भोपाल: मध्य प्रदेश में मानसून जोरदार तरीके से सक्रिय है। एक साथ तीन सिस्टम सक्रिय होने के कारण कई जिलों में जोरदार बारिश हो रही है। करीब एक दर्जन जिलों में भारी बारिश से नदी-नाले उफन रहे हैं तो निचले इलाकों में बाढ़ जैसे हालात बन रहे हैं। मौसम विभाग ने अगले 24 घंटों में 27 से अधिक शहरों में भारी और अति भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है।
मप्र में अगले पांच दिन मानसूनी बारिश से प्रदेश तरबतर होता रहेगा। इस दौरान कुछ हिस्सों में भारी बारिश से हालात बिगड़ने की आशंका भी जताई जा रही है। बुधवार शाम को जारी बुलेटिन में मौसम विशेषज्ञों ने जो चेतावनी जारी की है, उसमें बैतूल, बुीरहानपुर, खंडवा, खरगोन, बड़वानी, अलीराजपुर, झाबुआ, छिंदवाड़ा और पांढुर्णा में अति भारी बारिश तो रायसेन, सीहोर, नर्मदापुरम, हरदा, धार, इंदौर, रतलााम, उज्जैन, देवास, शाजापुर, आगर, अनुपपुर, डिंडोरी, जबलपुर, नरसिंहपुर, सिवनी, मंडला और बालाघाट में भारी बारिश होने की स्थिति बन रही है। बारिश के साथ ही बिजली गिरने और तूफान जैसे हालात भी बन सकते हैं।इसके अलावा करीब 27 अन्य शहरों जिनमें राजधानी भोपाल भी शामिल है वहां पर हल्की बारिश के साथ बिजली गिरने और झंझावत अर्थात आंधी-तूफानजैसे हालात बनने की आशंका रहेगी।
राजस्थान और गुजरात के सीमावर्ती जिलों में भारी बारिश्
मौसम विभाग द्वारा साझा की गई जानकारी अनुसार 22 अगस्त को मप्र के राजस्थान और गुजरात सीमा से सटे इलाकों में भारी बारिश की संभावना बनी हुई हे। यहां पर बहुत तेज बारिश से इंकार नहीं किया जा सकता। झाबुआ, अलीराजपुर और छिंदवाड़ा सहित अन्य इलाके इसमें शामिल हैं। इधर बैतूल-मंडला के उपर से गुजर रही ट्रफ रेखा के कारण भी प्रदेश के अधिकांश हिस्सों में बारिश का जोर रहेगा।
अगले पांच दिन पूर्वी-दक्षिणी हिस्सों में अच्छी बारिश
प्रदेश में अगले चार से पांच दिन तक मानूसनी गतिविधियां जारी रहेंगी, विशेषकर पूर्वी व दक्षिणी जिलों में अच्छी बारिश की संभावना है। इसके साथ ही पश्चिमी मध्यप्रदेश में हल्की से मध्यम बारिश होने का अनुमान है। इधर एक जून से 20 अगस्त 2025 तक में सीजन की औसत बारिश से 22 प्रतिशत अधिक बारिश दर्ज की गई है। इसमें पूर्वी हिस्से में औसत से 25प्रतिशत अधिकत तो पश्चिमी हिस्से में औसत से 20 फीसदी अधिक बारिश हुई है।
मानसून ट्रफ, डिप्रेशन, साइक्लोनिक सर्कुलेशन सिस्टम सक्रिय हुआ
मौसम विभाग के अनुसार प्रदेश के निचले हिस्से से एक ट्रफ लाइन गुजर रही है, इसके अलावा उत्तर पूर्व अरब सागर में साइक्लोनिक सर्कुलेशन बना हुआ है। इन दोनों मौसमीय परिस्थितियों के चलते दक्षिण और पश्चिम जिलों में तेज बारिश का दौर जारी है। इसी वजा से मौसम विभाग ने नीमच, मंदसौर, रतलाम, झाबुआ, अलीराजपुर, धार, बड़वानी, खरगोन, बुरहानपुर, खंडवा, हरदा, सीहोर, रायसेन, नर्मदापुरम, बैतूल, नरसिंहपुर, छिंदवाड़ा, पांढुर्णा, जबलपुर, सिवनी, डिंडौरी, मंडला और बालाघाट जिलों में बारिश का यलो अलर्ट जारी किया है। बता दें कि यह स्थिति 25 अगस्त के आसपास तक बनी रह सकती है।
मप्र में अगले पांच दिन मानसूनी बारिश से प्रदेश तरबतर होता रहेगा। इस दौरान कुछ हिस्सों में भारी बारिश से हालात बिगड़ने की आशंका भी जताई जा रही है। बुधवार शाम को जारी बुलेटिन में मौसम विशेषज्ञों ने जो चेतावनी जारी की है, उसमें बैतूल, बुीरहानपुर, खंडवा, खरगोन, बड़वानी, अलीराजपुर, झाबुआ, छिंदवाड़ा और पांढुर्णा में अति भारी बारिश तो रायसेन, सीहोर, नर्मदापुरम, हरदा, धार, इंदौर, रतलााम, उज्जैन, देवास, शाजापुर, आगर, अनुपपुर, डिंडोरी, जबलपुर, नरसिंहपुर, सिवनी, मंडला और बालाघाट में भारी बारिश होने की स्थिति बन रही है। बारिश के साथ ही बिजली गिरने और तूफान जैसे हालात भी बन सकते हैं।इसके अलावा करीब 27 अन्य शहरों जिनमें राजधानी भोपाल भी शामिल है वहां पर हल्की बारिश के साथ बिजली गिरने और झंझावत अर्थात आंधी-तूफानजैसे हालात बनने की आशंका रहेगी।
राजस्थान और गुजरात के सीमावर्ती जिलों में भारी बारिश्
मौसम विभाग द्वारा साझा की गई जानकारी अनुसार 22 अगस्त को मप्र के राजस्थान और गुजरात सीमा से सटे इलाकों में भारी बारिश की संभावना बनी हुई हे। यहां पर बहुत तेज बारिश से इंकार नहीं किया जा सकता। झाबुआ, अलीराजपुर और छिंदवाड़ा सहित अन्य इलाके इसमें शामिल हैं। इधर बैतूल-मंडला के उपर से गुजर रही ट्रफ रेखा के कारण भी प्रदेश के अधिकांश हिस्सों में बारिश का जोर रहेगा।
अगले पांच दिन पूर्वी-दक्षिणी हिस्सों में अच्छी बारिश
प्रदेश में अगले चार से पांच दिन तक मानूसनी गतिविधियां जारी रहेंगी, विशेषकर पूर्वी व दक्षिणी जिलों में अच्छी बारिश की संभावना है। इसके साथ ही पश्चिमी मध्यप्रदेश में हल्की से मध्यम बारिश होने का अनुमान है। इधर एक जून से 20 अगस्त 2025 तक में सीजन की औसत बारिश से 22 प्रतिशत अधिक बारिश दर्ज की गई है। इसमें पूर्वी हिस्से में औसत से 25प्रतिशत अधिकत तो पश्चिमी हिस्से में औसत से 20 फीसदी अधिक बारिश हुई है।
मानसून ट्रफ, डिप्रेशन, साइक्लोनिक सर्कुलेशन सिस्टम सक्रिय हुआ
मौसम विभाग के अनुसार प्रदेश के निचले हिस्से से एक ट्रफ लाइन गुजर रही है, इसके अलावा उत्तर पूर्व अरब सागर में साइक्लोनिक सर्कुलेशन बना हुआ है। इन दोनों मौसमीय परिस्थितियों के चलते दक्षिण और पश्चिम जिलों में तेज बारिश का दौर जारी है। इसी वजा से मौसम विभाग ने नीमच, मंदसौर, रतलाम, झाबुआ, अलीराजपुर, धार, बड़वानी, खरगोन, बुरहानपुर, खंडवा, हरदा, सीहोर, रायसेन, नर्मदापुरम, बैतूल, नरसिंहपुर, छिंदवाड़ा, पांढुर्णा, जबलपुर, सिवनी, डिंडौरी, मंडला और बालाघाट जिलों में बारिश का यलो अलर्ट जारी किया है। बता दें कि यह स्थिति 25 अगस्त के आसपास तक बनी रह सकती है।
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