तमिलनाडु में एक भावुक कर देने वाला नजारा कैमरे में कैद हुआ है, जो अब सोशल मीडिया पर वायरल हो चुका है। ये कोई आम जल प्रवाह नहीं था, ये था मां कावेरी के आगमन का उत्सव... जहां फूल बरसे, हाथ जोड़े गए, आंखें नम हुईं और दिलों ने एक साथ धड़कना शुरू किया!
दरअसल, कावेरी डेल्टा क्षेत्र के लिए सिंचाई हेतु जल छोड़े जाने के बाद, जब कावेरी नदी का जल सूखी धरती पर पहुंचा तो गांव वालों का उत्साह देखते ही बनता था। किसी ने जल को माथे से लगाया, किसी ने आरती उतारी और किसी ने आंखों में आंसू लिए ‘मां’ को छूकर प्रणाम किया। इस खूबसूरत लम्हे को IFS अधिकारी सहित तमाम लोगों ने इंटरनेट पर पोस्ट किया है, जो तमाम दिलों को छू रहा है।
जब लोगों तक पहुंची मां कावेरी यह वीडियो IFS (भारतीय वन सेवा अधिकारी) परवीन कासवान ने 20 जून को पोस्ट किया। उन्होंने कैप्शन में लिखा - पानी ही तो जीवन है। जब लोगों तक पहुंची मां कावेरी, तो खुशी से मना जश्न। यह पोस्ट X पर वायरल हो चुकी है, जिसे अब तक 1 लाख 53 हजार लाइक्स और 6.9 हजार लाइक्स मिल चुके हैं। जबकि सैकड़ों यूजर्स ने कमेंट सेक्शन में अपने दिल की बात भी लिखी।
ये सिर्फ पानी नहीं, ये भावना है, परंपरा है...
मौसम और बाढ़ अपडेट्स देने वाले टेक्नोलॉजी प्रोफेशनल नवीन रेड्डी ने भी यह वीडियो शेयर किया और लिखा - जैसे ही कावेरी पहुंचती है, दिल खिल उठते हैं। ये सिर्फ पानी नहीं, ये भावना है, परंपरा है, अपनापन है। यही वजह है कि मैं बाढ़ नहीं, भावनाओं का बहाव देखता हूं। बताया गया है कि इस जल से करीब 13 लाख एकड़ खेतों की सिंचाई होगी! यानी कावेरी एक बार फिर जीवन बनकर बह निकली है।
'मां आई हैं...'
दरअसल, कावेरी डेल्टा क्षेत्र के लिए सिंचाई हेतु जल छोड़े जाने के बाद, जब कावेरी नदी का जल सूखी धरती पर पहुंचा तो गांव वालों का उत्साह देखते ही बनता था। किसी ने जल को माथे से लगाया, किसी ने आरती उतारी और किसी ने आंखों में आंसू लिए ‘मां’ को छूकर प्रणाम किया। इस खूबसूरत लम्हे को IFS अधिकारी सहित तमाम लोगों ने इंटरनेट पर पोस्ट किया है, जो तमाम दिलों को छू रहा है।
जब लोगों तक पहुंची मां कावेरी यह वीडियो IFS (भारतीय वन सेवा अधिकारी) परवीन कासवान ने 20 जून को पोस्ट किया। उन्होंने कैप्शन में लिखा - पानी ही तो जीवन है। जब लोगों तक पहुंची मां कावेरी, तो खुशी से मना जश्न। यह पोस्ट X पर वायरल हो चुकी है, जिसे अब तक 1 लाख 53 हजार लाइक्स और 6.9 हजार लाइक्स मिल चुके हैं। जबकि सैकड़ों यूजर्स ने कमेंट सेक्शन में अपने दिल की बात भी लिखी।
ये सिर्फ पानी नहीं, ये भावना है, परंपरा है...
मौसम और बाढ़ अपडेट्स देने वाले टेक्नोलॉजी प्रोफेशनल नवीन रेड्डी ने भी यह वीडियो शेयर किया और लिखा - जैसे ही कावेरी पहुंचती है, दिल खिल उठते हैं। ये सिर्फ पानी नहीं, ये भावना है, परंपरा है, अपनापन है। यही वजह है कि मैं बाढ़ नहीं, भावनाओं का बहाव देखता हूं। बताया गया है कि इस जल से करीब 13 लाख एकड़ खेतों की सिंचाई होगी! यानी कावेरी एक बार फिर जीवन बनकर बह निकली है।
'मां आई हैं...'
इस क्लिप को देखने के बाद बहुत से लोगों ने अपनी भावनाएं व्यक्त कीं। एक यूजर ने लिखा - मां कावेरी आई हैं और गांव वाले उन्हें उसी श्रद्धा से पा रहे हैं जैसे कोई मां लंबे अरसे बाद घर लौटे। मैंने एक मंदिर के पास एक औरत को कावेरी के पहले झोंके को छूते हुए रोते देखा… ये दृश्य भुलाया नहीं जा सकता।
एक और टिप्पणी ने दिल को छू लिया - हमारे देश में नदियां सिर्फ जलधारा नहीं हैं। ये देवियां हैं, जीवनदायिनी माताएं हैं। और ये भाव अब भी जीवित हैं, यही हमारी असली संस्कृति है। वहीं एक यूजर ने लिखा - शहरों में पानी आराम से मिल जाता है, क्योकि शहर नदी के किनारे है, बात गांव की बिगड़ी है, क्योंकि नदी गांव नहीं जाती, ठीक वैसे ही जैसे कमाने के लिए छोड़े घर। वैसे आपकी क्या राय है? कमेंट में लिखें।