नई दिल्ली : अमेरिका के दिग्गज निवेशक और टॉप रईसों में शामिल वॉरेन बफे ने एक अहम घोषणा की है। उन्होंने घोषणा की है कि वह बर्कशायर के वार्षिक पत्र लिखना बंद करने जा रहे हैं। बफे पिछले छह दशक से ये पत्र लिख रहे हैं जो दुनिया भर के निवेशकों के लिए बाइबिल की तरह बन गए थे। हालांकि उनका कहना है कि वह हर साल थैंक्सगिविंग पर अपने शेयरधारकों को संदेश भेजते रहेंगे। बफे 149 अरब डॉलर की नेटवर्थ के साथ दुनिया के अमीरों की लिस्ट में 11वें नंबर पर हैं।
बफे ने लिखा, "मैं अब बर्कशायर की वार्षिक रिपोर्ट नहीं लिखूंगा और न ही वार्षिक बैठक में अंतहीन बातें करूंगा। अंग्रेजों की भाषा में कहूं तो अब मैं शांत हो रहा हूं।" लंबे समय से बफे के साथी रहे ग्रेग एबेल इस साल के अंत तक आधिकारिक तौर पर बर्कशायर के CEO का पद संभाल लेंगे। बफे ने अपने पत्र की शुरुआत व्यक्तिगत अंदाज में की। उन्होंने लिखा, "मैं 95 साल की उम्र तक जीवित रहने के लिए अपनी किस्मत पर आभारी और हैरान हूं।"
ननों के फिंगरप्रिंटदिग्गज निवेशक ने 1938 में हुई एक अपेंडिसाइटिस की घटना को याद किया, जब वे आठ साल की उम्र में मौत के करीब पहुंच गए थे। उन्होंने बताया कि कैसे उन्हें ओमाहा के एक कैथोलिक अस्पताल में भेजा गया था। सर्जरी के बाद उन्होंने ननों की उंगलियों के निशान लिए थे, क्योंकि उन्हें लगता था कि किसी दिन कोई नन गलत रास्ते पर चली जाएगी और एफबीआई को उन रिकॉर्ड्स की जरूरत पड़ेगी।
बफे ने साथ ही ओमाहा के के बारे में भी लिखा जिसे वह अपना घर कहते हैं। उन्होंने कहा कि वह और बर्कशायर दोनों ओमाहा में अपने आधार के कारण बेहतर हुए। उन्होंने साथ ही उन लोगों को श्रद्धांजलि दी गई जिन्होंने उनके जीवन को आकार दिया। इनमें चार्ली मुंगेर भी शामिल थे जो उनके 60 साल से ज्यादा समय तक बफे के साथी रहे। उनका निधन 2023 में निधन हुआ था। बफे ने लिखा, "हमारे मतभेद थे, लेकिन कभी बहस नहीं हुई। 'मैंने तुमसे कहा था' उनके शब्दकोश में नहीं था।"
बफे ने लिखा, "मैं अब बर्कशायर की वार्षिक रिपोर्ट नहीं लिखूंगा और न ही वार्षिक बैठक में अंतहीन बातें करूंगा। अंग्रेजों की भाषा में कहूं तो अब मैं शांत हो रहा हूं।" लंबे समय से बफे के साथी रहे ग्रेग एबेल इस साल के अंत तक आधिकारिक तौर पर बर्कशायर के CEO का पद संभाल लेंगे। बफे ने अपने पत्र की शुरुआत व्यक्तिगत अंदाज में की। उन्होंने लिखा, "मैं 95 साल की उम्र तक जीवित रहने के लिए अपनी किस्मत पर आभारी और हैरान हूं।"
ननों के फिंगरप्रिंटदिग्गज निवेशक ने 1938 में हुई एक अपेंडिसाइटिस की घटना को याद किया, जब वे आठ साल की उम्र में मौत के करीब पहुंच गए थे। उन्होंने बताया कि कैसे उन्हें ओमाहा के एक कैथोलिक अस्पताल में भेजा गया था। सर्जरी के बाद उन्होंने ननों की उंगलियों के निशान लिए थे, क्योंकि उन्हें लगता था कि किसी दिन कोई नन गलत रास्ते पर चली जाएगी और एफबीआई को उन रिकॉर्ड्स की जरूरत पड़ेगी।
बफे ने साथ ही ओमाहा के के बारे में भी लिखा जिसे वह अपना घर कहते हैं। उन्होंने कहा कि वह और बर्कशायर दोनों ओमाहा में अपने आधार के कारण बेहतर हुए। उन्होंने साथ ही उन लोगों को श्रद्धांजलि दी गई जिन्होंने उनके जीवन को आकार दिया। इनमें चार्ली मुंगेर भी शामिल थे जो उनके 60 साल से ज्यादा समय तक बफे के साथी रहे। उनका निधन 2023 में निधन हुआ था। बफे ने लिखा, "हमारे मतभेद थे, लेकिन कभी बहस नहीं हुई। 'मैंने तुमसे कहा था' उनके शब्दकोश में नहीं था।"
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