Study MBA Abroad: दुनिया की बड़ी कंपनियों में टॉप पॉजिशन पर पहुंचने के लिए मास्टर ऑफ बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन (MBA) की डिग्री अहम होती है। MBA से कई बड़ी कंपनियों में जॉब के रास्ते भी खुल जाते हैं। इस डिग्री को पाने के लिए हर साल स्टूडेंट्स दुनिया के अलग-अलग कॉलेजों में एडमिशन लेते हैं। भारत में भी बड़ी संख्या में स्टूडेंट्स MBA करते हैं। कुछ ऐसे भी स्टूडेंट्स होते हैं, जो विदेश में इस डिग्री को हासिल करने जाते हैं। ऐसे स्टूडेंट्स के बीच कनाडा काफी पॉपुलर डेस्टिनेशन है।
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कनाडा अपनी हाई-क्वालिटी एजुकेशन के लिए जाना जाता है, तभी यहां चार लाख से ज्यादा भारतीय डिग्री हासिल कर रहे हैं। अब यहां सवाल उठता है कि अगर किसी को MBA करना है, तो क्या उसे कनाडा जाना चाहिए या फिर भारत में रहकर यहां की किसी टॉप यूनिवर्सिटी में एडमिशन हासिल करना चाहिए। ये सवाल कई सारे स्टूडेंट्स के मन में होता है। आइए आज हम इस सवाल का जवाब कुछ फैक्टर्स के जरिए समझेंगे और फिर तय करेंगे कि कनाडा या भारत में से कहां MBA करना अच्छा रहेगा।
दोनों देशों की टॉप यूनिवर्सिटी
कनाडा में दुनिया की एक से बढ़कर एक टॉप यूनिवर्सिटीज मौजूद हैं, जिसमें टोरंटो यूनिवर्सिटी का रोटमैन स्कूल ऑफ मैनेजमेंट शामिल है। ये MBA के लिए कनाडा का नंबर वन संस्थान है। इसी तरह से वेस्टर्न यूनिवर्सिटी में आईवी बिजनेस स्कूल, मैक्गिल यूनिवर्सिटी में डेसौटेल्स फैकल्टी ऑफ मैनेजमेंट भी यहां के टॉप संस्थान हैं। वहीं, भारत में इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट (IIM) और इंडियन स्कूल ऑफ बिजनेस (ISB) को MBA के लिए सबसे अच्छा माना जाता है। FMS दिल्ली और XLRI जमशेदपुर भी MBA के लिए भारत में अच्छे संस्थान हैं।
MBA करने का खर्च
MBA करना काफी खर्चीला है, जिस वजह से स्टूडेंट्स को पहले ये जानना चाहिए कि भारत में डिग्री लेना सस्ता है या फिर कनाडा में। उदाहरण के लिए कनाडा में टॉप यूनिवर्सिटी से MBA करने के लिए आपको 24 लाख से 48 लाख रुपये सालाना खर्च करने होंगे। इस तरह दो साल की फीस 50 लाख से 1 करोड़ रुपये के बीच हो जाती है। सिर्फ इतना ही नहीं, बल्कि दो साल रहने का खर्च भी औसतन 25 लाख रुपये तक पहुंच जाता है। इस तरह कनाडा में MBA करना काफी ज्यादा महंगा है।
वहीं, भारत में MBA की पढ़ाई कनाडा की तुलना में काफी किफायती है। यहां के टॉप संस्थानों में कम फीस में ही डिग्री हासिल की जा सकती है। IIM और ISB में ट्यूशन फीस 15 लाख से 30 लाख रुपये के बीच है। भारत में रहना भी काफी सस्ता है। इस वजह से अगर आप रिटर्न ऑन इंवेस्टमेंट की बात करें तो फिर कनाडा के मुकाबले ये भारत में आपको ज्यादा अच्छा मिलने वाला है।
सैलरी का हिसाब-किताब
अब यहां सबसे बड़ा सवाल सैलरी का आता है। कनाडा की अर्थव्यवस्था स्थिर है, जिस वजह से फाइनेंस, टेक्नोलॉजी और कंसल्टिंग जैसे सेक्टर्स में स्किल प्रोफेशनल्स की डिमांड बनी रहती है। यहां पर स्टूडेंट्स को पोस्ट-ग्रेजुएशन वर्क परमिट भी मिलता है, जो उन्हें डिग्री मिलने के बाद तीन साल तक जॉब की इजाजत देता है। कनाडा में MBA के बाद औसतन सैलरी 52 लाख से 75 लाख रुपये के बीच है। अगर कंसल्टिंग या फाइनेंस की फील्ड में जॉब मिल जाए तो ये पैकेज बढ़ भी सकता है।
भारत का जॉब मार्केट भी काफी अच्छा है। टॉप संस्थानों से डिग्री लेने वाले छात्रों को अच्छी सैलरी मिलती है, जो 12 लाख से 35 लाख रुपये सालाना तक है। भले ही ये कनाडा की तुलना में कम सैलरी लगे, लेकिन जब आप दोनों देशों में रहने-खाने के खर्चों की तुलना करते हैं तो फिर मालूम होता है कि ये सैलरी काफी अच्छी है।
MBA के लिए कनाडा या भारत में बेस्ट कौन?
अगर आपका बजट कम है, लेकिन आप पढ़ाई में होशियार हैं तो फिर भारत में MBA करना आपके लिए अच्छा फैसला होगा। CAT में बढ़िया स्कोर हासिल कर आसानी से IIM या ISB जैसे संस्थानों में एडमिशन हासिल किया जा सकता है। अगर आप ग्लोबल करियर चाहते हैं और भारत से बाहर जाने का सोच रहे हैं, तो फिर कनाडा आपके लिए परफेक्ट देश है। यहां पढ़ना महंगा है, लेकिन भारत के मुकाबले सैलरी ज्यादा है।
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कनाडा अपनी हाई-क्वालिटी एजुकेशन के लिए जाना जाता है, तभी यहां चार लाख से ज्यादा भारतीय डिग्री हासिल कर रहे हैं। अब यहां सवाल उठता है कि अगर किसी को MBA करना है, तो क्या उसे कनाडा जाना चाहिए या फिर भारत में रहकर यहां की किसी टॉप यूनिवर्सिटी में एडमिशन हासिल करना चाहिए। ये सवाल कई सारे स्टूडेंट्स के मन में होता है। आइए आज हम इस सवाल का जवाब कुछ फैक्टर्स के जरिए समझेंगे और फिर तय करेंगे कि कनाडा या भारत में से कहां MBA करना अच्छा रहेगा।
दोनों देशों की टॉप यूनिवर्सिटी
कनाडा में दुनिया की एक से बढ़कर एक टॉप यूनिवर्सिटीज मौजूद हैं, जिसमें टोरंटो यूनिवर्सिटी का रोटमैन स्कूल ऑफ मैनेजमेंट शामिल है। ये MBA के लिए कनाडा का नंबर वन संस्थान है। इसी तरह से वेस्टर्न यूनिवर्सिटी में आईवी बिजनेस स्कूल, मैक्गिल यूनिवर्सिटी में डेसौटेल्स फैकल्टी ऑफ मैनेजमेंट भी यहां के टॉप संस्थान हैं। वहीं, भारत में इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट (IIM) और इंडियन स्कूल ऑफ बिजनेस (ISB) को MBA के लिए सबसे अच्छा माना जाता है। FMS दिल्ली और XLRI जमशेदपुर भी MBA के लिए भारत में अच्छे संस्थान हैं।
MBA करने का खर्च
MBA करना काफी खर्चीला है, जिस वजह से स्टूडेंट्स को पहले ये जानना चाहिए कि भारत में डिग्री लेना सस्ता है या फिर कनाडा में। उदाहरण के लिए कनाडा में टॉप यूनिवर्सिटी से MBA करने के लिए आपको 24 लाख से 48 लाख रुपये सालाना खर्च करने होंगे। इस तरह दो साल की फीस 50 लाख से 1 करोड़ रुपये के बीच हो जाती है। सिर्फ इतना ही नहीं, बल्कि दो साल रहने का खर्च भी औसतन 25 लाख रुपये तक पहुंच जाता है। इस तरह कनाडा में MBA करना काफी ज्यादा महंगा है।
वहीं, भारत में MBA की पढ़ाई कनाडा की तुलना में काफी किफायती है। यहां के टॉप संस्थानों में कम फीस में ही डिग्री हासिल की जा सकती है। IIM और ISB में ट्यूशन फीस 15 लाख से 30 लाख रुपये के बीच है। भारत में रहना भी काफी सस्ता है। इस वजह से अगर आप रिटर्न ऑन इंवेस्टमेंट की बात करें तो फिर कनाडा के मुकाबले ये भारत में आपको ज्यादा अच्छा मिलने वाला है।
सैलरी का हिसाब-किताब
अब यहां सबसे बड़ा सवाल सैलरी का आता है। कनाडा की अर्थव्यवस्था स्थिर है, जिस वजह से फाइनेंस, टेक्नोलॉजी और कंसल्टिंग जैसे सेक्टर्स में स्किल प्रोफेशनल्स की डिमांड बनी रहती है। यहां पर स्टूडेंट्स को पोस्ट-ग्रेजुएशन वर्क परमिट भी मिलता है, जो उन्हें डिग्री मिलने के बाद तीन साल तक जॉब की इजाजत देता है। कनाडा में MBA के बाद औसतन सैलरी 52 लाख से 75 लाख रुपये के बीच है। अगर कंसल्टिंग या फाइनेंस की फील्ड में जॉब मिल जाए तो ये पैकेज बढ़ भी सकता है।
भारत का जॉब मार्केट भी काफी अच्छा है। टॉप संस्थानों से डिग्री लेने वाले छात्रों को अच्छी सैलरी मिलती है, जो 12 लाख से 35 लाख रुपये सालाना तक है। भले ही ये कनाडा की तुलना में कम सैलरी लगे, लेकिन जब आप दोनों देशों में रहने-खाने के खर्चों की तुलना करते हैं तो फिर मालूम होता है कि ये सैलरी काफी अच्छी है।
MBA के लिए कनाडा या भारत में बेस्ट कौन?
अगर आपका बजट कम है, लेकिन आप पढ़ाई में होशियार हैं तो फिर भारत में MBA करना आपके लिए अच्छा फैसला होगा। CAT में बढ़िया स्कोर हासिल कर आसानी से IIM या ISB जैसे संस्थानों में एडमिशन हासिल किया जा सकता है। अगर आप ग्लोबल करियर चाहते हैं और भारत से बाहर जाने का सोच रहे हैं, तो फिर कनाडा आपके लिए परफेक्ट देश है। यहां पढ़ना महंगा है, लेकिन भारत के मुकाबले सैलरी ज्यादा है।
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