हर दिन की शुरुआत शुभता और सही योजना के साथ करना चाहते हैं? तो पंचांग इसमें आपकी मदद कर सकता है। ज्योतिष शास्त्र में पंचांग (जिसमें तिथि, वार, नक्षत्र, योग और करण शामिल होते हैं) का विशेष महत्व है, क्योंकि यह हमें दिन के हर पहर के शुभ और अशुभ समयों की सटीक जानकारी देता है। इसी के आधार पर हम अपने विशेष कार्यों और पूजा-पाठ का सही समय निर्धारित कर सकते हैं।
आइए, जानते हैं 26 अप्रैल 2025, शनिवार के विस्तृत पंचांग के बारे में:
तिथि, नक्षत्र, योग और करण:
-
तिथि: आज वैशाख माह के कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी तिथि सुबह 08:28 बजे तक रहेगी। इसके बाद चतुर्दशी तिथि अगले दिन (27 अप्रैल) सुबह 04:50 बजे तक लगेगी, जिसके बाद अमावस्या तिथि प्रारंभ होगी।
-
नक्षत्र: उत्तरभाद्रपदा नक्षत्र सुबह 06:27 बजे तक रहेगा, जिसके बाद रेवती नक्षत्र अगले दिन (27 अप्रैल) देर रात 03:38 बजे तक प्रभावी रहेगा। इसके बाद अश्विनी नक्षत्र का आरंभ होगा।
-
योग: वैधृति योग सुबह 08:41 बजे तक रहेगा, इसके बाद विष्कुम्भ योग अगले दिन सुबह 04:35 बजे तक, और फिर प्रीति योग लगेगा।
-
करण: वणिज करण सुबह 08:28 बजे तक, इसके बाद विष्टि (भद्रा) करण शाम 06:41 बजे तक रहेगा। फिर शकुनि करण अगले दिन सुबह 04:50 बजे तक और उसके बाद चतुष्पद करण होगा।
हिन्दू मास एवं वर्ष:
-
शक संवत: 1947 (विश्वावसु)
-
विक्रम संवत: 2082 (कालयुक्त)
-
माह: वैशाख
-
पक्ष: कृष्ण
सूर्य एवं चंद्रमा:
-
सूर्योदय: सुबह 06:01 बजे
-
सूर्यास्त: शाम 06:48 बजे
-
सूर्य राशि: मेष
-
चंद्रोदय: सुबह 04:36 बजे (26 अप्रैल)
-
चंद्रास्त: शाम 05:24 बजे (26 अप्रैल)
-
चंद्र राशि: चंद्रमा देर रात 03:38 बजे (27 अप्रैल तड़के) तक मीन राशि में रहेंगे, उसके बाद मेष राशि में प्रवेश करेंगे।
आज का विशेष:
-
दिन: शनिवार
-
व्रत: मासिक शिवरात्रि (शनि प्रदोष व्रत का भी संयोग हो सकता है, स्थानीय पंचांग से पुष्टि करें)
शुभ मुहूर्त (Auspicious Timings):
-
अभिजीत मुहूर्त: सुबह 11:59 से दोपहर 12:50 तक
-
विजय मुहूर्त: देर रात 02:10 से 03:03 तक (27 अप्रैल)
-
प्रदोष काल: शाम 06:31 से 07:41 तक (मासिक शिवरात्रि पूजा के लिए विशेष)
-
ब्रह्म मुहूर्त: सुबह 04:24 से 05:12 तक
-
निशिता काल: रात 11:17 से देर रात 12:09 तक (27 अप्रैल)
-
अमृत काल: देर रात 01:31 से 02:56 तक (27 अप्रैल)
-
सर्वार्थ सिद्धि योग: अगले दिन (27 अप्रैल) सुबह 06:00 बजे से शुरू होगा।
(नोट: शुभ योग जैसे रवि पुष्य, अमृतसिद्धि, त्रिपुष्कर, द्विपुष्कर आज नहीं हैं।)
अशुभ समय (Inauspicious Timings):
-
राहुकाल: सुबह 09:12 से 10:48 तक (इस समय कोई भी शुभ कार्य प्रारंभ करने से बचें)
-
यमगण्ड: दोपहर 02:00 बजे से 03:36 बजे तक
-
गुलिक काल: सुबह 06:01 बजे से 07:36 बजे तक
-
दुष्टमुहूर्त: सुबह 07:43 बजे से 08:34 बजे तक
-
भद्रा (विष्टि करण): सुबह 08:28 बजे से शाम 06:41 बजे तक (भद्रा काल में शुभ कार्य वर्जित माने जाते हैं)
-
गण्डमूल नक्षत्र:
-
रेवती: सुबह 06:27 से देर रात 03:38 तक (27 अप्रैल)
-
अश्विनी: देर रात 03:38 (27 अप्रैल) से 28 अप्रैल देर रात 12:38 तक
-
आज का चौघड़िया (Today’s Choghadiya):
दिन का चौघड़िया:
-
काल (काल वेला): 06:01 AM – 07:36 AM
-
शुभ: 07:36 AM – 09:12 AM
-
रोग: 09:12 AM – 10:48 AM
-
उद्बेग: 10:48 AM – 12:24 PM
-
चर: 12:24 PM – 02:00 PM
-
लाभ (वार वेला): 02:00 PM – 03:36 PM
-
अमृत: 03:36 PM – 05:12 PM
-
काल (काल वेला): 05:12 PM – 06:48 PM
रात का चौघड़िया:
-
लाभ (काल रात्रि): 06:48 PM – 08:12 PM
-
उद्बेग: 08:12 PM – 09:36 PM
-
शुभ: 09:36 PM – 11:00 PM
-
अमृत: 11:00 PM – 12:24 AM (27 अप्रैल)
-
चर: 12:24 AM – 01:48 AM (27 अप्रैल)
-
रोग: 01:48 AM – 03:12 AM (27 अप्रैल)
-
काल: 03:12 AM – 04:36 AM (27 अप्रैल)
-
लाभ (काल रात्रि): 04:36 AM – 06:00 AM (27 अप्रैल)
(पंचांग की गणनाएँ स्थान और समय के अनुसार थोड़ी भिन्न हो सकती हैं। अपने शहर के सटीक समय के लिए स्थानीय पंचांग देखें।)
The post first appeared on .
You may also like
कुंडवा चैनपुर में रेलवे ट्रैक से खोले गए पेड्रौल क्लिप के साथ मदरसा के दो छात्र गिरफ्तार
सूरत की सड़कों पर दौड़ेगी देश की पहली टेस्ला साइबर ट्रक कार
हमीरपुर डीसी कार्यालय को बम से उड़ाने की धमकी, परिसर खाली कराए गए, जांच में जुटी पुलिस
प्रसार भारती के ओटीटी प्लेटफॉर्म 'वेव्स' पर कंटेंट क्रिएटर्स को मिलेगा नया मंच
टॉप टेन : हाईस्कूल में 55 एवं इण्टर में 30 छात्र शामिल