बरेली, 3 जुलाई . मुस्लिम धर्मगुरु मौलाना तौकीर रजा ने समाजवादी पार्टी और उसके अध्यक्ष अखिलेश यादव पर जुबानी हमला किया. उन्होंने कहा कि आजम खान को जेल में रखने के लिए सिर्फ सरकार ही नहीं, बल्कि खुद अखिलेश यादव भी बराबर के जिम्मेदार हैं.
समाचार एजेंसी से खास बातचीत में तौकीर रजा ने कहा कि जब आजम खान पहली बार जेल गए थे, तब सपा ने कोई प्रदर्शन नहीं किया, कोई आंदोलन नहीं किया. अगर अखिलेश यादव चाहते तो आजम खान के लिए बहुत कुछ कर सकते थे, लेकिन उन्होंने सरकार से समझौता कर लिया. उन्होंने तंज कसते हुए कहा कि हर मुसलमान को अल्लाह पर भरोसा है, लेकिन आजम खान ने सपा पर भरोसा किया और इसी कारण आज वो जेल की सजा भुगत रहे हैं.
जब उनसे पूछा गया कि सोनिया गांधी ने ईरान का समर्थन किया लेकिन अखिलेश यादव चुप क्यों रहे, तो तौकीर रजा ने कहा कि वह खुद ईरान का समर्थन करते हैं क्योंकि ईरान ने इंसानियत की लड़ाई लड़ी. लेकिन उन्होंने ईरान की आलोचना भी की और कहा कि जब फिलीस्तीन पर सीजफायर की बात आई, तो ईरान ने कोई मांग नहीं रखी. इसका मतलब है कि वह सिर्फ अपने अस्तित्व की लड़ाई लड़ रहा था, इंसानियत की नहीं.
इस सवाल पर कि क्या अब मुसलमानों का एकमात्र भरोसा राहुल गांधी हैं, तौकीर रजा ने कहा कि जो बेईमानियां हमारे साथ की जा रही हैं, उसमें न कांग्रेस हमारे साथ है, न सपा और न कोई अन्य पार्टी. अगर मुसलमानों को अलग कर दिया जाए तो भाजपा कभी सत्ता में नहीं आ सकती. उन्होंने आगे कहा कि वक्फ के मामलों में लड़ाई अभी बाकी है और मुहर्रम के बाद इस दिशा में और सक्रियता दिखाई जाएगी.
कांवड़ यात्रा के दौरान खुले में मांस बिक्री पर लगी रोक और दुकानों पर नाम प्लेट लगाने के आदेश पर मौलाना ने कहा कि शासनादेश का पालन होना चाहिए. खुले में मांस नहीं बिकना चाहिए, मैं भी इसका समर्थन करता हूं. हालांकि, उन्होंने नेम प्लेट लगाने के आदेश पर सवाल उठाए और कहा कि जिस दिन हम अपनी पहचान खुद बताने लगेंगे, उसी दिन से ये लोग चाहेंगे कि हम अपनी पहचान छुपा लें. हमें देखकर ही लोगों को पता चल जाना चाहिए कि हम मुसलमान हैं. हम अपने देश से प्यार करने वाले सच्चे मुसलमान हैं.
मौलाना ने आगे कहा कि देश में कुछ लोग बेरोजगार हैं जिनका एकमात्र रोजगार दंगा कराना है और यदि सरकार ऐसे तत्वों का समर्थन करती है तो यह देश के साथ बहुत बड़ा अन्याय है.
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पीएसके/केआर
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