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मध्य प्रदेश से एक भयावह घटना सामने आई है। चोरी के आरोप में पुलिस ने 4 आदिवासी युवकों की बेरहमी से पिटाई की। नौगांव थाने में पुलिस ने चारों युवकों को उल्टा लटकाकर बेरहमी से पीटा। पुलिस ने जुर्म कबूल नहीं किया तो पिटाई रोकने की बजाय उनके गुप्तांगों में मिर्च पाउडर डाल दिया।
पुलिस के चंगुल से छूटने के बाद युवकों ने पुलिस द्वारा उनके साथ की गई घिनौनी करतूत बताई। युवकों ने एसपी कार्यालय के बाहर 10 घंटे तक धरना दिया और पुलिस को निलंबित करने की मांग की। इसके बाद मामले की जांच के आदेश दिए गए और 3 पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया गया।
शनिवार देर रात छतरपुर के एसपी कार्यालय के बाहर लोगों ने न्याय की गुहार लगाई। पीड़ितों के मुताबिक, पुलिस ने उन पर चोरी के झूठे मामले में फंसाने का दबाव बनाया, लेकिन जब युवकों ने जुर्म कबूल नहीं किया तो उनकी बेरहमी से पिटाई की गई। पीड़ित युवकों ने पुलिस पर पिटाई का आरोप लगाया। पुलिस ने उन्हें बेल्ट और लाठियों से बेरहमी से पीटा। उनके हाथ, पैर और पीठ पर पिटाई के निशान हैं। पीड़ित युवकों का आरोप है कि पुलिस ने उनके गुप्तांगों में मिर्च पाउडर डाला ताकि वे अपना जुर्म कबूल कर लें।
पुलिस के इस व्यवहार से पीड़ित पीड़ित परिवार ने भीम आर्मी के साथ एसपी कार्यालय के बाहर परिवार की महिलाओं और बच्चों के साथ बैठकर विरोध प्रदर्शन किया। उधर, पुलिस पर गंभीर आरोप लगने के बाद विभाग के वरिष्ठ अधिकारी मीडिया के सामने कुछ भी कहने से कतराते रहे। नौगांव एसडीओपी अमित मेश्राम ने कहा है कि जांच के बाद कार्रवाई की जाएगी।
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