The Robot Games in Beijing, China!
— China4Tech🌏 (@China4Tech) August 17, 2025
In the past few years, no one could
imagine humanoid robots capable
of all these things in the real world!#HumanoidRobots #Unitree #CMI#ML #China #Beijing #AI #Robots#RobotGames @TechCrunch #Artpic.twitter.com/t8E15ZfvLg
चीन में एआई और रोबोटिक्स का एक अद्भुत तमाशा देखने को मिला। चीन ने ह्यूमनॉइड रोबोट्स का अपना पहला अंतरराष्ट्रीय ओलंपिक आयोजित किया, जिसमें 16 देशों की लगभग 280 टीमों ने भाग लिया। इस आयोजन में कुल 500 से अधिक रोबोट शामिल थे। रोबोट्स की इस अनोखी प्रतियोगिता को देखने के लिए बड़ी संख्या में दर्शक जुटे और कई वीडियो सामने आए, जिनमें रोबोट्स को फुटबॉल खेलते, बॉक्सिंग रिंग में मुकाबला करते और रेसिंग ट्रैक पर दौड़ते देखा जा सकता है।World's first humanoid robot games begin in China. They run faster than me😊 pic.twitter.com/otAvjm1aig
— Yu Jing (@ChinaSpox_India) August 16, 2025
बीजिंग में चार दिन तक चला रोबोट ओलंपिक
चीन की राजधानी बीजिंग में यह इवेंट गुरुवार को शुरू हुआ और रविवार को अपने चार दिवसीय सफर के बाद खत्म हुआ। पांच-पांच सदस्य वाली फुटबॉल टीम में चीन के शिंगुआ हेफेस्टस रोबोट्स ने पहला स्थान हासिल किया। वहीं तीन-तीन सदस्य वाली फुटबॉल टीम में चीन की कृषि विश्वविद्यालय की टीम ‘स्वीटी’ ने जर्मनी की टीम को हराकर विजेता बनी।
खेलों की विविधता
इस रोबोट ओलंपिक में प्रतियोगिताओं की सूची काफी लंबी और रोचक थी। इसमें शामिल थे 100 मीटर, 400 मीटर और 1500 मीटर रेस, स्टैंडिंग लॉन्ग जंप, जिमनास्टिक, फुटबॉल, नृत्य, वुशु और बॉक्सिंग। विश्व ह्यूमनॉइड गेम्स का मुख्य उद्देश्य एआई और रोबोटिक्स के क्षेत्र में हो रही प्रगति को वैश्विक मंच पर पेश करना है।
16 देशों की टीमें और कंपनियों की भागीदारी
इस इवेंट में अमेरिका, जर्मनी, ब्राजील समेत कुल 16 देशों की टीमें शामिल हुईं। इसके अलावा चीन की यूनिट्री और फूरियर जैसी प्रमुख कंपनियों ने भी इस आयोजन में हिस्सा लिया। इस रोबोट ओलंपिक की खासियत यह भी रही कि केवल खेल तक सीमित नहीं रहकर, रोबोट्स को सफाई और दवाइयों के छंटाई जैसे उपयोगी कार्यों में भी तैनात किया गया।
चीन द्वारा आयोजित इस रोबोट ओलंपिक ने साफ दिखा दिया कि एआई और रोबोटिक्स सिर्फ तकनीकी नवाचार ही नहीं, बल्कि मनोरंजन और व्यावहारिक उपयोग के क्षेत्र में भी अपनी पकड़ मजबूत कर रहे हैं।
You may also like
पंडित नेहरू की सबसे बड़ी भूलों में से एक थी 1960 की सिंधु जल संधि : जेपी नड्डा
VIDEO: विकेट का जश्न बन गया मज़ेदार हादसा! इस गेदबाज का कोहनी वाला सेलिब्रेशन सीधे लगा Ayush Badoni को
सोहा अली खान लेकर आ रही हैं अपना पॉडकास्ट 'ऑल अबाउट हर', उठाएंगी महिलाओं के मुद्दे
ईसीआई का अर्थ है 'भारत के नागरिकों का नाम मिटाना': भाकपा सांसद पी. संदोश कुमार
पुंछ के डिप्टी कमिश्नर ने बाढ़ संभावित क्षेत्रों का दौरा कर जमीनी हालात का किया आकलन