बालाघाटः मध्य प्रदेश के बालाघाट में जबलपुर लोकायुक्त ने बड़ी कार्रवाई की है। टीम ने गुरूवार को कलेक्ट्रेट कार्यालय बालाघाट में दबिश दी। यहां एक असिस्टेंट डाटा ऑपरेटर को रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार किया है। वह लोक सेवा केन्द्र की बंद हुई आधार आईडी को बनवाने के लिये 10 हजार रुपए की मांग की थी।
दरअसल, लोक सेवा संचालक मेहरचंद सुलखिया ने लोकायुक्त में लिखित शिकायत की थी। लोकायुक्त में शिकायत होने के बाद टीम ने योजनाबध्द तरीके से कार्रवाई करते हुए कलेक्ट्रेट कर्मचारी राजेंद्र मस्खरे को रिश्वत लेते रंगे हाथों पकड़ा गया।
लोकायुक्त की कार्रवाई से मचा हड़कंप
जबलपुर लोकायुक्त की कार्रवाई से कलेक्ट्रेट कार्यालय में हड़कंप की स्थिति निर्मित हो गई। यहां एक बंद कमरे में आरोपी को पकड़कर टीम कागजी कार्रवाई में जुटी रही। वहीं, कर्मचारी रिश्वत से जुड़े इस मामले को लेकर सकते में नजर आए।
पुरानी आईडी चालू करने के लिए मांगी रिश्वत
इस संबंध में मिली जानकारी के अनुसार अनुसुईया सुलखिया कटंगी में अपना लोक सेवा केन्द्र संचालित करते हैं। वह महकेपार निवासी है। उनके पति मेहरचंद सुलखिया ने लोकायुक्त में रिश्वत मांगे जाने की शिकायत की थी। उन्होंने बताया कि नवंबर 2024 में उनके लोक सेवा केन्द्र में आधार का काम आईडी बंद हो जाने की वजह से बंद हो गया था। इस आईडी को खुलवाने के लिये उन्होंने कई बार प्रयास किया। बालाघाट में लोक सेवा प्रबंधन कार्यालय में भी पहुंचकर नई आधार आईडी बनाये जाने को लेकर आवेदन किया।
आईडी के लिए मांगी रिश्वत
इसी बीच कार्यालय में पदस्थ कम्प्यूटर ऑपरेटर राजेन्द्र मस्खरे ने आधार की नई आईडी बनाने के लिये 10 हजार रूपये की रिश्वत मांगी। इसे लेकर मेहरचंद ने लोकायुक्त जबलपुर में शिकायत की थी। इसी मामले पर 24 जुलाई को प्लानिंग के तहत शिकायतकर्ता को रिश्वत के पैसे देकर आरोपी के पास भेजा गया।
लोकायुक्त ने रंगे हाथों दबोचा
राजेंद्र मस्खरे ने जैसे ही रिश्वत के रुपए लिए तभी लोकायुक्त की 8 सदस्यीय टीम ने बालाघाट कलेक्ट्रेट कार्यालय में दबिश दी। उन्होंने ऑपरेटर को रंगे हाथों रुपए लेते हुए पकड़ लिया। इस कार्रवाई को लेकर कलेक्ट्रेट कार्यालय में हड़कंप मच गया। अधिकारी और कर्मचारियों के बीच लोकायुक्त की कार्रवाई को लेकर चर्चाएं चलती रही।
इस संबंध में जानकारी देते हुए लोकायुक्त इंस्पेक्टर हितेन्द्र यादव ने बताया कि आवेदक मेहरचंद सुलखिया ने लोकायुक्त में शिकायत दी थी। उसने बताया कि लोकसेवा केन्द्र में आधार आईडी बंद हो गई है। वहीं, नई आईडी के लिये कलेक्ट्रेट ऑफिस में सहायक सह डाटा ऑपरेटर के पद पर कार्यरत राजेन्द्र मस्खरे ने 10 हजार रुपए मांग रहा है। जिसे लेकर योजनाबध्द तरीके से यहां पहुंचकर रिश्वत लेते हुए रंगेहाथों पकड़ा गया है।
दरअसल, लोक सेवा संचालक मेहरचंद सुलखिया ने लोकायुक्त में लिखित शिकायत की थी। लोकायुक्त में शिकायत होने के बाद टीम ने योजनाबध्द तरीके से कार्रवाई करते हुए कलेक्ट्रेट कर्मचारी राजेंद्र मस्खरे को रिश्वत लेते रंगे हाथों पकड़ा गया।
लोकायुक्त की कार्रवाई से मचा हड़कंप
जबलपुर लोकायुक्त की कार्रवाई से कलेक्ट्रेट कार्यालय में हड़कंप की स्थिति निर्मित हो गई। यहां एक बंद कमरे में आरोपी को पकड़कर टीम कागजी कार्रवाई में जुटी रही। वहीं, कर्मचारी रिश्वत से जुड़े इस मामले को लेकर सकते में नजर आए।
पुरानी आईडी चालू करने के लिए मांगी रिश्वत
इस संबंध में मिली जानकारी के अनुसार अनुसुईया सुलखिया कटंगी में अपना लोक सेवा केन्द्र संचालित करते हैं। वह महकेपार निवासी है। उनके पति मेहरचंद सुलखिया ने लोकायुक्त में रिश्वत मांगे जाने की शिकायत की थी। उन्होंने बताया कि नवंबर 2024 में उनके लोक सेवा केन्द्र में आधार का काम आईडी बंद हो जाने की वजह से बंद हो गया था। इस आईडी को खुलवाने के लिये उन्होंने कई बार प्रयास किया। बालाघाट में लोक सेवा प्रबंधन कार्यालय में भी पहुंचकर नई आधार आईडी बनाये जाने को लेकर आवेदन किया।
आईडी के लिए मांगी रिश्वत
इसी बीच कार्यालय में पदस्थ कम्प्यूटर ऑपरेटर राजेन्द्र मस्खरे ने आधार की नई आईडी बनाने के लिये 10 हजार रूपये की रिश्वत मांगी। इसे लेकर मेहरचंद ने लोकायुक्त जबलपुर में शिकायत की थी। इसी मामले पर 24 जुलाई को प्लानिंग के तहत शिकायतकर्ता को रिश्वत के पैसे देकर आरोपी के पास भेजा गया।
लोकायुक्त ने रंगे हाथों दबोचा
राजेंद्र मस्खरे ने जैसे ही रिश्वत के रुपए लिए तभी लोकायुक्त की 8 सदस्यीय टीम ने बालाघाट कलेक्ट्रेट कार्यालय में दबिश दी। उन्होंने ऑपरेटर को रंगे हाथों रुपए लेते हुए पकड़ लिया। इस कार्रवाई को लेकर कलेक्ट्रेट कार्यालय में हड़कंप मच गया। अधिकारी और कर्मचारियों के बीच लोकायुक्त की कार्रवाई को लेकर चर्चाएं चलती रही।
इस संबंध में जानकारी देते हुए लोकायुक्त इंस्पेक्टर हितेन्द्र यादव ने बताया कि आवेदक मेहरचंद सुलखिया ने लोकायुक्त में शिकायत दी थी। उसने बताया कि लोकसेवा केन्द्र में आधार आईडी बंद हो गई है। वहीं, नई आईडी के लिये कलेक्ट्रेट ऑफिस में सहायक सह डाटा ऑपरेटर के पद पर कार्यरत राजेन्द्र मस्खरे ने 10 हजार रुपए मांग रहा है। जिसे लेकर योजनाबध्द तरीके से यहां पहुंचकर रिश्वत लेते हुए रंगेहाथों पकड़ा गया है।
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