नई दिल्ली: पूर्व भारतीय स्पिनर रविचंद्रन अश्विन ने क्रिकेट से अपने संन्यास को लेकर चल रही अटकलों पर विराम लगा दिया है। उन्होंने साफ किया है कि ऑस्ट्रेलिया में 2024-25 बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी के दौरान क्रिकेट छोड़ने का उनका फैसला पूरी तरह से व्यक्तिगत था और वह किसी के दबाव में नहीं थे। इसके बाद उन्होंने इसी साल अगस्त में इंडियन प्रीमियर लीग से भी संन्यास ले लिया था।
अश्विन ने कही ये बात
अश्विन ने अपने यूट्यूब चैनल पर संन्यास के फैसले के पीछे की वजह बताते हुए कहा, 'किसी ने मुझसे यह नहीं कहा कि तुम्हें जाना चाहिए। सच तो यह है कि वे मुझसे और अधिक खेलने की उम्मीद कर रहे थे।' उन्होंने विशेष रूप से बताया कि उन्हें रोकने की सलाह कप्तान रोहित शर्मा और गौतम गंभीर ने दी थी। अश्विन ने कहा, 'रोहित शर्मा ने भी मुझसे इस पर सोचने के लिए कहा था, गौती भाई ने भी मुझसे फिर से सोचने के लिए कहा था। लेकिन मैंने चीफ सेलेक्टर अजीत अगरकर से इस बारे में ज्यादा बात नहीं की।' उन्होंने दोहराया कि संन्यास के मामले में यह बहुत ही व्यक्तिगत निर्णय होता है। अश्विन ने पहले भी कहा था कि अगर उन्हें प्लेइंग इलेवन में जगह नहीं मिलती है तो वह सिर्फ एक टूरिंग टीम के सदस्य बनकर नहीं रहना चाहते।
रोहित और कोहली पर स्पष्ट संवाद की जरूरत
अश्विन ने कहा कि रोहित शर्मा और विराट कोहली जैसे बड़े खिलाड़ियों के भविष्य को लेकर टीम मैनेजमेंट को उनके साथ साफ-साफ बात करनी चाहिए। उन्होंने जोर देकर कहा कि विराट कोहली वनडे क्रिकेट के बहुत बड़े खिलाड़ी हैं। जिस तरह से विराट और रोहित ने 2023 वर्ल्ड कप में बल्लेबाजी की, उसके बाद उन्हें अपनी काबिलियत साबित करने की कोई जरूरत नहीं है।
2027 वर्ल्ड कप को लेकर कही ये बात
अश्विन ने कहा कि उन्हें पूरी उम्मीद है कि दोनों खिलाड़ियों और टीम मैनेजमेंट के बीच इस पर बातचीत हो गई होगी। उन्होंने विश्वास जताया कि कोई भी चयनकर्ता या कोच यह नहीं कह सकता कि विराट और रोहित की सेवाएं अब जरूरी नहीं हैं, क्योंकि वह अनुभव आप किसी दुकान से नहीं खरीद सकते। अश्विन ने 2027 वर्ल्ड कप को लेकर भी बात की। उन्होंने कहा कि 'इसमें कोई संदेह नहीं है कि रोहित और विराट दोनों वहां 2027 वर्ल्ड कप में रहना चाहते हैं। हम जो तैयारी उनसे देख रहे हैं, वह उनके शरीर में निवेश है ताकि वे विश्व कप के लिए तैयार रहें।'
अश्विन ने कही ये बात
अश्विन ने अपने यूट्यूब चैनल पर संन्यास के फैसले के पीछे की वजह बताते हुए कहा, 'किसी ने मुझसे यह नहीं कहा कि तुम्हें जाना चाहिए। सच तो यह है कि वे मुझसे और अधिक खेलने की उम्मीद कर रहे थे।' उन्होंने विशेष रूप से बताया कि उन्हें रोकने की सलाह कप्तान रोहित शर्मा और गौतम गंभीर ने दी थी। अश्विन ने कहा, 'रोहित शर्मा ने भी मुझसे इस पर सोचने के लिए कहा था, गौती भाई ने भी मुझसे फिर से सोचने के लिए कहा था। लेकिन मैंने चीफ सेलेक्टर अजीत अगरकर से इस बारे में ज्यादा बात नहीं की।' उन्होंने दोहराया कि संन्यास के मामले में यह बहुत ही व्यक्तिगत निर्णय होता है। अश्विन ने पहले भी कहा था कि अगर उन्हें प्लेइंग इलेवन में जगह नहीं मिलती है तो वह सिर्फ एक टूरिंग टीम के सदस्य बनकर नहीं रहना चाहते।
रोहित और कोहली पर स्पष्ट संवाद की जरूरत
अश्विन ने कहा कि रोहित शर्मा और विराट कोहली जैसे बड़े खिलाड़ियों के भविष्य को लेकर टीम मैनेजमेंट को उनके साथ साफ-साफ बात करनी चाहिए। उन्होंने जोर देकर कहा कि विराट कोहली वनडे क्रिकेट के बहुत बड़े खिलाड़ी हैं। जिस तरह से विराट और रोहित ने 2023 वर्ल्ड कप में बल्लेबाजी की, उसके बाद उन्हें अपनी काबिलियत साबित करने की कोई जरूरत नहीं है।
2027 वर्ल्ड कप को लेकर कही ये बात
अश्विन ने कहा कि उन्हें पूरी उम्मीद है कि दोनों खिलाड़ियों और टीम मैनेजमेंट के बीच इस पर बातचीत हो गई होगी। उन्होंने विश्वास जताया कि कोई भी चयनकर्ता या कोच यह नहीं कह सकता कि विराट और रोहित की सेवाएं अब जरूरी नहीं हैं, क्योंकि वह अनुभव आप किसी दुकान से नहीं खरीद सकते। अश्विन ने 2027 वर्ल्ड कप को लेकर भी बात की। उन्होंने कहा कि 'इसमें कोई संदेह नहीं है कि रोहित और विराट दोनों वहां 2027 वर्ल्ड कप में रहना चाहते हैं। हम जो तैयारी उनसे देख रहे हैं, वह उनके शरीर में निवेश है ताकि वे विश्व कप के लिए तैयार रहें।'
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