोच्च प्राथमिकता को दोहराया.
कुल 27.38 करोड़ रुपये की लागत से निर्मित, नवनिर्मित भवन सरकारी स्कूलों में शैक्षणिक वातावरण और सीखने की सुविधाओं को बढ़ाने के लिए एक राज्यव्यापी पहल का हिस्सा है.
उद्घाटन समारोह में त्रिपुरा विधानसभा के उपाध्यक्ष और स्थानीय विधायक रामप्रसाद पॉल, शिक्षा विभाग के विशेष सचिव रावल हेमेंद्र कुमार, माध्यमिक शिक्षा निदेशक एनसी शर्मा और अन्य उपस्थित रहे. यह कार्यक्रम अमताली उच्चतर माध्यमिक विद्यालय में आयोजित किया गया. कार्यक्रम स्थल से, डॉ. साहा ने अन्य पांच संस्थानों का वर्चुअल उद्घाटन किया.
शिक्षा विभाग का कार्यभार भी संभाल रहे डॉ. साहा ने उभरते शिक्षा केंद्र के रूप में राज्य की बढ़ती प्रतिष्ठा पर प्रकाश डालते हुए कहा, “त्रिपुरा में कानून व्यवस्था की स्थिति में सुधार के कारण शिक्षा क्षेत्र सहित अन्य क्षेत्रों में निवेश में वृद्धि देखी जा रही है.”
उन्होंने कहा कि हाल के वर्षों में बड़ी संख्या में कॉलेज, विश्वविद्यालय और तकनीकी और चिकित्सा संस्थान स्थापित किए गए हैं, जिससे राज्य विकास के नए चरण की ओर अग्रसर है. डॉ. साहा ने कहा, “राज्य सरकार ने शिक्षा को उच्च प्राथमिकता दी है. विभिन्न योजनाओं, डिजिटल साक्षरता परियोजनाओं, आधुनिक बुनियादी ढांचे के विकास और छात्र-केंद्रित कार्यक्रमों के माध्यम से हम सभी के लिए गुणवत्तापूर्ण शिक्षा सुनिश्चित करने के लिए काम कर रहे हैं.”
उन्होंने यह भी कहा, “सरकार का ध्यान केवल बुनियादी ढांचे पर ही नहीं है, बल्कि अवसरों तक पहुंच में सुधार करके और राज्य भर में प्रतिभाओं को बढ़ावा देकर युवाओं के लिए एक उज्जवल भविष्य को आकार देने पर है.”
–
एससीएच/
The post first appeared on .
You may also like
इन लोगों के गलती से भी मत छूना पैर, बन जाएंगे पाप के भागी, हो जाएंगे बर्बाद ι
महिला नागा साधु बनना कठिन क्यों है? लगातार कई सालों तक देनी पड़ती है कड़ी परीक्षाएं. फिर मिलता है नया जन्म ι
गांव में आई बाढ़, सब भागने लगे, भक्त नहीं गया, बोला भगवान मुझे बचाएंगे, जाने फिर क्या हुआˌ ι
मनुष्य में ये 6 लक्षण दिखाई देने लगे तो., समझ जाना कलियुग का अंत होने वाला है! ι
मौत को बुलावा देता है पेड़। भूलकर भी कभी न लगाए इसे अपने घर के बाहर। कंगाली से लेकर मौत तक को देता है दस्तक ι