लाइव हिंदी खबर :- सनातन धर्म में प्रथम पूज्य देव श्रीगणेश को माना जाता है। वहीं सप्ताह के दिनों में बुधवार का दिन भगवान गणेश को समर्पित है और इस दिन विघ्नहर्ता गणेश की विशेष पूजा की जाती है। गणेश जी की पूजा वैसे भी सबसे पहले की जाती है, मान्यता है कि इनकी पूजा से सारे विघ्न टल जाते हैं।
बुधवार को ही क्यों की जाती है भगवान गणेश की पूजा …
पंडित सुनील शर्मा के अनुसार हिंदू धर्म में सप्ताह का हर दिन किसी न किसी देवता को समर्पित है और उस दिन उनकी विशेष पूजा का विधान है। माना जाता है कि जिस देवता को जो दिन प्रिय है उसकी उस दिन पूजा करने से वे प्रसन्न होते हैं और हमारी हर इच्छा पूर्ण करते हैं।
वैसे जिस देवता को जो दिन प्रिय होता है उस दिन उसके कुछ खास उपाय करके भी उसे प्रसन्न किया जा सकता है।
इसके अलावा पौराणिक कथाओं में बताया गया है कि जब माता पार्वती के हाथों गणेश जी की उत्पत्ति हुई, तब कैलाश में बुध देव भी मौजूद थे। इस वजह से भगवान गणेश की पूजा-अर्चना के लिए उनके प्रतिनिधि वार बुध हुए। यही कारण है कि प्रत्येक बुधवार के दिन गणेश जी की आराधना होती है।
वहीं हम यह भी जानते हैं कि बुधवार भगवान गणेश को प्रिय है और इस दिन पूजा करने से वे प्रसन्न होते हैं। पर यहां सवाल यह उठता है कि आखिर भगवान गणेश की पूजा बुधवार को ही क्यों होती है और कैसे पता चला कि बुधवार ही भगवान गणेश का प्रिय वार है।
अगर आप भी अपने जीवन से सारे संकट दूर करना चाहते हैं, सुख-समृद्धि चाहते हैं और यह भी कि आपके जीवन में किसी तरह के कोई विघ्न न आए तो बुधवार के दिन भगवान गणेश की पूजा करने के साथ ही कुछ खास उपाय भी करें जिससे कि भगवान गणेश शीघ्र प्रसन्न होकर आपको सुख-शांति व धन -वैभव का वरदान दे दे। वहीं बुधवार के दिन बुध ग्रह की पूजा करना भी लाभदायक रहता है।
बुधवार को श्रीगणेश को प्रसन्न करने के उपाय…
– बुधवार को जब गणेश जी की पूजा करें तो उन्हें दूर्वा जरूर अर्पित करें। दूर्वा से वे शीघ्र ही प्रसन्न होते हैं।
– बुधवार को गजानन को गुड़-धनिया का भोग लगाएं। कहते हैं कि इससे भी उनकी कृपा जल्दी प्राप्त होती है।
– इस दिन जब भी आप किसी खास काम से बाहर निकलें तो सौंफ खाकर निकलें। आपका काम बन जाएगा।
– वहीं बुधवार का दिन बुध ग्रह से संबंधित है तो आप इस दिन हरे रंग के वस्त्र पहनेंगे तो अच्छा रहेगा।
– अगर हरे रंग के वस्त्र पहनना संभव न हो सके तो हरा रंग का रुमाल ही साथ रख लें।
– ‘ॐ ब्रां ब्रीं ब्रौं स: बुधाय नम:’ मंत्र का जप करें।
– ‘ॐ नमो भगवते वासुदेवाय नम:’ मंत्र का 108 बार जाप करें।
बुधवार गणेशजी को है प्रिय….
– पौराणिक कथाओं के आधार पर माना जाता है कि जब भगवान गणेश की उत्पत्ति माता पार्वती की कृपा से हुई थी तब बुध देव भी कैलाश में उपस्थित थे। इसी कारण भगवान गणेश को बुधवार प्रिय है क्योंकि उनकी उत्पत्ति के समय वे भी वहीं थे।
तभी से बुधवार को विशेष रूप से भगवान गणेश की पूजा की जाती है।
– दूसरा कारण यह भी है कि बुधवार, सौम्यवार है और भगवान गणेश को सौम्यता प्रिय है इसीलिए उनकी पूजा बुधवार को विशेष रूप से की जाती है।
– वहीं यहां तक कहा जाता है कि कोई भी काम शुरू करने के लिए बुधवार बेहद शुभ होता है। कहते हैं जिनकी कुंडली में बुध कमजोर होता है, उन्हें भी बुधवार को भगवान गणेश की पूजा करनी चाहिए।
– माना जाता है कि बुधवार को गणेशजी की उपासना से व्यक्ति का सुख-सौभाग्य बढ़ता है और उसके जीवन की सभी तरह की रुकावटें दूर होती हैं।
– बुधवार को गणेश जी की पूजा के साथ ऋद्धि-सिद्धि व लाभ-क्षेम की पूजा भी विशेष मंत्रोच्चारण के साथ करना शुभ माना जाता है। इसके लिये सुबह या शाम को स्नानादि के पश्चात ऋद्धि-सिद्धि सहित गणेश जी की मूर्ति को स्वच्छ या पवित्र जल से स्नान करवायें।
लाभ-क्षेम के स्वरुप दो स्वस्तिक बनाएं, गणेश जी व परिवार को केसरिया, चंदन, सिंदूर, अक्षत और दूर्वा अर्पित कर सकते हैं।
महत्व और लाभ…
शास्त्रों में बुधवार को सौम्यवार भी कहा जाता है. इस दिन विघ्नहर्ता की पूजा की जाती है. आपको बता दें कि हर कार्य से पहले श्रीगणेश की पूजा करने का विधान है। ऐसे में बुधवार का दिन किसी भी कार्य को करने के लिए शुभ माना जाता है। इतना ही नहीं मान्यता है कि जिन लोगों का बुध कमजोर हो, उन लोगों को बुधवार को विघ्नहर्ता श्री गणेश जी की विधि विधान से पूजा करनी चाहिए। लॉकडाउन के चलते किसी भी मंदिर में न जाएं बल्कि अपने घर पर ही पूजा करें।
बुधवार को पूजा के लिए क्या करें…
1. गणेश जी की पूजा में दुर्वा की 21 गाठें चढ़ाएं।
2. बुधवार के दिन गणेश जी को गुड़ और गाय के घी का भोग लगाएं] ऐसा करने से व्यक्ति को विशेष फल मिलता है।
3. बुधवार को गणेश जी को शमी के पत्ते अर्पित करने से व्यक्ति का बुद्धि-विवेक बढ़ता है।
4. आज के दिन गणेश जी को बूंदी के लड्डू और लाल सिंदूर अर्पित करें।
5. बुधवार के दिन घर में गणेश जी की श्वेत मूर्ति स्थापित करने और उनको श्वेत मोदक अर्पित करने से घर के क्लेष दूर होते हैं. घर-परिवार में शांति बनी रहती है।
बुधवार को गणेश पूजा के मंत्र…
भगवान गणेश को दीप अर्पित करते समय इस मंत्र का जाप करें-
साज्यं च वर्तिसंयुक्तं वह्निना योजितं मया,
दीपं गृहाण देवेश त्रैलोक्यतिमिरापहम्,
भक्त्या दीपं प्रयच्छामि देवाय परमात्मने,
त्राहि मां निरयाद् घोरद्दीपज्योत..
गणेश जी को सिंदूर अर्पित करने का मंत्र-
सिन्दूरं शोभनं रक्तं सौभाग्यं सुखवर्धनम्,
शुभदं कामदं चैव सिन्दूरं प्रतिगृह्यताम्..
गणेश जी को प्रसाद अर्पित करने का मंत्र-
नैवेद्यं गृह्यतां देव भक्तिं मे ह्यचलां कुरू,
ईप्सितं मे वरं देहि परत्र च परां गरतिम्,
शर्कराखण्डखाद्यानि दधिक्षीरघृतानि च,
आहारं भक्ष्यभोज्यं च नैवेद…
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