PSWV in Australia: ऑस्ट्रेलिया हायर एजुकेशन के लिए एक पॉपुलर स्टडी अब्रॉड डेस्टिनेशन है। यहां पर एक लाख के आस-पास भारतीय पढ़ाई कर रहे हैं। अमेरिका, ब्रिटेन और कनाडा जैसे देशों में स्टूडेंट्स को लेकर जिस तरह का माहौल तैयार हुआ है, उसे देखते हुए अभी ऑस्ट्रेलिया ही उन देशों में शामिल होता हुआ नजर आ रहा है, जहां भारतीय आसानी से जाकर पढ़ाई कर सकते हैं। ऑस्ट्रेलिया में पढ़ने वाले छात्रों को डिग्री पूरी करने के बाद यहां रुककर जॉब करने की इजाजत भी मिलती है।
Video
ऑस्ट्रेलिया में स्टूडेंट्स को पोस्ट-हायर एजुकेशन वर्क वीजा दिया जाता है, जिसे पहले पोस्ट-स्टडी वर्क वीजा (PSWV) के तौर पर जाना जाता था। इस वीजा के जरिए स्टूडेंट्स डिग्री पूरी करने के बाद ऑस्ट्रेलिया में रुककर जॉब कर सकते हैं। वीजा अवधि इस बात पर निर्भर करती है कि स्टूडेंट ने कौन सी डिग्री हासिल की है। PSWV हासिल करने वाले स्टूडेंट्स को नौकरी के लिए फिर पोस्ट-स्टडी वर्क परमिट या टेंपरेरी ग्रेजुएट वीजा (सब क्लास 485) के लिए अप्लाई करना पड़ता है।
कितने समय के लिए मिलता है PSWV?
ऑस्ट्रेलिया में बैचलर्स डिग्री हासिल करने वाले स्टूडेंट्स को 2 साल के लिए PSWV दिया जाता है। मास्टर्स स्टूडेंट्स के लिए भी यही अवधि है। पीएचडी स्टूडेंट्स को 3 साल के लिए PSWV मिलता है। डिग्री खत्म होने के छह महीने के भीतर ही पोस्ट-हायर एजुकेशन वर्क वीजा के लिए अप्लाई करना होता है। इस वीजा को पाने के लिए आपको कुछ शर्तें भी पूरी करनी होती हैं, जिसमें कम से कम 16 महीने तक देश में रहकर पढ़ाई करना भी शामिल है। स्टूडेंट का कोर्स CRICOS से रजिस्टर होना भी जरूरी है।
किन शर्तों को पूरा कर मिलेगा वर्क वीजा?
ऑस्ट्रेलिया में पढ़ाई करने वाला कोई भी स्टूडेंट अगर इन शर्तों को पूरा करता है, तो फिर उसे यहां पर डिग्री मिलने के बाद जॉब के लिए पोस्ट-हायर एजुकेशन वर्क वीजा मिल सकता है। ये वीजा उसके ऑस्ट्रेलिया में जॉब के सपने को साकार करेगा।
Video
ऑस्ट्रेलिया में स्टूडेंट्स को पोस्ट-हायर एजुकेशन वर्क वीजा दिया जाता है, जिसे पहले पोस्ट-स्टडी वर्क वीजा (PSWV) के तौर पर जाना जाता था। इस वीजा के जरिए स्टूडेंट्स डिग्री पूरी करने के बाद ऑस्ट्रेलिया में रुककर जॉब कर सकते हैं। वीजा अवधि इस बात पर निर्भर करती है कि स्टूडेंट ने कौन सी डिग्री हासिल की है। PSWV हासिल करने वाले स्टूडेंट्स को नौकरी के लिए फिर पोस्ट-स्टडी वर्क परमिट या टेंपरेरी ग्रेजुएट वीजा (सब क्लास 485) के लिए अप्लाई करना पड़ता है।
कितने समय के लिए मिलता है PSWV?
ऑस्ट्रेलिया में बैचलर्स डिग्री हासिल करने वाले स्टूडेंट्स को 2 साल के लिए PSWV दिया जाता है। मास्टर्स स्टूडेंट्स के लिए भी यही अवधि है। पीएचडी स्टूडेंट्स को 3 साल के लिए PSWV मिलता है। डिग्री खत्म होने के छह महीने के भीतर ही पोस्ट-हायर एजुकेशन वर्क वीजा के लिए अप्लाई करना होता है। इस वीजा को पाने के लिए आपको कुछ शर्तें भी पूरी करनी होती हैं, जिसमें कम से कम 16 महीने तक देश में रहकर पढ़ाई करना भी शामिल है। स्टूडेंट का कोर्स CRICOS से रजिस्टर होना भी जरूरी है।
किन शर्तों को पूरा कर मिलेगा वर्क वीजा?
- स्टूडेंट ने ऑस्ट्रेलियाई यूनिवर्सिटी से डिग्री पूरी की हो।
- स्टूडेंट ऑस्ट्रेलियन स्टडी रिक्वायरमेंट (ASR) की शर्तों को पूरा करता हो।
- कोर्स खत्म होने के छह महीने के भीतर वीजा के लिए अप्लाई किया हो।
- वीजा के लिए अप्लाई करते वक्त स्टूडेंट की उम्र 35 साल से कम हो।
- स्टूडेंट के पास IELTS, TOEFL या PTE जैसे टेस्ट स्कोर हों।
- स्टूडेंट के पास ऑस्ट्रेलिया में हेल्थ इंश्योरेंस होना चाहिए।
ऑस्ट्रेलिया में पढ़ाई करने वाला कोई भी स्टूडेंट अगर इन शर्तों को पूरा करता है, तो फिर उसे यहां पर डिग्री मिलने के बाद जॉब के लिए पोस्ट-हायर एजुकेशन वर्क वीजा मिल सकता है। ये वीजा उसके ऑस्ट्रेलिया में जॉब के सपने को साकार करेगा।
You may also like
Team India ने दिल्ली टेस्ट में वेस्टइंडीज को धूल चटाकर रचा इतिहास, South Africa के महारिकॉर्ड की कर ली बराबरी
Dhanteras 2025: धनतेरस के दिन आप भी जरूर खरीदें ये चीजें, मां लक्ष्मी की बरसेगी आप पर कृपा
बिहार विधानसभा चुनाव, सीट बंटवारे को लेकर INDIA गठबंधन में विवाद, लालू और तेजस्वी की सक्रियता
बिहार चुनाव में पहले चरण के नामांकन से पहले सीट बंटवारे को लेकर सियासी उठापटक
राजस्थान: दिवाली से पहले भजनलाल सरकार का तोहफा, 6 लाख सरकारी कर्मचारियों को मिलेगा बोनस