CUET 2026 : कॉमन यूनिवर्सिटी एंट्रेंस टेस्ट ( CUET - UG) 2026 के शेड्यूल में कई बदलाव देखने को मिलेंगे। केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय के सामने सेंट्रल यूनिवर्सिटीज समेत उच्च शिक्षा संस्थानों ने सीयूईटी की प्रक्रिया में देरी का सवाल उठाया था। 2025 में सीयूईटी का रिजल्ट 4 जुलाई को आया और इसका नतीजा यह रहा कि दिल्ली यूनिवर्सिटी जैसे संस्थान में भी हजारों सीटें खाली रह गई थीं। अब एग्जाम की टाइमिंग की समीक्षा की जा रही है। साथ ही रिजल्ट का मामला भी शिक्षा मंत्रालय देख रहा है। आइए जानें CUET एडमिशन को लेकर लेटेस्ट अपडेट और महत्वपूर्ण डिटेल्स के बारे में।
15 जून से एडमिशन शुरू करने का लक्ष्यसूत्रों का कहना है कि जल्द ही शिक्षा मंत्रालय के अधिकारी सीयूईटी के शेड्यूल को लेकर नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (NTA) के साथ बैठक करेंगे। लक्ष्य यह है कि 15 जून से यूनिवर्सिटीज अपना एडमिशन प्रोसेस शुरू कर सकें जिससे जुलाई की शुरुआत तक एडमिशन का एक या दो राउंड पूरा हो सके।
2026 के शेड्यूल में क्या अंतर होगा?जेईई मेन का पहला चरण 21-30 जनवरी और दूसरे चरण की परीक्षा 2-9 अप्रैल के बीच होगी। मई के पहले हफ्ते में मेडिकल एग्जाम नीट होगा। उसके बाद सीयूईटी होता है। 2025 में सीयूईटी यूजी में 10.71 लाख स्टूडेंट्स शामिल हुए और 13 मई से 4 जून 2025 तक एग्जाम आयोजित हुआ था। इस बार सीयूईटी की परीक्षा को 7 से 10 दिन पहले शुरू किया जा सकता है।
खाली सीटों की समस्या कैसे होगी दूर?इस बार रिजल्ट जल्द घोषित करने पर फोकस होगा। जून के पहले या दूसरे हफ्ते तक रिजल्ट आता है तो जुलाई की शुरुआत तक यूनिवर्सिटी एडमिशन के एक या दो राउंड पूरे हो सकेंगे। इससे सीटें खाली रहने की समस्या को काफी हद तक दूर किया जा सकेगा। दरअसल जब रिजल्ट देर से आता है तो छात्र दूसरे संस्थानों में एडमिशन ले लेते हैं और फिर उन्हें फीस वापस लेने में दिक्कत होती है। डीयू में सीटें खाली रहने का एक यह भी कारण है कि छात्र लौट नहीं पाते।
तैयार हो रहा एग्जाम कैलेंडर, जल्द होगा जारीएनटीए 2026 की परीक्षाओं का कैलेंडर तैयार कर रहा है और अगले 10 दिनों में इसे जारी किया जाएगा। एनटीए ने इससे पहले एक बार सितंबर 2023 में एग्जाम कैलेंडर जारी किया लेकिन उसके बाद ऐसा नहीं हुआ। इस बार शिक्षा मंत्रालय काफी गंभीर है और एनटीए को एग्जाम कैलेंडर जारी करने को कहा है ताकि छात्रों को समय पर सभी एग्जाम की जानकारी मिल सके। एनटीए एग्जाम का सर्कल अक्टूबर-नवंबर में शुरू हो गया है। सीयूईटी एग्जाम कंप्यूटर बेस्ड टेस्ट (CBT) मोड में ही होगा। वहीं, मेडिकल एग्जाम नीट के बारे में शिक्षा मंत्रालय और स्वास्थ्य मंत्रालय के अधिकारियों की जल्द बैठक होगी।
15 जून से एडमिशन शुरू करने का लक्ष्यसूत्रों का कहना है कि जल्द ही शिक्षा मंत्रालय के अधिकारी सीयूईटी के शेड्यूल को लेकर नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (NTA) के साथ बैठक करेंगे। लक्ष्य यह है कि 15 जून से यूनिवर्सिटीज अपना एडमिशन प्रोसेस शुरू कर सकें जिससे जुलाई की शुरुआत तक एडमिशन का एक या दो राउंड पूरा हो सके।
2026 के शेड्यूल में क्या अंतर होगा?जेईई मेन का पहला चरण 21-30 जनवरी और दूसरे चरण की परीक्षा 2-9 अप्रैल के बीच होगी। मई के पहले हफ्ते में मेडिकल एग्जाम नीट होगा। उसके बाद सीयूईटी होता है। 2025 में सीयूईटी यूजी में 10.71 लाख स्टूडेंट्स शामिल हुए और 13 मई से 4 जून 2025 तक एग्जाम आयोजित हुआ था। इस बार सीयूईटी की परीक्षा को 7 से 10 दिन पहले शुरू किया जा सकता है।
खाली सीटों की समस्या कैसे होगी दूर?इस बार रिजल्ट जल्द घोषित करने पर फोकस होगा। जून के पहले या दूसरे हफ्ते तक रिजल्ट आता है तो जुलाई की शुरुआत तक यूनिवर्सिटी एडमिशन के एक या दो राउंड पूरे हो सकेंगे। इससे सीटें खाली रहने की समस्या को काफी हद तक दूर किया जा सकेगा। दरअसल जब रिजल्ट देर से आता है तो छात्र दूसरे संस्थानों में एडमिशन ले लेते हैं और फिर उन्हें फीस वापस लेने में दिक्कत होती है। डीयू में सीटें खाली रहने का एक यह भी कारण है कि छात्र लौट नहीं पाते।
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