Next Story
Newszop

Delhi Zoo: दिल्ली 'जू' में होने जा रहा बड़ा बदलाव, दर्शकों की परेशानी होगी दूर; हिरण के लिए विशेष व्यवस्था

Send Push
राम त्रिपाठी, नई दिल्ली: हर बार की तरह इस बार भी आने वाले मॉनसून की तेज बारिश में जू में जलभराव की समस्या से छुटकारा मिल सकता है। हरी घास और पत्ते खाने वाले हिरण व मृग प्रजाति के वन्यजीवों के बाड़ों में सबसे अधिक जलभराव होता है। ऐसे 7 बाड़े हैं। जू प्रशासन ने इससे निपटने के लिए नए सिरे से पंपिंग सिस्टम और जनरेटर सिस्टम को अपग्रेड किया है। बाड़ों में मिट्टी के ऊंचे टीले आदि की व्यवस्था की गई है।



मॉनसून के दौरान बाड़ों में जलभराव का सामना हिरण और मृग प्रजाति के वन्यजीव-चीतल, बारहसिंगा, कक्कड़ हिरण, काला मृग, सफेद मृग और शंघाई हिरण आदि अधिक करते हैं। इनके बाड़ों के एरिना क्षेत्र (वन्यजीवों को दर्शकों को दिखाने का खुला स्थान) में पानी भर जाता है। ये वन्यजीव खुले में ही रहना पसंद करते हैं। बीमार या घायल वन्यजीवों को ही नाइट शेल्टर में रखा जाता है। ऐसे 7 बाड़े हैं, जिनमें मॉनसून के दौरान पानी भरता है।



जू के एक अधिकारी ने बताया कि बरसात का पानी निकालने के लिए सेंट्रल कंस्ट्रक्शन यूनिट (CCU) के 4 बड़े पंपिंग सिस्टम को अपग्रेड कराया गया है। जू के अपने 2 सिस्टम हैं और एक नया सिस्टम खरीदा गया है। इससे अब पानी निकालने की कार्रवाई लगातार जारी रह सकेगी। विभिन्न प्रकार के पंछियों और बंदरों के बाड़ों की छत फीडिंग प्लैटफॉर्म की है। उन्हें प्रोफाइल शीट से ढक दिया गया है, ताकि बरसात का पानी अंदर न जा सके।



बाड़ों की मोठ (कृत्रिम नहर) की गाद निकाल दी गई है। गाद की वजह से वहां जलभराव की समस्या हो जाती थी। सड़क और वन्यजीवों के बाड़ों के किनारे बने कई फुटपाथ टूटे हुए थे। कई जगह फुटपाथ ही नहीं थे। अब वहां फुटपाथ बनाए जा रहे हैं। टूटे फुटपाथों की मरम्मत भी की गई है। इससे रात के समय एनिमल कीपर को दूसरी बीट या स्टोर आदि तक जाने में परेशानी नहीं होगी।



CCU की टीम की विशेष तैनाती



जू प्रशासन ने मॉनसून के दौरान किसी भी समस्या से निपटने के लिए CCU की टीम को 24 घंटे ड्यूटी पर तैनात किया है। 3 शिफ्ट की ड्यूटी में हर शिफ्ट में एक इलेक्ट्रिक टेक्नीशियन सहित 2 लोग मौजूद रहेंगे। वे बरसात के दौरान बिजली फॉल्ट जैसी समस्याओं से भी तुरंत निपटेंगे।



जू के डायरेक्टर डॉ. संजीत कुमार ने बताया कि बरसात में विजिटर्स और वन्यजीवों की सुविधा के लिए ये सभी इंतजाम किए गए हैं। विजिटर्स के लिए कई रेन शेड की मरम्मत भी कराई गई है। बरसात से बचने के लिए विजिटर्स रेन शेड का सहारा ले सकते हैं।



Loving Newspoint? Download the app now