सैमसंग इंडिया ने गुरुवार को जानकारी दी कि गैलेक्सी Z फोल्ड 7, जिसे भारत में ही निर्मित किया गया है, को देश के छोटे शहरों और दूरदराज के इलाकों से अप्रत्याशित रूप से शानदार प्रतिक्रिया मिल रही है। कंपनी ने बताया कि देश की मजबूत अर्थव्यवस्था और उपभोक्ताओं की बढ़ती तकनीकी आकांक्षाओं के चलते टियर 3 के साथ-साथ टियर 4 और इससे भी छोटे शहरों में इस फोल्डेबल फोन की मांग तेज़ी से बढ़ रही है।
सैमसंग इंडिया के वरिष्ठ उपाध्यक्ष और प्रमुख, राजू पुल्लन ने कहा, “भारत के दूरस्थ क्षेत्रों में भी इस डिवाइस की जबरदस्त मांग देखी जा रही है, जिसके चलते हमें वहां स्टॉक भेजना पड़ा है। टियर 4 और उससे आगे के क्षेत्रों से जिस तरह से रूचि दिखाई जा रही है, उससे हम बेहद उत्साहित हैं और हम इन बाजारों को सर्वोत्तम सेवा देने के लिए प्रतिबद्ध हैं।”
गैलेक्सी Z फोल्ड 7 की सबसे बड़ी खासियत इसका स्लीक और हल्का डिज़ाइन है, जिसने उपभोक्ताओं को खासा आकर्षित किया है। पुल्लन के अनुसार, डिवाइस के नए रंग विकल्प, प्रीमियम प्रोसेसर और गैलेक्सी AI फीचर्स उपयोगकर्ताओं के अनुभव को बेहतरीन बना रहे हैं।
इस स्मार्टफोन की मांग इतनी ज्यादा है कि कुछ बाजारों में यह आउट ऑफ स्टॉक हो चुका है। कंपनी अपने नोएडा स्थित निर्माण संयंत्र में इस भारी मांग को पूरा करने के लिए सभी जरूरी कदम उठा रही है।
सैमसंग इंडिया ने हाल ही में खुलासा किया था कि केवल 48 घंटे में ही उसे गैलेक्सी Z फोल्ड 7, गैलेक्सी Z फ्लिप 7 और Z फ्लिप 7 FE के लिए 2.1 लाख प्री-ऑर्डर प्राप्त हुए। यह आंकड़ा भारत में फोल्डेबल डिवाइस की बढ़ती लोकप्रियता को दर्शाता है।
राजू पुल्लन ने यह भी बताया, “हम यह सुनिश्चित करने में जुटे हैं कि हमारे ग्राहकों को जल्द से जल्द Z फोल्ड 7 मिल सके। चाहे बात ऑनलाइन प्लेटफ़ॉर्म की हो या खुदरा बाजारों की – हर जगह से इस फोन के लिए अच्छी मांग बनी हुई है।”
गैलेक्सी Z फोल्ड 7 को अब तक का सबसे पतला और हल्का फोल्डेबल फोन बताया जा रहा है। इसका वजन केवल 215 ग्राम है, जो गैलेक्सी S25 अल्ट्रा से भी हल्का है। फोल्ड करने पर इसकी मोटाई 8.9 मिमी और अनफोल्ड करने पर 4.2 मिमी होती है।
You may also like
Petrol Diesel Price: 7 अगस्त को राजस्थान में क्या भाव हैं पेट्रोल और डीजल का, कीमतों में हुआ हैं भारी इजाफा
Weather update: राजस्थान में थमा बारिश का दौर, लोगों को सता रही गर्मी, चार से पांच दिन नहीं होगी बारिश
'ट्रंप इसी राह पर चले तो...', अमेरिकी टैरिफ़ से क्या भारत और चीन आएंगे क़रीब?
दिल्ली-एनसीआर में सांपों का निकलना क्या किसी ख़तरे का संकेत है?
उत्तरकाशी: बादल फटने के बाद जारी है बचाव अभियान, एसडीआरएफ़ ने दी ये ताज़ा जानकारी