लखनऊ: आगरा लखनऊ एक्सप्रेसवे पर सफर करने वाले चालकों के लिए राहत भरी खबर सामने आई है। एक्सप्रेसवे पर होने वाले हादसों को कम करने के लिए उत्तर प्रदेश एक्सप्रेसवे औद्योगिक विकास प्राधिकरण (यूपीईआईडीए) ने ले-बाय जोन बनाने की योजना बनाई है। जानकारी के मुताबिक यूपीईआईडीए प्रत्येक 50 किलोमीटर पर छह ले-बाय जोन बनाएगा। इससे वाहन चालकों को सफर के दौरान कोई भी परेशानी होने पर ठहरने के लिए एक उचित स्थान मिल जाएगा। इस पहल के जरिए योगी सरकार एक्सप्रेसवे की एक खामी को आराम में बदलने वाली है।यूपीईआईडीए आगरा लखनऊ एक्सप्रेसवे पर वाहनों के लिए ले-बाय जोन बनाएगा। ट्रकों और कमर्शियल वाहनों के लिए प्रत्येक दिशा में प्रत्येक 50 किलोमीटर पर 6 ले-बाय जोन बनाए जाएंगे। ले-बाय जोन न होने पर ट्रक मुख्य मार्ग पर रुककर आराम करते हैं, जिससे दुर्घटनाएं होती हैं। ऐसे में चर्चा उठी कि एक्सप्रेसवे के निर्माण के दौरान ही बनाया जाना चाहिए था। हालांकि अब इस जरूरत पर ध्यान दिया जाएगा। कैसा होगा एक्सप्रेसवेआगरा लखनऊ एक्सप्रेसवे उत्तर प्रदेश में 302 किलोमीटर लंबा राजमार्ग है। इसके रास्ते में कई ले-बाय जोन या विश्राम स्थल हैं। हालांकि ये अभी भोजन और पेय पदार्थ, शौचालय, ईंधन स्टेशन और पेड पार्किंग के रूप में मौजूद हैं। हालांकि यूपीईआईडीए एक्सप्रेसवे की लेन से सटे ही अंदर की तरफ सड़क से जुड़ा हुआ एक चौकोर खाली स्थान बनाएगा। वाहन चालक मुख्य मार्ग से हटकर गाड़ी पार्क कर आराम कर पाएंगे। एक्सप्रेसवे पर ले-बाय जोन से यात्रियों को फायदे
- लंबी यात्रा के दौरान रुकने, आराम करने और रिचार्ज करने के लिए एक सुरक्षित स्थान प्रदान करते हैं।
- ले-बाय जोन से दुर्घटनाओं का जोखिम कम होता है।
- इनमें अक्सर भोजन, ईंधन और शौचालय जैसी आवश्यक सेवाएं शामिल होती हैं, जिससे यात्रा अधिक आरामदायक हो जाती है।
- यात्री आराम कर सकते हैं और उपयुक्त स्टॉप खोजने की चिंता किए बिना अपनी यात्रा का आनंद ले सकते हैं।