प्रोटीन शरीर के विकास, मांसपेशियों की मजबूती और ऊर्जा के लिए ज़रूरी पोषक तत्व है। लेकिन जैसे हर चीज़ की एक सीमा होती है, वैसे ही प्रोटीन का भी। अगर आप ज़रूरत से ज़्यादा प्रोटीन का सेवन कर रहे हैं, तो यह फायदेमंद की जगह सेहत के लिए हानिकारक साबित हो सकता है।
1. किडनी पर बढ़ा बोझ
अत्यधिक प्रोटीन लेने से किडनी पर दबाव बढ़ता है, खासकर जब पानी का सेवन कम हो। यह लंबे समय में किडनी डैमेज या स्टोन की समस्या को जन्म दे सकता है।
2. डिहाइड्रेशन का खतरा
हाई-प्रोटीन डाइट के दौरान शरीर को प्रोटीन मेटाबोलाइज करने के लिए ज़्यादा पानी की आवश्यकता होती है। पर्याप्त पानी न मिलने पर डिहाइड्रेशन हो सकता है।
3. हड्डियां हो सकती हैं कमजोर
कुछ रिसर्च बताती हैं कि ज़्यादा प्रोटीन, खासकर एनिमल प्रोटीन, हड्डियों से कैल्शियम की कमी कर सकता है, जिससे ऑस्टियोपोरोसिस का खतरा बढ़ता है।
4. पाचन संबंधी समस्याएं
बहुत अधिक प्रोटीन, खासकर बिना फाइबर वाले डाइट प्लान में, कब्ज, पेट दर्द और अपच जैसी समस्याएं बढ़ा सकता है।
5. दिल के रोगों का खतरा
एनिमल प्रोटीन जैसे रेड मीट और प्रोसेस्ड मीट में संतृप्त वसा अधिक होती है, जो कोलेस्ट्रॉल बढ़ाकर हार्ट डिज़ीज का रिस्क बढ़ा सकती है।
इन फूड्स का सेवन सीमित करें
- रेड मीट (बीफ, मटन)
- प्रोसेस्ड मीट (सॉसेज, बेकन)
- ज़्यादा मात्रा में प्रोटीन पाउडर
- चीज़ और बटर जैसे हाई-फैट डेयरी उत्पाद
प्रोटीन ज़रूरी है, लेकिन संतुलित मात्रा में। अपनी उम्र, वजन और शारीरिक सक्रियता के अनुसार ही प्रोटीन लें, और डाइट में पर्याप्त फाइबर व पानी ज़रूर शामिल करें।
You may also like
MP Rain Alert: मध्य प्रदेश में अगले 48 घंटे झमाझम बारिश का अलर्ट, राजधानी भोपाल सहित इन जगहों पर बरसेंगे बादल
हैरी ब्रूक ने गुलाटी मारते हुए लगाया अनोखा सिक्स, क्रिकेट के मैदान पर ऐसी बैटिंग शायद ही देखी होगी!
बार-बार पेशाब जाने से हैं परेशान? तो अपनाएँ यहˈ उपाय नहीं लगाएंगे टॉयलेट के चक्कर
इनकम टैक्स रिटर्न फाइल करने वाले ध्यान दें... इंस्टेंट e-PAN सर्विस दो दिनों तक नहीं मिलेगी, जानें क्या है कारण
टीम इंडिया का 2025 से 2027 तक का क्रिकेट शेड्यूल