भदोही: वृंदावन में प्रेमानंद जी महाराज के आश्रम का एक वीडियो वायरल हुआ है, जिसमें भारत की तरफ से WWE में खेल चुके रेसलर रिंकू सिंह उर्फ वीर महान झाड़ू लगाते नजर आ रहे हैं। रिंकू सिंह एक मशहूर बेसबॉल खिलाड़ी भी हैं। वृंदावन स्थित प्रेमानंद जी महाराज के आश्रम में झाड़ू लगाते हुए दिखाई दे रहे हैं। कभी रिंग में दुश्मनों को पछाड़ने वाला यह खिलाड़ी अब झाड़ू लगाकर ‘सेवा’ कर रहा।
मशहूर WWE रेसलर रिंकू सिंह अब पूरी तरह बदल चुके हैं। हाल ही में सोशल मीडिया पर वायरल हुए एक वीडियो में यह खिलाड़ी कुश्ती के अखाड़े से निकलकर अब वृंदावन के प्रेमानंद जी महाराज की शरण में दिखाई दिया। वीडियो में रिंकू सिंह साधु के रूप में सेवा करते नजर आ रहे हैं, जिसे देखकर लोग हैरान हैं।
रोशन किया भदोही समेत पूरी यूपी का नाम
उत्तर प्रदेश का एक जिला भदोही है जिसने एक नई और एक वैश्विक पहचान पाई है। यह जिला कारपेट (कालीन) के लिए जाना जाता है। यहां के वीर महान डब्ल्यूडब्ल्यूई चैंपियन बने, और भदोही के गोपीगंज को एक नई पहचान दिलाई।
वीर महान का पहले नाम रिंकू सिंह
8 अगस्त 1988 को जन्मे वीर महान के पिता ट्रक ड्राइवर हैं। वीर के नौ भाई-बहन हैं। वीर महान का पहले नाम रिंकू सिंह था।
फिल्म भी बन चुकी है
दरअसल, फिल्म ‘मिलियन डॉलर आर्म’ (2014) भी उन्हीं की जिंदगी पर आधारित थी। रिंकू सिंह ने अपने सपनों को पूरा करने के लिए सालों पहले घर छोड़ दिया था, इसलिए गोपीगंज में बहुत से लोग उनसे परिचित नहीं हैं।
भाला फेंक में हासिल किया राष्ट्रीय पदक
कुश्ती में नाम कमा चुके वीर महान कॉलेज के दिनों में भाला फेंकते थे। उन्होंने इस खेल में जूनियर स्तर का राष्ट्रीय पदक भी हासिल किया है। रिंकू सिंह राजपूत, जिन्हें अब वीर महान के नाम से जाना जाता है, का जन्म उत्तर प्रदेश के गोपीगंज में हुआ था।
6 फीट 4 इंच लंबे..पेशेवर बेसबॉल खेलने वाले पहले भारतीय खिलाड़ी
वह 6 फीट 4 इंच लंबे हैं, और उसका वजन 276 पाउंड है। वह पेशेवर बेसबॉल खेलने वाले पहले भारतीय खिलाड़ी भी थे, जिन्हें पिट्सबर्ग पाइरेट्स ने शामिल किया था।
रिंकू सिंह से वीर महान कैसे बन गए?
रिंकू सिंह ने जनवरी 2018 में अपना पहला डब्ल्यूडब्ल्यूई अनुबंध साइन किया और एनएक्सटी टैग टीम इंडस शेर में प्रतिस्पर्धा की थी, जिसमें जिंदर महल और शंकी उनके साथी थे। वह मई 2020 में वीर नाम के स्टेज के साथ मेन रोस्टर पर पहुंचे थे। जिसके बाद 2021 में उनका नाम वीर महान हो गया। इसके बाद रिंकू ने गोविंद सिंह स्पोर्ट्स एक्टिविटी फैकल्टी में एडमिशन लिया।
मशहूर WWE रेसलर रिंकू सिंह अब पूरी तरह बदल चुके हैं। हाल ही में सोशल मीडिया पर वायरल हुए एक वीडियो में यह खिलाड़ी कुश्ती के अखाड़े से निकलकर अब वृंदावन के प्रेमानंद जी महाराज की शरण में दिखाई दिया। वीडियो में रिंकू सिंह साधु के रूप में सेवा करते नजर आ रहे हैं, जिसे देखकर लोग हैरान हैं।
रोशन किया भदोही समेत पूरी यूपी का नाम
उत्तर प्रदेश का एक जिला भदोही है जिसने एक नई और एक वैश्विक पहचान पाई है। यह जिला कारपेट (कालीन) के लिए जाना जाता है। यहां के वीर महान डब्ल्यूडब्ल्यूई चैंपियन बने, और भदोही के गोपीगंज को एक नई पहचान दिलाई।
वीर महान का पहले नाम रिंकू सिंह
8 अगस्त 1988 को जन्मे वीर महान के पिता ट्रक ड्राइवर हैं। वीर के नौ भाई-बहन हैं। वीर महान का पहले नाम रिंकू सिंह था।
फिल्म भी बन चुकी है
दरअसल, फिल्म ‘मिलियन डॉलर आर्म’ (2014) भी उन्हीं की जिंदगी पर आधारित थी। रिंकू सिंह ने अपने सपनों को पूरा करने के लिए सालों पहले घर छोड़ दिया था, इसलिए गोपीगंज में बहुत से लोग उनसे परिचित नहीं हैं।
भाला फेंक में हासिल किया राष्ट्रीय पदक
कुश्ती में नाम कमा चुके वीर महान कॉलेज के दिनों में भाला फेंकते थे। उन्होंने इस खेल में जूनियर स्तर का राष्ट्रीय पदक भी हासिल किया है। रिंकू सिंह राजपूत, जिन्हें अब वीर महान के नाम से जाना जाता है, का जन्म उत्तर प्रदेश के गोपीगंज में हुआ था।
6 फीट 4 इंच लंबे..पेशेवर बेसबॉल खेलने वाले पहले भारतीय खिलाड़ी
वह 6 फीट 4 इंच लंबे हैं, और उसका वजन 276 पाउंड है। वह पेशेवर बेसबॉल खेलने वाले पहले भारतीय खिलाड़ी भी थे, जिन्हें पिट्सबर्ग पाइरेट्स ने शामिल किया था।
रिंकू सिंह से वीर महान कैसे बन गए?
रिंकू सिंह ने जनवरी 2018 में अपना पहला डब्ल्यूडब्ल्यूई अनुबंध साइन किया और एनएक्सटी टैग टीम इंडस शेर में प्रतिस्पर्धा की थी, जिसमें जिंदर महल और शंकी उनके साथी थे। वह मई 2020 में वीर नाम के स्टेज के साथ मेन रोस्टर पर पहुंचे थे। जिसके बाद 2021 में उनका नाम वीर महान हो गया। इसके बाद रिंकू ने गोविंद सिंह स्पोर्ट्स एक्टिविटी फैकल्टी में एडमिशन लिया।
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