पहले देश में उद्योग और उद्यम का एक समृद्ध केंद्र माना जाने वाला बंगाल अब उद्योग के लिहाज से पिछड़ता जा रहा है। पश्चिम बंगाल में राज्य के खराब हालात को देखते हुए हजारों कंपनियों ने अपने ऑफिस को दूसरे राज्यों में स्थानांतरित कर दिया है।
पिछले 14 वर्षों में 6,688 कंपनियां राज्य से पलायन कर चुकी हैं। इसे लेकर पश्चिम बंगाल की ममता सरकार पर सवाल उठ रहे हैं क्योंकि 2011 में ही तृणमूल कांग्रेस राज्य में सत्ता में आई थी।पश्चिम बंगाल से कंपनियों के पलायन की जानकारी, राज्य सभा में एक प्रश्न के लिखित उत्तर में दी गई।
कॉर्पोरेट मामलों के राज्य मंत्री हर्ष मल्होत्रा ने बताया कि वित्तीय वर्ष 2011-12 से अब तक 6,688 कंपनियाँ पश्चिम बंगाल से बाहर जा चुकी हैं। इसमें सबसे ज्यादा पलायन 2017-18 में देखा गया, जब एक हजार से ज्यादा कंपनियों ने राज्य में अपने ऑफिस को बंद कर दिया।
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