अभय सिंह राठौड़, लखनऊ: उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में फर्जी शिकायतों के जरिए आम जनता को ब्लैकमेल करने वाले गिरोह का पर्दाफाश हुआ है। लखनऊ विकास प्राधिकरण (LDA) ने इस गिरोह के खिलाफ बड़ी कार्रवाई करते हुए 28 ऐसे लोगों की सूची जारी की है। इन लोगों ने जनहित के नाम पर निर्माण कार्यों के खिलाफ लगातार झूठी शिकायतें दर्ज कराईं थी। इसमें से 7 लोगों ने 100 से ज्यादा शिकायतें की है। इसमें से एक महिला ने अकेले ही 171 शिकायतें दर्ज कराईं है। जबकि दो अन्य व्यक्तियों ने 168 और 167 शिकायतें दर्ज कराई है।
एलडीए उपाध्यक्ष प्रथमेश कुमार के निर्देश पर हुई जांच में खुलासा हुआ कि साल 2024 से 30 मई 2025 के बीच सिर्फ 28 लोगों ने 2114 शिकायतें दर्ज कराई है। लिस्ट के मुताबिक, उर्वशी शर्मा ने सबसे ज्यादा 171 शिकायतें दर्ज कराई है। जबकि मो. फैजान ने 168, मो. सैफ ने 167, सरदार सतनाम सिंह ने 154, लक्ष्मीकांत सिंह ने 126, शिवराज मिश्रा ने 116 और निशांत सिंह ने 104 शिकायतें की है। इसी तरह इमरान मिर्जा ने 97, रजा अब्बास ने 89, रमेश साहू ने 89, अभिषेक पांडेय ने 89, संजय कुमार प्रजापति ने 82, तनमय राज सिंह ने 81 शिकायतें दर्ज कराई है। इस तरह कुल 28 लोगों ने 2114 शिकायतें की है।
शिकायतों की आड़ में ब्लैकमेलिंगबताते चलें कि जनसुनवाई और नागरिक सुविधा दिवस के दौरान कई आम नागरिकों ने आरोप लगाए कि कुछ लोग शिकायत दर्ज कराने की धमकी देकर निर्माण कार्य करवा रहे लोगों से रुपयों की मांग कर रहे हैं। पैसा न देने पर ये लोग प्राधिकरण व IGRS पोर्टल पर अवैध निर्माण की शिकायत दर्ज कर देते हैं, जिससे आम आदमी को भारी मानसिक और आर्थिक नुकसान झेलना पड़ता है।
अब होगी गहन जांच के बाद कार्रवाई: उपाध्यक्ष प्रथमेश कुमारउपाध्यक्ष प्रथमेश कुमार ने आदेश जारी किया है कि अब से निर्माण संबंधी किसी भी शिकायत पर स्थल पर गहन परीक्षण और तथ्यों की पुष्टि के बाद ही कोई कार्रवाई की जाएगी। एलडीए के अपर सचिव ज्ञानेन्द्र वर्मा ने बताया कि इन शिकायतों के पीछे एक संगठित गिरोह होने की आशंका है, जिसकी रिपोर्ट शासन को भेजी जा रही है। एलडीए वीसी प्रथमेश कुमार ने बताया कि जन सुनवाई में लगातार ऐसे मामले आ रहे थे। शिकायतों की स्क्रूटनी कर हमने 28 लोगों की पहचान की है, जो एक योजनाबद्ध तरीके से हर महीने 20 से 30 शिकायतें दर्ज कर रहे हैं।
एलडीए उपाध्यक्ष प्रथमेश कुमार के निर्देश पर हुई जांच में खुलासा हुआ कि साल 2024 से 30 मई 2025 के बीच सिर्फ 28 लोगों ने 2114 शिकायतें दर्ज कराई है। लिस्ट के मुताबिक, उर्वशी शर्मा ने सबसे ज्यादा 171 शिकायतें दर्ज कराई है। जबकि मो. फैजान ने 168, मो. सैफ ने 167, सरदार सतनाम सिंह ने 154, लक्ष्मीकांत सिंह ने 126, शिवराज मिश्रा ने 116 और निशांत सिंह ने 104 शिकायतें की है। इसी तरह इमरान मिर्जा ने 97, रजा अब्बास ने 89, रमेश साहू ने 89, अभिषेक पांडेय ने 89, संजय कुमार प्रजापति ने 82, तनमय राज सिंह ने 81 शिकायतें दर्ज कराई है। इस तरह कुल 28 लोगों ने 2114 शिकायतें की है।
शिकायतों की आड़ में ब्लैकमेलिंगबताते चलें कि जनसुनवाई और नागरिक सुविधा दिवस के दौरान कई आम नागरिकों ने आरोप लगाए कि कुछ लोग शिकायत दर्ज कराने की धमकी देकर निर्माण कार्य करवा रहे लोगों से रुपयों की मांग कर रहे हैं। पैसा न देने पर ये लोग प्राधिकरण व IGRS पोर्टल पर अवैध निर्माण की शिकायत दर्ज कर देते हैं, जिससे आम आदमी को भारी मानसिक और आर्थिक नुकसान झेलना पड़ता है।
अब होगी गहन जांच के बाद कार्रवाई: उपाध्यक्ष प्रथमेश कुमारउपाध्यक्ष प्रथमेश कुमार ने आदेश जारी किया है कि अब से निर्माण संबंधी किसी भी शिकायत पर स्थल पर गहन परीक्षण और तथ्यों की पुष्टि के बाद ही कोई कार्रवाई की जाएगी। एलडीए के अपर सचिव ज्ञानेन्द्र वर्मा ने बताया कि इन शिकायतों के पीछे एक संगठित गिरोह होने की आशंका है, जिसकी रिपोर्ट शासन को भेजी जा रही है। एलडीए वीसी प्रथमेश कुमार ने बताया कि जन सुनवाई में लगातार ऐसे मामले आ रहे थे। शिकायतों की स्क्रूटनी कर हमने 28 लोगों की पहचान की है, जो एक योजनाबद्ध तरीके से हर महीने 20 से 30 शिकायतें दर्ज कर रहे हैं।
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