दक्षिण-पश्चिम मानसून की जद में अब लगभग पूरा देश आ चुका है। मानसून के इस आगमन से देशभर के लोगों को गर्मी से राहत मिली है और जगह-जगह रिमझिम बारिश की बूंदों ने मौसम को सुहावना बना दिया है। कई राज्यों में जहां लगातार मूसलाधार बारिश हो रही है, वहीं राजधानी दिल्ली में जून के आखिरी दिन अच्छी बारिश दर्ज की गई, जिसने लोगों को तपती गर्मी से थोड़ी राहत दी। हालांकि जुलाई की शुरुआत में दिल्लीवासियों को फिर से गर्मी और उमस का सामना करना पड़ा, जिससे लोग फिर एक बार बादलों की ओर उम्मीद भरी नजरों से देखने लगे।
मौसम विभाग की मानें तो दिल्ली और उसके आसपास के इलाकों में एक बार फिर से बारिश होने के आसार हैं। यह खबर उन लोगों के लिए सुकून भरी है, जो भीषण गर्मी के बीच बादलों की छांव का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं।
दिल्ली समेत कई राज्यों में भारी बारिश की चेतावनी
मौसम विभाग के मुताबिक, सात जुलाई तक दिल्ली में मूसलाधार बारिश हो सकती है। वहीं, पूर्वी राजस्थान, मध्य प्रदेश और पश्चिमी उत्तर प्रदेश के कुछ क्षेत्रों में भारी से बहुत भारी बारिश की संभावना जताई गई है। कुछ स्थानों पर तो अत्यंत भारी बारिश की चेतावनी भी दी गई है। यह जानकारी उन लोगों के लिए बेहद अहम है जो आने-जाने की योजना बना रहे हैं या खेती से जुड़े हैं।
इन राज्यों में भीगने को तैयार रहें लोग
झारखंड, मध्य महाराष्ट्र, विदर्भ, छत्तीसगढ़, पूर्वी उत्तर प्रदेश, हरियाणा, चंडीगढ़ और ओडिशा में भी अलग-अलग जगहों पर भारी से बहुत भारी बारिश हो सकती है। मानसून की ये फुहारें ना सिर्फ फसलों के लिए वरदान साबित होंगी, बल्कि आम लोगों के लिए भी एक ठंडी राहत लेकर आएंगी। मौसम विभाग ने यह भी बताया है कि अगले 6 से 7 दिनों तक पंजाब, हरियाणा, उत्तराखंड और हिमाचल प्रदेश में भी जमकर बारिश हो सकती है।
सिक्किम, बिहार और पश्चिम बंगाल में भी तेज बारिश के आसार हैं। इन इलाकों में लोग पहले से सावधानी बरतें, खासकर पहाड़ी और जलभराव वाले क्षेत्रों में रहने वाले लोग। इस दौरान मानसून उत्तर पश्चिम, पूर्वी और मध्य भारत में पूरी तरह सक्रिय रहने वाला है, जिससे इन क्षेत्रों में मौसम खुशनुमा रहने की संभावना है।
उत्तर पश्चिम भारत भी रहेगा बारिश की चपेट में
कोंकण, गोवा और गुजरात जैसे तटीय इलाकों में भी बारिश की संभावना बनी हुई है। उत्तराखंड और हिमाचल प्रदेश में सात जुलाई तक कई जगहों पर मूसलाधार बारिश हो सकती है, जो पर्यटकों और स्थानीय लोगों दोनों के लिए चुनौती और राहत दोनों ला सकती है।
पंजाब, हरियाणा और चंडीगढ़ में भी 5 से 7 जुलाई तक भारी बारिश का अनुमान है। उत्तर प्रदेश में भी 5 जुलाई तक बारिश की स्थिति बनी रह सकती है। ऐसे में लोगों को सलाह दी जाती है कि वो यात्रा से पहले मौसम की जानकारी जरूर ले लें।
दक्षिण भारत भी नहीं रहेगा अछूता
दक्षिण भारत में भी मानसून ने अपनी दस्तक दे दी है। तेलंगाना में आज, केरल में आज से 5 जुलाई तक और कर्नाटक में आज से 7 जुलाई तक भारी बारिश होने की संभावना है। ये खबर उन इलाकों के किसानों और आम नागरिकों के लिए बेहद महत्वपूर्ण है, जो बारिश पर निर्भर रहते हैं।
दक्षिण प्रायद्वीपी भारत में अगले सात दिनों तक तेज़ रफ्तार हवाएं (40-50 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से) चल सकती हैं। आंध्र प्रदेश और यानम के तटीय इलाकों में गरज के साथ बिजली चमकने और हल्की से मध्यम बारिश होने की संभावना जताई गई है।
लोगों को सलाह दी जाती है कि मौसम की ताजा जानकारी पर नजर बनाए रखें और सुरक्षा के सभी उपाय करें, ताकि बारिश का ये मौसम सिर्फ राहत और खुशी लेकर आए, किसी मुसीबत की वजह न बने।
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