महूः शहर के जनजाति बालक छात्रावास में मंगलवार दोपहर अचानक बच्चों की तबीयत बिगड़ने से हड़कंप मच गया। छात्रावास में रहने वाले 20 से अधिक बच्चों को उल्टी, चक्कर और पेट दर्द की शिकायत के बाद महू सिविल अस्पताल ले जाया गया। इनमें से 8 बच्चों की हालत गंभीर बताई जा रही है।
घटना के बाद छात्रावास में अफरा-तफरी का माहौल बन गया। बच्चों को तुरंत छात्रावास के कर्मचारी दीपक मोहरे ने निजी मैजिक वाहन में बैठाकर अस्पताल पहुंचाया। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, अस्पताल में पहले इलाज शुरू नहीं किया गया। इससे कई बच्चे चक्कर खाकर परिसर में गिर पड़े। इस पर अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के कार्यकर्ता शिवांग द्विवेदी ने अस्पताल प्रबंधन से बात की, तब जाकर इलाज शुरू हो सका।
20 से अधिक बच्चों की बिगड़ी तबीयत
छात्रावास में रहने वाले छात्र वैष्णव ने बताया कि सबसे पहले जगदीश नामक छात्र की तबीयत बिगड़ी। इसके बाद धीरे-धीरे अन्य बच्चों में भी वही लक्षण नजर आने लगे। देखते ही देखते एक के बाद एक बच्चे उल्टी करने लगे और पेट दर्द की शिकायत करने लगे।
फूड प्वॉइजनिंग की आशंका
सिविल अस्पताल के डॉक्टर एमएस चौहान ने बताया कि फिलहाल 8 बच्चों की हालत गंभीर है, जिन्हें अस्पताल में भर्ती कर इलाज किया जा रहा है। प्रारंभिक जांच में फूड पॉइजनिंग का मामला लग रहा है।
मामले की गंभीरता को देखते हुए एसडीएम राकेश परमार खुद मौके पर पहुंचे और अस्पताल प्रशासन से बच्चों की स्थिति की जानकारी ली। उन्होंने बताया कि बच्चों के खाने के सैंपल लेकर जांच के लिए भेज दिए गए हैं। रिपोर्ट आने के बाद ही यह स्पष्ट हो सकेगा कि फूड पॉइजनिंग है या कोई अन्य कारण। फिलहाल बच्चों को बुखार और उल्टी की शिकायत है।
घटना के बाद छात्रावास में अफरा-तफरी का माहौल बन गया। बच्चों को तुरंत छात्रावास के कर्मचारी दीपक मोहरे ने निजी मैजिक वाहन में बैठाकर अस्पताल पहुंचाया। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, अस्पताल में पहले इलाज शुरू नहीं किया गया। इससे कई बच्चे चक्कर खाकर परिसर में गिर पड़े। इस पर अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के कार्यकर्ता शिवांग द्विवेदी ने अस्पताल प्रबंधन से बात की, तब जाकर इलाज शुरू हो सका।
20 से अधिक बच्चों की बिगड़ी तबीयत
छात्रावास में रहने वाले छात्र वैष्णव ने बताया कि सबसे पहले जगदीश नामक छात्र की तबीयत बिगड़ी। इसके बाद धीरे-धीरे अन्य बच्चों में भी वही लक्षण नजर आने लगे। देखते ही देखते एक के बाद एक बच्चे उल्टी करने लगे और पेट दर्द की शिकायत करने लगे।
फूड प्वॉइजनिंग की आशंका
सिविल अस्पताल के डॉक्टर एमएस चौहान ने बताया कि फिलहाल 8 बच्चों की हालत गंभीर है, जिन्हें अस्पताल में भर्ती कर इलाज किया जा रहा है। प्रारंभिक जांच में फूड पॉइजनिंग का मामला लग रहा है।
मामले की गंभीरता को देखते हुए एसडीएम राकेश परमार खुद मौके पर पहुंचे और अस्पताल प्रशासन से बच्चों की स्थिति की जानकारी ली। उन्होंने बताया कि बच्चों के खाने के सैंपल लेकर जांच के लिए भेज दिए गए हैं। रिपोर्ट आने के बाद ही यह स्पष्ट हो सकेगा कि फूड पॉइजनिंग है या कोई अन्य कारण। फिलहाल बच्चों को बुखार और उल्टी की शिकायत है।
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