मुंबई, 24 जून . कांग्रेस समेत विपक्षी दलों द्वारा महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव 2024 को लेकर सवाल उठाए जाने पर सियासत जारी है. इस मुद्दे पर महाराष्ट्र के मुख्य निर्वाचन अधिकारी के कार्यालय का बयान आया है. उन्होंने बताया कि मतदाता सूची को पारदर्शी तरीके से तैयार किया जाता है.
महाराष्ट्र के मुख्य निर्वाचन अधिकारी के कार्यालय ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर चुनाव को लेकर एक डेटा शेयर किया है. उन्होंने लिखा, “मतदाता सूचियां पारदर्शी तरीके से तैयार की जाती हैं और सभी मान्यता प्राप्त राजनीतिक दलों के साथ उनकी प्रतियां साझा की गई हैं.”
महाराष्ट्र के मुख्य निर्वाचन अधिकारी के कार्यालय ने पत्र में कहा, “मतदाता सूची पारदर्शी तरीके से तैयार की जाती है और इसकी प्रतियां सभी मान्यता प्राप्त राजनीतिक दलों को दी जाती हैं. 2024 में महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव से पहले हुए द्वितीय विशेष संक्षिप्त संशोधन-2024 के दौरान, सभी 288 विधानसभा क्षेत्रों की प्रारंभिक और अंतिम मतदाता सूचियों की प्रतियां सभी मान्यता प्राप्त दलों, जिसमें कांग्रेस (आईएनसी) भी शामिल है, उनके प्रतिनिधियों को सौंपी गई हैं. कांग्रेस को सूची सौंपने की तारीखें साझा की गई हैं, जो लिस्ट में देखी जा सकती हैं.”
उन्होंने आगे कहा, “प्रारंभिक और अंतिम सूची प्रकाशन के बीच 19,27,508 दावे और आपत्तियां प्राप्त हुईं, जिन पर विचार किया गया. कानून के अनुसार, मतदाता सूची में गलत जोड़ या हटाए जाने के खिलाफ अपील की जा सकती है, लेकिन केवल 89 अपीलें ही प्राप्त हुईं.”
मुख्य निर्वाचन अधिकारी के कार्यालय ने बताया कि प्रत्येक जिले की प्रारंभिक मतदाता सूची कांग्रेस को अलग-अलग तारीखों में दी गई. प्रारंभिक और अंतिम सूची के बीच 19,27,508 दावे और आपत्तियां आईं, जिन पर विचार किया गया. इनमें से कांग्रेस ने अलग-अलग जिलों में दावों और आपत्तियों पर फैसले 30.08.2024 से 14.09.2024 के बीच लिए हैं.
इससे पहले, चुनाव आयोग ने लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी द्वारा महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव 2024 पर चर्चा की मांग का जवाब दिया था. उन्होंने राहुल गांधी को चुनाव आयोग के साथ बातचीत के लिए निमंत्रित किया. आयोग ने कहा कि चुनाव आयोग आपसे व्यक्तिगत रूप से मिलने और सभी मुद्दों पर चर्चा करने के लिए भी तैयार है.
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एफएम/एबीएम