शंघाई, 12 अक्टूबर . विश्व रैंकिंग में 204वें स्थान पर काबिज मोनाको के वैलेंटिन वाचेरोट ने Sunday को फ्रांस के आर्थर रिंडरकनेच को 4-6, 6-3, 6-3 से हराकर शंघाई मास्टर्स 2025 का खिताब अपने नाम कर लिया. यह मैच इतिहास का सबसे कम रैंकिंग वाला एटीपी मास्टर्स 1000 फाइनल था.
शिन्हुआ की रिपोर्ट के मुताबिक वाचेरोट ने जीत के बाद कहा कि मुझे लगता है कि जब मैं पिछड़ जाता हूं, तो मेरे पास अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने के अलावा कोई विकल्प नहीं होता. पहले सेट में, मैं ऐसा नहीं कर पाया, और वह मुझसे बेहतर खेल रहा था. मैंने दूसरे सेट में ब्रेक लेने का पहला मौका लिया और बेहतर प्रदर्शन किया. मैं बस नेट के दूसरी तरफ वाले खिलाड़ी को हराने की कोशिश कर रहा था.
वैलेंटिन वाचेरोट और आर्थर रिंडरकनेच रिश्ते में चचेरे भाई हैं. वे दक्षिणी फ्रांस में साथ टेनिस खेलते हुए बड़े हुए हैं.
जीत पक्की करने के बाद वाचेरोट ने कैमरे के लेंस पर लिखा, “दादी और दादाजी को गर्व होगा.”
वाचेरोट ने कहा, “मैंने इस बात को नजरअंदाज करने की कोशिश की कि वह मेरा चचेरा भाई है और वह लड़का है जिसके साथ मैं प्रशिक्षण ले रहा हूं. यह बहुत कठिन था. उसने पहले सेट में दबाव का सामना करते हुए मुझसे बेहतर प्रदर्शन किया, लेकिन मैंने इसे पलटने का तरीका ढूंढ लिया. जो कुछ हुआ, वह अवास्तविक है. मुझे समझ नहीं आ रहा कि अभी क्या हो रहा है. मैं सपना भी नहीं देख रहा हूं. यह बस पागलपन है. मैं पिछले दो हफ्तों में अपने प्रदर्शन से बहुत खुश हूं. मैं बस उन सभी का शुक्रिया अदा करना चाहता हूं जिन्होंने शुरू से ही मेरे करियर में मदद की है. एक हार तो होनी ही थी, लेकिन मुझे लगता है कि आज दो विजेता हैं. यह कहानी अवास्तविक है.”
वैलेंटिन वाचेरोट 1990 के बाद एटीपी मास्टर्स 1000 जीतने वाले सबसे कम रैंक के खिलाड़ी बने.
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पीएके
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