Newsindia live,Digital Desk: Bihar Crime News : यह खबर आपको अंदर तक झकझोर कर रख देगी। यह सोचने पर मजबूर कर देगी कि क्या हम वाकई 21वीं सदी में जी रहे हैं, जहाँ विज्ञान चाँद और मंगल पर पहुँच चुका है? बिहार के नवादा से इंसानियत को शर्मसार कर देने वाली एक ऐसी ही खौफनाक घटना सामने आई है, जहाँ अंधविश्वास के चलते एक बेकाबू भीड़ ने एक शख्स की पीट-पीटकर जान ले ली और उसकी पत्नी को भी अधमरा कर दिया।क्या है पूरा मामला?यह दिल दहला देने वाली घटना नवादा जिले के रजौली थाना क्षेत्र के मोसिमा गांव की है। यहां रहने वाले भोला मांझी और उनकी पत्नी शांतिपूर्ण तरीके से अपना जीवन जी रहे थे। लेकिन उनकी जिंदगी में भूचाल तब आया, जब गांव के ही एक अन्य व्यक्ति, रूपेश मांझी, की किसी बीमारी के कारण मौत हो गई।रूपेश के परिवार वालों और कुछ अन्य ग्रामीणों ने उसकी मौत का जिम्मेदार भोला मांझी और उनकी पत्नी को ठहराना शुरू कर दिया। उन्होंने यह अफवाह फैला दी कि भोला और उनकी पत्नी 'डायन-बिसाही' (जादू-टोना) करते हैं और उन्होंने ही टोना-टोटका करके रूपेश की जान ले ली है।अंधविश्वास में अंधी भीड़ ने पार की क्रूरता की सारी हदेंबस इसी शक के आधार पर, रूपेश के परिजनों और उनके साथ आई दर्जनों लोगों की भीड़ भोला मांझी के घर पर टूट पड़ी। उन्होंने भोला और उनकी पत्नी को जबरन घर से बाहर घसीटा और फिर लाठी-डंडों और रॉड से बेरहमी से पीटना शुरू कर दिया।यह क्रूरता तब तक जारी रही जब तक भोला मांझी ने दम नहीं तोड़ दिया। उनकी पत्नी भी गंभीर रूप से घायल होकर वहीं बेहोश हो गईं। घटना की सूचना मिलते ही स्थानीय पुलिस मौके पर पहुंची, लेकिन तब तक बहुत देर हो चुकी थी। हमलावर गांव छोड़कर फरार हो चुके थे।पुलिस ने भोला मांझी के शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया है और उनकी गंभीर रूप से घायल पत्नी को इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया है, जहाँ उनकी हालत नाजुक बनी हुई है। पुलिस अब इस मामले की जांच कर रही है और आरोपियों की तलाश में छापेमारी कर रही है।यह घटना एक बड़ा सवाल खड़ा करती है कि आखिर कब तक हमारा समाज अंधविश्वास की इन बेड़ियों में जकड़ा रहेगा? कब तक सिर्फ एक शक के आधार पर भीड़ किसी की जान लेती रहेगी?
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