नई दिल्ली: बिहार एग्जिट पोल से पहले सोने-चांदी की कीमतों में जोरदार तेजी आई। मंगलवार मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज (एमसीएक्स) पर सोने की कीमतों में लगभग 1% की बढ़ोतरी देखी गई। यह उछाल मजबूत हाजिर मांग और वैश्विक स्तर पर सकारात्मक संकेतों के कारण आया। सोने की तरह चांदी में भी जोरदार तेजी दर्ज की गई।
सुबह के कारोबार में एमसीएक्स गोल्ड दिसंबर फ्यूचर्स 0.94% बढ़कर 1,25,131 रुपये प्रति 10 ग्राम के ऊंचे स्तर पर पहुंच गया था। हालांकि, शाम तक यह 683 रुपये यानी 0.55% की बढ़ोतरी के साथ 1,24,653 रुपये प्रति दस ग्राम के स्तर पर बोला गया। वहीं, एमसीएक्स सिल्वर दिसंबर कॉन्ट्रैक्ट्स 1,259 रुपये यानी 0.82% बढ़कर 1,54,950 रुपये प्रति किलो बोला गया।
तेजी की यह है वजह
अमेरिका में सबसे लंबे समय से चले आ रहे सरकारी शटडाउन को खत्म करने की दिशा में प्रगति हुई है । आम तौर पर जब आर्थिक अनिश्चितता कम होती है तो सुरक्षित निवेश माने जाने वाले सोने की कीमतें गिरती हैं। लेकिन, इस बार मामला अलग है। बाजार में यह उम्मीद बढ़ी है कि अमेरिका का केंद्रीय बैंक (फेडरल रिजर्व) ब्याज दरों में कटौती करेगा। ब्याज दरें कम होने से डॉलर कमजोर होता है और सोने-चांदी में निवेश बढ़ता है। इससे उनकी कीमतें ऊपर चली गईं ।
एग्जिट पोल से पहले मजबूत रही डिमांड इसके अलावा बिहार चुनाव के लिए एग्जिट पोल आने से पहले भी कीमती धातुओं की मांग मजबूत बनी रही। शाम को आए ज्यादातर एग्जिट पोल में एनडीए की महागठबंधन पर बढ़त दिखाई गई है। कीमतों को प्रभावित करने वाले अन्य महत्वपूर्ण फैक्टर्स में अमेरिकी डॉलर इंडेक्स का लगभग स्थिर रहना और अमेरिकी बॉन्ड यील्ड का बढ़ना शामिल है। इसके अलावा, एक बड़ा फैक्टर यह है कि वैश्विक भू-राजनीतिक अनिश्चितता अभी भी बनी हुई है।
सुबह के कारोबार में एमसीएक्स गोल्ड दिसंबर फ्यूचर्स 0.94% बढ़कर 1,25,131 रुपये प्रति 10 ग्राम के ऊंचे स्तर पर पहुंच गया था। हालांकि, शाम तक यह 683 रुपये यानी 0.55% की बढ़ोतरी के साथ 1,24,653 रुपये प्रति दस ग्राम के स्तर पर बोला गया। वहीं, एमसीएक्स सिल्वर दिसंबर कॉन्ट्रैक्ट्स 1,259 रुपये यानी 0.82% बढ़कर 1,54,950 रुपये प्रति किलो बोला गया।
तेजी की यह है वजह
अमेरिका में सबसे लंबे समय से चले आ रहे सरकारी शटडाउन को खत्म करने की दिशा में प्रगति हुई है । आम तौर पर जब आर्थिक अनिश्चितता कम होती है तो सुरक्षित निवेश माने जाने वाले सोने की कीमतें गिरती हैं। लेकिन, इस बार मामला अलग है। बाजार में यह उम्मीद बढ़ी है कि अमेरिका का केंद्रीय बैंक (फेडरल रिजर्व) ब्याज दरों में कटौती करेगा। ब्याज दरें कम होने से डॉलर कमजोर होता है और सोने-चांदी में निवेश बढ़ता है। इससे उनकी कीमतें ऊपर चली गईं ।
एग्जिट पोल से पहले मजबूत रही डिमांड इसके अलावा बिहार चुनाव के लिए एग्जिट पोल आने से पहले भी कीमती धातुओं की मांग मजबूत बनी रही। शाम को आए ज्यादातर एग्जिट पोल में एनडीए की महागठबंधन पर बढ़त दिखाई गई है। कीमतों को प्रभावित करने वाले अन्य महत्वपूर्ण फैक्टर्स में अमेरिकी डॉलर इंडेक्स का लगभग स्थिर रहना और अमेरिकी बॉन्ड यील्ड का बढ़ना शामिल है। इसके अलावा, एक बड़ा फैक्टर यह है कि वैश्विक भू-राजनीतिक अनिश्चितता अभी भी बनी हुई है।
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