नई दिल्लीः सरकारी नौकरी से रिटायर्ड लोगों से हर साल 1 अक्टूबर से 30 नवंबर के बीच लाइफ सर्टिफिकेट मांगा जाता है। इसे उस बैंक में देना होता है, जहां पेंशन अकाउंट होता है। ऐसा नहीं करने पर पेंशन रोक दी जाती है। इसी का फायदा आजकल साइबर ठग उठा रहे हैं। वे सोशल मीडिया के जरिए बैंकों की तरफ से लाइफ सर्टिफिकेट भरने के लिए कह रहे हैं। इसके झांसे में आकर जब बुजुर्ग पेंशनर्स विज्ञापन पर क्लिक करते हैं तो उनस एपीके फाइल डाउनलोड करवाई जाती और पूरी डिटेल भी भरवाई जाती है। इसके बाद बैंक खाते में सेंध लगा कर पैसा उड़ा लिया जाता है। जालसाजों ने इस तरीके से न्यू अशोक नगर एरिया में रहने वाले सेंटर वॉटर कमिशन से रिटायर हुए 79 साल के एक सिविल इंजिनियर के साथ ठगी की है।
आरोपी ने सर्टिफिकेट ऑफिस का स्टाफ बतायाजानकारी के मुताबिक, पीड़ित 25 अक्टूबर को फेसबुक पर पोस्ट देख रहे थे। इस दौरान उन्हें पीएनबी लाइफ सर्टिफिकेट का विज्ञापन दिखा। इसे देख कर उन्हें पेंशन के लिए लाइफ सर्टिफिकेट की जरूरत का ध्यान आ गया। उन्होंने विज्ञापन पर दिए लिंक पर क्लिक करके अपना फोन नंबर और नाम सब्मिट कर दिया। उनके पास 27 अक्टूबर को एक वॉट्सऐप कॉल आई, जिसमें कॉलर ने खुद को द्वारका सेक्टर-4 स्थित पीएनबी लाइफ सर्टिफिकेट ऑफिस का स्टाफ बताया। इसके बाद कॉलर ने वॉट्सऐप के जरिए 'PNB Pension Life Certificate Update.apk ' नाम से एक लिंक शेयर किया। उन्हें ऐप को डाउनलोड कर अपनी डिटेल भरने को कहा गया।
कॉलर के कहे मुताबिक, उन्होंने अपनी सारी पर्सनल डिटेल भर दी। इसके साथ ही उनके पीएनबी खाते से एक रुपये निकल गए। कॉलर ने बताया कि 24 घंटे के अंदर उन्हें लाइफ सर्टिफिकेट इश्यू हो जाएगा। इसी दिन शाम को उनके खाते से एक घंटे के अंदर चार लाख 15 हजार रुपये निकल गए। इसके बाद उन्हें अहसास हुआ कि वह साइबर ठगी के शिकार हो गए है।
बुजुर्ग महिला को भी लगाया चूनाइसी तरह की वारदात 76 साल की रिटायर्ड महिला के साथ भी हुई। मयूर विहार इलाके में रहने वाली महिला को भी फेसबुक के जरिए ही संपर्क किया गया। उनका कहना है कि 29 अक्टूबर को उन्हें एक मेसेज मिला, जिसके बाद उन्होंने लिंक से ऐप डाउनलोड किया और अपनी डिटेल सब्मिट कर दी। इसके बाद उन्हे चार घंटे तक कोई भी ऐप न खोलने की हिदायत दी गई। इस दौरान उनके त्रिलोकपुरी स्थित पीएनबी के ब्रांच से चार लाख 23 हजार 910 रुपये निकल गए।
आरोपी ने सर्टिफिकेट ऑफिस का स्टाफ बतायाजानकारी के मुताबिक, पीड़ित 25 अक्टूबर को फेसबुक पर पोस्ट देख रहे थे। इस दौरान उन्हें पीएनबी लाइफ सर्टिफिकेट का विज्ञापन दिखा। इसे देख कर उन्हें पेंशन के लिए लाइफ सर्टिफिकेट की जरूरत का ध्यान आ गया। उन्होंने विज्ञापन पर दिए लिंक पर क्लिक करके अपना फोन नंबर और नाम सब्मिट कर दिया। उनके पास 27 अक्टूबर को एक वॉट्सऐप कॉल आई, जिसमें कॉलर ने खुद को द्वारका सेक्टर-4 स्थित पीएनबी लाइफ सर्टिफिकेट ऑफिस का स्टाफ बताया। इसके बाद कॉलर ने वॉट्सऐप के जरिए 'PNB Pension Life Certificate Update.apk ' नाम से एक लिंक शेयर किया। उन्हें ऐप को डाउनलोड कर अपनी डिटेल भरने को कहा गया।
कॉलर के कहे मुताबिक, उन्होंने अपनी सारी पर्सनल डिटेल भर दी। इसके साथ ही उनके पीएनबी खाते से एक रुपये निकल गए। कॉलर ने बताया कि 24 घंटे के अंदर उन्हें लाइफ सर्टिफिकेट इश्यू हो जाएगा। इसी दिन शाम को उनके खाते से एक घंटे के अंदर चार लाख 15 हजार रुपये निकल गए। इसके बाद उन्हें अहसास हुआ कि वह साइबर ठगी के शिकार हो गए है।
बुजुर्ग महिला को भी लगाया चूनाइसी तरह की वारदात 76 साल की रिटायर्ड महिला के साथ भी हुई। मयूर विहार इलाके में रहने वाली महिला को भी फेसबुक के जरिए ही संपर्क किया गया। उनका कहना है कि 29 अक्टूबर को उन्हें एक मेसेज मिला, जिसके बाद उन्होंने लिंक से ऐप डाउनलोड किया और अपनी डिटेल सब्मिट कर दी। इसके बाद उन्हे चार घंटे तक कोई भी ऐप न खोलने की हिदायत दी गई। इस दौरान उनके त्रिलोकपुरी स्थित पीएनबी के ब्रांच से चार लाख 23 हजार 910 रुपये निकल गए।





