दार्जिलिंग: भारतीय महिला क्रिकेट टीम ने पहली बार वर्ल्ड कप ट्रॉफी जीतकर इतिहास रचा है। इसके बाद से ही टीम की प्लेयर्स पर इनामों की बरसात हो रही है। किसी राज्य ने अपने यहां की खिलाड़ी को दो करोड़ रुपये दिए हैं तो किसी ने सरकारी नौकरी का तोहफा दिया है। लेकिन महिला विश्व कप में अपनी बेहतरीन बैटिंग से महिला 'एमएस धोनी' बन गईं विकेटकीपर रिचा घोष को अनूठा सम्मान मिलने जा रहा है। यह ऐसा सम्मान होगा, जो आज तक धोनी या विराट कोहली तो दूर 'क्रिकेट के भगवान' सचिन तेंदुलकर को भी नहीं मिल सका है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, सिलीगुड़ी से निकलकर पूरी दुनिया में छा गई रिचा घोष के नाम पर दार्जिलिंग में क्रिकेट स्टेडियम बनाए जाने की प्लानिंग है। महज 22 साल की रिचा के नाम पर स्टेडियम बनाने की घोषणा पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने की है ताकि उनकी उपलब्धि को उत्तरी बंगाल के पहाड़ों की लड़कियों के लिए मिसाल बनाया जा सके। यदि ऐसा होता है तो रिचा घोष पहली भारतीय क्रिकेटर बन जाएंगी, जिनके नाम पर कोई क्रिकेट स्टेडियम होगा।
रिचा घोष के सम्मान समारोह में की घोषणामुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने स्टेडियम बनाने की घोषणा रिचा के सम्मान समारोह में की है। हिन्दुस्तान टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक, मुख्यमंत्री ने कहा कि दार्जिलिंग में स्टेडियम बनाने के लिए सरकार के पास करीब 27 एकड़ जमीन है। इसके बाद उन्होंने स्थानीय मेयर को इस जमीन पर स्टेडियम बनाने का प्लान तैयार करने के लिए कहा। उन्होंने कहा कि इस स्टेडियम का नाम 'रिचा क्रिकेट स्टेडियम' होना चाहिए ताकि आने वाली पीढ़ियां उनकी उपलब्धि को याद रखें और उससे प्रेरणा ले सकें।
सौरव गांगुली ने दिया गोल्डन बैट-बॉलइस समारोह में क्रिकेट एसोसिएशन ऑफ बंगाल (CAB) के अध्यक्ष व पूर्व भारतीय कप्तान सौरव गांगुली ने भी रिचा को सम्मानित किया। उन्होंने रिचा को गोल्ड-प्लेटेड बैट-बॉल का सेट दिया, जिस पर गांगुली के अलावा पूर्व भारतीय महिला क्रिकेट कप्तान झूलन गोस्वामी के भी ऑटोग्राफ हैं। रिचा बेहद तेजी से बंगाल क्रिकेट के दिग्गजों में शुमार हो गई हैं। बंगाल सरकार की तरफ से मुख्यमंत्री बनर्जी ने स्टेडियम निर्माण की घोषणा के अलावा समारोह में रिचा को बंग भूषण अवॉर्ड, सोने की चेन से भी सम्मानित किया। साथ ही उन्हें बंगाल पुलिस में डीएसपी बनाए जाने का भी ऐलान किया है।
अब तक स्टेडियम नहीं है किसी के भी नाम परदेश में कई जगह क्रिकेट स्टेडियमों में पुराने दिग्गज क्रिकेटरों के नाम पर स्टैंड्स बनाए जाने की परंपरा रही है। दिल्ली के अरुण जेटली स्टेडियम में भी विराट कोहली, गौतम गंभीर, वीरेंद्र सहवाग आदि के नाम पर स्टैंड या गेट हैं। इसी तरह मुंबई के वानखेड़े स्टेडियम में सुनील गावस्कर, रोहित शर्मा और सचिन तेंदुलकर के नाम पर किसी न किसी हिस्से का नामकरण किया गया है। महिला क्रिकेटरों की बात करें तो पूर्व कप्तान मिताली राज के नाम पर विशाखापत्तनम में और झूलन गोस्वामी के नाम पर कोलकाता में स्टेडियम के स्टैंड्स हैं। लेकिन यदि रिचा के नाम पर स्टेडियम बनता है तो यह भारतीय क्रिकेट में पहला मौका होगा, जब एक क्रिकेटर के नाम पर पूरे स्टेडियम का नामकरण किया जाएगा। इससे यह साफ संदेश जाएगा कि अब महिला क्रिकेट और पुरुष क्रिकेट में कोई फर्क नहीं है।
रिचा घोष के सम्मान समारोह में की घोषणामुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने स्टेडियम बनाने की घोषणा रिचा के सम्मान समारोह में की है। हिन्दुस्तान टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक, मुख्यमंत्री ने कहा कि दार्जिलिंग में स्टेडियम बनाने के लिए सरकार के पास करीब 27 एकड़ जमीन है। इसके बाद उन्होंने स्थानीय मेयर को इस जमीन पर स्टेडियम बनाने का प्लान तैयार करने के लिए कहा। उन्होंने कहा कि इस स्टेडियम का नाम 'रिचा क्रिकेट स्टेडियम' होना चाहिए ताकि आने वाली पीढ़ियां उनकी उपलब्धि को याद रखें और उससे प्रेरणा ले सकें।
सौरव गांगुली ने दिया गोल्डन बैट-बॉलइस समारोह में क्रिकेट एसोसिएशन ऑफ बंगाल (CAB) के अध्यक्ष व पूर्व भारतीय कप्तान सौरव गांगुली ने भी रिचा को सम्मानित किया। उन्होंने रिचा को गोल्ड-प्लेटेड बैट-बॉल का सेट दिया, जिस पर गांगुली के अलावा पूर्व भारतीय महिला क्रिकेट कप्तान झूलन गोस्वामी के भी ऑटोग्राफ हैं। रिचा बेहद तेजी से बंगाल क्रिकेट के दिग्गजों में शुमार हो गई हैं। बंगाल सरकार की तरफ से मुख्यमंत्री बनर्जी ने स्टेडियम निर्माण की घोषणा के अलावा समारोह में रिचा को बंग भूषण अवॉर्ड, सोने की चेन से भी सम्मानित किया। साथ ही उन्हें बंगाल पुलिस में डीएसपी बनाए जाने का भी ऐलान किया है।
अब तक स्टेडियम नहीं है किसी के भी नाम परदेश में कई जगह क्रिकेट स्टेडियमों में पुराने दिग्गज क्रिकेटरों के नाम पर स्टैंड्स बनाए जाने की परंपरा रही है। दिल्ली के अरुण जेटली स्टेडियम में भी विराट कोहली, गौतम गंभीर, वीरेंद्र सहवाग आदि के नाम पर स्टैंड या गेट हैं। इसी तरह मुंबई के वानखेड़े स्टेडियम में सुनील गावस्कर, रोहित शर्मा और सचिन तेंदुलकर के नाम पर किसी न किसी हिस्से का नामकरण किया गया है। महिला क्रिकेटरों की बात करें तो पूर्व कप्तान मिताली राज के नाम पर विशाखापत्तनम में और झूलन गोस्वामी के नाम पर कोलकाता में स्टेडियम के स्टैंड्स हैं। लेकिन यदि रिचा के नाम पर स्टेडियम बनता है तो यह भारतीय क्रिकेट में पहला मौका होगा, जब एक क्रिकेटर के नाम पर पूरे स्टेडियम का नामकरण किया जाएगा। इससे यह साफ संदेश जाएगा कि अब महिला क्रिकेट और पुरुष क्रिकेट में कोई फर्क नहीं है।
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