विष्णु मांचू को आखिरकार अपनी नई फिल्म 'कन्नप्पा' के साथ दर्शकों का सपोर्ट मिल गया है। पौराणिक महाकाव्य ने बॉक्स ऑफिस पर अपने पहले दो दिनों में ₹16 करोड़ कमाए हैं और ऐसा लगता है कि यह आगे भी दिल जीतती रहेगी। फिल्म के प्रति दर्शकों का का खास लगाव यह है कि यह काफी हद तक लोगों को कनेक्ट कर रही है और इसका क्लाइमैक्स खास है।
'कन्नप्पा' भगवान शिव के महान भक्त की कहानी है। तेलुगू लोक कथा आंध्र प्रदेश और तेलंगाना में फेमस है और इस क्षेत्र की सबसे लोकप्रिय पौराणिक कथाओं में से एक है। फिल्म में दिखाया गया है कि कैसे चेंचू जनजाति का एक शिकारी थिन्नन एक नास्तिक से भगवान कृष्ण का सबसे बड़ा भक्त कन्नप्पा बन जाता है। अंत में, कन्नप्पा (विष्णु मांचू) को भगवान शिव के दूत रुद्र (प्रभास) द्वारा सही रास्ता दिखाया जाता है।
ऐसे दिखाई गई कहानीजब कन्नप्पा अपनी पत्नी को बचाने के बाद वायु लिंग की देखभाल करना शुरू करता है, तो वह एक सच्चे भक्त में बदल जाता है। लेकिन एक शिव भक्त महादेव शास्त्री (मोहन बाबू) को इससे खतरा होता है और वह कन्नप्पा को कोड़े मारकर दंड देता है। जैसे ही कन्नप्पा को कोड़े मारे जाते हैं, वायु लिंग आंसू बहाने लगता है। जल्द ही, लिंग खून के आंसू बहाने लगता है। इस पर, कन्नप्पा अपनी एक आंख का बलिदान कर देता है।
'कन्नप्पा' का महाभारत कनेक्शनफिर, भगवान शिव (अक्षय कुमार) और देवी पार्वती (काजल अग्रवाल) प्रकट होते हैं, न केवल कन्नप्पा को बचाते हैं बल्कि उसकी आंखों की रोशनी भी वापस लाते हैं। जब कन्नप्पा जन्म और मृत्यु के चक्र से मुक्ति के लिए मोक्ष मांगता है, तो भगवान शिव उसे बताते हैं कि कन्नप्पा पिछले जन्म में महाभारत के अर्जुन थे। इसके बाद थिन्नाडू उर्फ कन्नप्पा अपना नश्वर रूप त्यागकर भगवान शिव के पास चला जाता है।
'कन्नप्पा' की भारी-भरकम कास्टमुकेश कुमार सिंह के डायरेक्शन में बनी 'कन्नप्पा' में विष्णु मांचू लीड रोल में हैं और इसमें मोहनलाल, अक्षय कुमार, प्रभास और काजल अग्रवाल की स्टार-स्टडेड कैमियो भी है। फिल्म में प्रीति मुकुंदन, मोहन बाबू, आर. सरथकुमार, अर्पित रांका, ब्रह्मानंदम, ब्रह्माजी, शिव बालाजी, कौशल मंदा, राहुल माधव, देवराज, मुकेश ऋषि, रघु बाबू और मधु भी हैं।
'कन्नप्पा' भगवान शिव के महान भक्त की कहानी है। तेलुगू लोक कथा आंध्र प्रदेश और तेलंगाना में फेमस है और इस क्षेत्र की सबसे लोकप्रिय पौराणिक कथाओं में से एक है। फिल्म में दिखाया गया है कि कैसे चेंचू जनजाति का एक शिकारी थिन्नन एक नास्तिक से भगवान कृष्ण का सबसे बड़ा भक्त कन्नप्पा बन जाता है। अंत में, कन्नप्पा (विष्णु मांचू) को भगवान शिव के दूत रुद्र (प्रभास) द्वारा सही रास्ता दिखाया जाता है।
ऐसे दिखाई गई कहानीजब कन्नप्पा अपनी पत्नी को बचाने के बाद वायु लिंग की देखभाल करना शुरू करता है, तो वह एक सच्चे भक्त में बदल जाता है। लेकिन एक शिव भक्त महादेव शास्त्री (मोहन बाबू) को इससे खतरा होता है और वह कन्नप्पा को कोड़े मारकर दंड देता है। जैसे ही कन्नप्पा को कोड़े मारे जाते हैं, वायु लिंग आंसू बहाने लगता है। जल्द ही, लिंग खून के आंसू बहाने लगता है। इस पर, कन्नप्पा अपनी एक आंख का बलिदान कर देता है।
'कन्नप्पा' का महाभारत कनेक्शनफिर, भगवान शिव (अक्षय कुमार) और देवी पार्वती (काजल अग्रवाल) प्रकट होते हैं, न केवल कन्नप्पा को बचाते हैं बल्कि उसकी आंखों की रोशनी भी वापस लाते हैं। जब कन्नप्पा जन्म और मृत्यु के चक्र से मुक्ति के लिए मोक्ष मांगता है, तो भगवान शिव उसे बताते हैं कि कन्नप्पा पिछले जन्म में महाभारत के अर्जुन थे। इसके बाद थिन्नाडू उर्फ कन्नप्पा अपना नश्वर रूप त्यागकर भगवान शिव के पास चला जाता है।
'कन्नप्पा' की भारी-भरकम कास्टमुकेश कुमार सिंह के डायरेक्शन में बनी 'कन्नप्पा' में विष्णु मांचू लीड रोल में हैं और इसमें मोहनलाल, अक्षय कुमार, प्रभास और काजल अग्रवाल की स्टार-स्टडेड कैमियो भी है। फिल्म में प्रीति मुकुंदन, मोहन बाबू, आर. सरथकुमार, अर्पित रांका, ब्रह्मानंदम, ब्रह्माजी, शिव बालाजी, कौशल मंदा, राहुल माधव, देवराज, मुकेश ऋषि, रघु बाबू और मधु भी हैं।
You may also like
शाइन टॉम चाको ने पिता की मृत्यु के बाद अपने दर्द को साझा किया
रुपिन नदी में गिरा वाहन, बच गया चालक
खोए हुए बेटे को 22 साल बाद पाकर माता पिता के छलके आंसू, स्वागत में उमड़ा पूरा गांव
राजगढ़ः विवाह संबंधी पंचायत में चले लाठी-चाकू, सात घायल दो की हालत गंभीर
गुना : बारिश के बीच भक्तों को दर्शन देने रथ में निकले भगवान जगन्नाथ