Next Story
Newszop

अफगानिस्तान में भारत की इस चाल से तिलमिला उठेगा पाकिस्तान, 4 साल बाद दिल्ली ने उठाया बड़ा कदम, दोस्ती की नई शुरुआत

Send Push
काबुल: भारत ने अफगानिस्तान से संबंधों को आगे बढ़ाने के लिए वीजा डिप्लोमेसी शुरू की है। चार साल के बाद भारत ने अफगान नागरिकों के लिए फिर से वीजा जारी करना शुरू कर दिया है। द हिंदू ने सरकारी सूत्रों के हवाले से ये जानकारी दी है। इसके लिए एक ऑनलाइन पोर्टल लॉन्च किया गया है, जो निवेशकों, कलाकारों, एथलीटों, छात्रों और इलाज के लिए आने वाले मरीजों और उनके अटेडेंड के साथ ही संयुक्त राष्ट्र राजनयिक वीजा के लिए आवेदन की अनुमति देता है। यह ऐसे समय में हो रहा है, जब पहलगाम आतंकी हमले के बाद से भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव बढ़ा हुआ है। अफगानिस्तान की तालिबान सरकार ने इस हमले की निंदा की थी। इन श्रेणियों में दिया जाएगा वीजाअप्रैल के अंत में लॉन्च किए गए इस पोर्टल पर जारी वीजा श्रेणियों में अवैतनिक कार्यक्रमों में भाग लेने वाले सांस्कृतिक व्यक्ति, भारत में संपत्ति के मालिक और देश में अध्ययन करने वाले परिवार के सदस्य भी शामिल हैं। आवेदकों को एक तस्वीर, वैध पासपोर्ट और व्यक्तिगत विवरण, जन्म तिथि और पासपोर्ट की समाप्ति तिथि दिखाने वाला राष्ट्रीय पहचान पत्र अपलोड करना होगा। चार साल से बंद है वीजाइसके पहले अगस्त 2021 में तालिबान के काबुल की सत्ता पर कब्जा करने के बाद भारत ने अफगानों के लिए वीजा सेवाएं रोक दी थीं। इसने काबुल में अपने दूतावास और दूसरे शहरों में वाणिज्य दूतावाओं को बंद कर दिया था। इसके साथ ही हजारों मौजूदा वीजा रद्द कर दिए थे, जिससे सैकड़ों छात्रों को पाठ्यक्रम छोड़ना पड़ा था। भारत और अफगानिस्तान के बीच संबंधों में सुधारहालांकि, नई दिल्ली ने अभी तक इस बारे में कोई आधिकारिक बयान जारी नहीं किया है, लेकिन द हिंदू ने एक वरिष्ठ सरकारी अधिकारी के हवाले से पुष्टि की है कि नया अफगान वीजा अनुभाग अब गृह मंत्रालय की इमिग्रेशन वेबसाइट पर लाइव है। यह कदम भारत और तालिबान के बीच बढ़ते कूटनीतिक संबंधों के बीच उठाया गया है। इसी महीने भारतीय विदेश मंत्री एस सुब्रमण्यम ने अफगानिस्तान में तालिबान सरकार के कार्यवाहक विदेश मंत्री आमिर खान मुत्ताकी से फोन पर बात की थी। काबुल में तालिबान की वापसी के बाद यह दोनों देशों के बीच पहली मंत्री स्तरीय वार्ता थी।
Loving Newspoint? Download the app now